क्रॉक्स कंपनी के जूते इतने महंगे क्यों है?

क्रॉक्स कंपनी के जूते इतने महंगे क्यों है?

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दोस्तों एक समय ऐसा था जब एक ऐसा लग्जरी ब्रांड जिसको सभी ने स्वीकार कर दिया था उसको कोई भी बेचने को तैयार नहीं था कोई भी उसको स्पॉन्सरशिप नहीं देने को तैयार था चलिए दोस्तों जानते हैं क्रॉक्स कैसे सबसे अधिक नफरत करने वाले उत्पादों से आधुनिक जूते के फैशन का आइकन बन गया है.

दोस्तों अगर crocs की शुरुआत की बात करें तो सन 2000 के दशक में तीन दोस्त स्कॉट सिमेंस, लंदन हैंडसम और George बायडेकर जूनियर इन्होंने क्रॉक्स जूता का आविष्कार किया और यह आइडिया उनको नाव में बैठे-बैठे आया। जब वह नाव में बैठे थे उसे समय उनके दिमाग में यह विचार आया फिर क्या था उन तीनों ने मिलकर क्रॉसलाइट नाम की सामग्री का उपयोग करके सबसे पहले बोर्ड शो जो की नाव के लिए ही बनाए गए थे उनको बना डाला और उन्होंने उसे पर व्यावसायिक विचार तय किया कि कैसे वह व्यवसाय करेंगे.

(स्कॉट सीमैन्स, लिंडन "ड्यूक" हैनसन, और जॉर्ज बोएडेकर जूनियर - क्रॉक्स के संस्थापक)

दोस्तों जब यह तीनों संस्थापक Quebec सिटी में अपने पारंपरिक कंपनी फॉर्म क्रिएशन में काम कर रहे थे उसे समय उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह नाव में घूमने जाएंगे और उसे इतना लोकप्रिय जूता निकाल कर आएगा जो बाद में एक विश्व प्रसिद्ध ब्रांड बन जाएगा. दोस्तों क्रॉक्स कंपनी का गठन 2002 में हुआ था. 2002 में क्रॉक्स उसने अपना पहला जूता लॉन्च किया था और उसने नविको का दिल जीत लिया खास तौर पर नाविक लोग जुटे में पानी भरने से काफी घबराते थे और उनके ऊपर बाहर से कई बार कीड़े या काटने का भी खतरा रहता था तो इन्होंने जब छिद्र वाले जूते बने उनसे उनका काफी मदद मिली. 

क्रॉक्स ब्रांड नेम कैसे चुना?

दोस्तों जब क्रॉक्स एकदम प्रसिद्ध होने लगा तो उन्होंने इसकी एक बार फिर से ब्रांडिंग करने का विचार लगाया और उन्होंने सोचा कि इसे क्या नाम दिया जाए काफी सोच समझकर इसका नाम क्रॉक्स रखा गया. दोस्तों क्रॉक्स का मतलब क्रोकोडाइल से है यानी की हिंदी में बोले तो मगरमच्छ. क्रॉक्स जूते मगरमच्छ के सामने वाले मुंह की तरह दिखते हैं उसके थोबडे की तरह दिखने के कारण इसका नाम क्रॉक्स पड़ा और क्रॉसलाइट सामान का उपयोग होता है उसे उत्पादन से भी क्रॉक्स काफी संबंधित है. इस वजह से उन्होंने कंपनी का नाम क्रॉक्स निकालना ही काफी अच्छा समझा.

क्रॉक्स कंपनी के जूते इतने महंगे क्यों है?

क्रॉक्स कंपनी के जूते महंगे क्यों है?


क्रॉक्स स्याही या रंग क्रॉक्स ब्रांड नाम के तहत फार्म फुटवियर का निर्माण करता है और उसे पहुंचाता है. उनके जूते जैसे सैंडल को क्लॉक के नाम से जाना जाता है. प्रत्येक क्लॉक में 13 छेद होते हैं यह छेद पैरों के लिए पर्याप्त हवा आने के लिए है इन छेदो को अपनी पसंद के अनुसार सजाया जा सकता है. इन्हें बनाने में क्रॉस लाइट नमक सामग्री का उपयोग किया जाता है.

