ज्यादातर महापुरुष गंजे क्यों होते हैं?

ज्यादातर महापुरुष गंजे क्यों होते हैं?

Why are most great men bald?


हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करता हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।

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मैं हूं आपका दोस्त सचिन डाबोदिया।

यह धारणा कि "महान पुरुष ज्यादातर गंजे हैं" एक आम धारणा है जो लंबे समय से चल रही है। जूलियस सीजर से लेकर महात्मा गांधी तक कई हस्तियों को कला और साहित्य में गंजा दिखाया गया है। 

हालांकि इस विचार के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि गंजापन महानता का संकेत है। लेकिन दोस्तों भारत में कई बार ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति के बाल उड़ जाते हैं उसे काफी बुद्धिमान समझा जाता है और यह माना जाता है कि उसे आदमी का दिमाग अन्य लोगों की तुलना में काफी तेज हो गया है।

दोस्तों जब आदमी चिंता करने लगता है और किसी प्रकार के भी स्ट्रेस लेता है उसे दौरान उसके बाल उड़ना स्वाभाविक होता है। ऐसा भारतीय मूल के लोगों में माना जाता है और यही सब को देखते हुए पुराने समय से ही जब हम महात्मा गांधी को देख ले, सरदार पटेल जी को देख लें या फिर योगी आदित्यनाथ जी को देख ले सभी के सभी लोगों के बाल उड़ चुके हैं।

वैसे दोस्तों यह बात बिल्कुल भी वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध नहीं है कि गंजा होना एक बुद्धिमान व्यक्ति होने के बराबर है। क्योंकि कई बार लोगों के अंदर हार्मोन या फिर किसी खनिज मिश्रण की कमी की वजह से उनके सिर के ऊपर से बाल उड़ जाते हैं। उस दशा में हम यह नहीं कह सकते कि वह व्यक्ति बुद्धिमान भी है।

दोस्तों बालों का उड़ना एकदम बुद्धिमान होने का प्रतीक नहीं है। लेकिन अधिकतर मामलों में ऐसा देखा गया है कि जब व्यक्ति चिंता करने लगता है या फिर उसका आत्मविश्वास खोने लगता है। उसे दौरान वह बाल झड़ने की समस्या अधिक पाता है।

दोस्तों आमतौर पर कोई भी व्यक्ति बाल लेकर ही पैदा होता है और जवानी की दशा में अधिकतर लोगों के बाल होते हैं। तो अधिकतर महापुरुषों के जवान के समय सिर के ऊपर बाल होते हैं और धीरे-धीरे जब उमर उनकी बढ़ती होती है। उसे समय उनके बाल धीरे-धीरे उठाना शुरू हो जाते हैं और बाल उड़ना इस वजह से बुद्धिमानी का संकेत माने जाते हैं कि अगर उसे व्यक्ति के बाल उड़ गए तो वह बुद्धिमान है। 

इसका उदाहरण हम महात्मा गांधी के रूप में साक्षात ले सकते हैं।

एक theory है कि गंजेपन का संबंध मर्दानगी और पौरुष से है। कुछ संस्कृतियों में अपने बालों को खोने वाले पुरुषों को बालों वाला सिर रखने वालों की तुलना में अधिक शक्तिशाली और प्रभावशाली माना जाता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि गंजापन अक्सर उम्र के साथ जुड़ा होता है, जो ज्ञान और अनुभव का संकेत दे सकता है। 

इसके अलावा मर्दाना लक्षणों के लिए जिम्मेदार हार्मोन Testosterone भी बालों के झड़ने से जुड़ा होता है। इसलिए गंजापन पुरुषों के Testosterone के अधिक होने के रूप में माना जा सकता है।

दोस्तों जब किसी व्यक्ति में टेस्टोस्टेरोन नाम का हार्मोन बढ़ जाता है या स्थिर नहीं रह पाता उसे वजह से भी कई बार बाल उड़ाने की समस्या हो जाती है और व्यक्ति का सिर गंजा हो जाता है।

Conclusion:

अंत में दोस्तों बस इतना कहना चाहूंगा कि ज्यादा महापुरुष गंजे होते हैं इसका कारण उनकी उम्र होता है अधिकतर लोग जो शक्तिशाली और प्रसिद्ध हुए हैं उनकी उम्र काफी ज्यादा है और उम्र बढ़ाने के साथ-साथ उनके दिमाग में जो तनाव बढा और उनके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्थिर न होना भी बाल उड़ाने का संकेत है। 

महात्मा गांधी, सरदार पटेल की दशा में आप यह देख सकते हैं उन दोनों व्यक्तियों के ही सिर के बाल उड़ गए थे। साथ ही दोस्तों बाल उड़ना किसी व्यक्ति के शक्तिशाली या फिर बुद्धिमान होने का संकेत नहीं है क्योंकि बोल तो व्यक्तियों के कई बार किसी खनिज की कमी से भी उड़ सकते हैं। फिर भी इसको बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता कि ज्ञान और अनुभव के साथ-साथ आदमी के बाल उड़ जाते हैं।

दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको जानकारी अच्छी लगी होगी और आप समझ पाए होंगे की महापुरुषों के सिर पर बाल किस लिए नहीं होते। अगर आपको और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं साथ ही अगर आपकी कोई सुझाव है तो भी आप हमें लिख सकते है।

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