क्रॉस लाइट एथिलीन विनाइल एसिटेट नाम के पॉलीमर से बनाई जाती है. यह रबर और प्लास्टिक की तुलना में काफी अच्छी सामग्री है. क्रॉस लाइट में 40% अधिक शौक सहने की भी क्षमता होती है अगर आपको कोई झटका या धक्का लगता है तो यह उसको अपने अंदर समा लेती है. यह जल प्रतिरोधी बैक्टीरिया भी लगने से रोकती है उच्च सामग्री लागत, ब्रांड मूल्य, अच्छी गुणवत्ता और मशहूर हस्तियों के द्वारा किए गए प्रमोशन के कारण भी क्रॉक्स कंपनी के जूते काफी महंगे हैं.

क्रॉक्स ऊंचा ब्रांड कैसे बना?

क्रॉक्स ने 2005 में अपना लोगों दोबारा लॉन्च किया उसे समय क्रॉक्स द्वारा अभियान का नाम 'अगली कैन बे ब्यूटीफुल' था यह अमेरिकी विज्ञापन एजेंसी द्वारा तैयार किया गया था और यह काफी हिट हुआ 2006 में क्रॉक्स को NASDAQ पर सूचीबद्ध किया गया था.

क्रॉक्स ने शुरुआत में यह जूते नविको के लिए बनाए गए थे उन्होंने सोचा था कि वह नविको के लिए खास तौर पर काम करेंगे. लेकिन समय के साथ-साथ इसकी लोक प्रसिद्धि भी बड़ी और अन्य लोग भी इसको फैशन के तौर पर उसे करने लगे जब इसे बहुत सारे इनफ्लुएंसर्स और लोगों के प्रसिद्ध सेलिब्रिटीज ने पहने उसे समय यह एक खास आइकन बन गया. उसके बाद यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बन गया.

वर्ष 2007 और 2008 के समय जब अमेरिका में वित्तीय संकट चल रहा था उसे समय क्रॉप्स को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा कंपनी को बहुत ज्यादा घाटा हो गया. उस समय इस कंपनी के शेयर में भी काफी गिरावट आ गई लोगों ने इसके उत्पादन भी खरीदने कम कर दिए. लेकिन धीरे-धीरे जब समय आगे बढ़ा जब अमेरिका उसे दूर से बाहर निकाला.

Prince George with family 


उसके बाद जब 2015 में ब्रिटेन के प्रिंस जार्ज ने क्रॉक्स पहने उसे समय वह तस्वीर वायरल हो गई और उसके बाद क्रॉक्स उसकी ब्रांड वैल्यू काफी बढ़ गई और इंग्लैंड के लोगों ने बहुत ज्यादा क्रॉक्स के ब्रांड को प्रमोट किया और इसे बाद क्रॉक्स के अंदर एक अलग हौसला गया और इसकी बिक्री में काफी बढ़ोतरी हुई और यह कंपनी बहुत जल्दी अच्छे पैसे कमा गई.

दोस्तों आज के दिन अगर बात करें तो क्रॉक्स कंपनी ने 720 मिलियन से अधिक जोड़े जूते बेच दिए हैं और उनके जूते का व्यापार काफी अच्छा चल रहा है. आज यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय जूते के ब्रांड में से एक आता है. 2021 में कंपनी ने 2.3 बिलियन की नेट सेल कर आई और 2026 तक उनका लक्ष्य 5 बिलियन डॉलर का है.

दोस्तों क्रॉक्स की यह कहानी हमें बताती है कि कैसे एक साधारण जूता जिसको शुरुआत में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा जो कि कभी नाभिकों के लिए बनाया गया था. कैसे आज एक लग्जरी ब्रांड बन चुका है. इसकी ऊंची कीमत ने केवल इसकी विशेष सामग्री और डिजाइन जो इसमें उपयोग किया गया है. उसके कारण है बल्कि इसकी ब्रांड वैल्यू और वैश्विक पहचान भी इसके महंगे होने का एक बड़ा कारण है. 

मशहूर हस्तियों और फैशन की दुनिया में इसकी बड़ी हुई लोकप्रियता ने इसे आईफोन की तरह ही एक बड़ा प्रीमियम उत्पाद बना दिया है. जिसे लोग गर्व से पहनते हैं इस प्रकार क्रॉक्स की सफलता और इसका महंगा होना उसकी गुणवत्ता का अच्छा होना आराम और स्टाइल अच्छा होना यह सब उस उत्पाद को काफी महंगा बना देता है.

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