पेशाब करते समय किन बातों को ध्यान रखना चाहिए?
What things should be kept in mind while urinating? |
पेशाब करते समय हमें निम्नलिखित बातों को अवश्य में ध्यान रखना चाहिए-
1. पुराने बुजुर्गों ने अपने अनुभव और शास्त्रों में वर्णित ज्ञान के अनुसार कहा है कि पुरुष और नारी दोनों को बैठकर ही पेशाब करना चाहिए।
2. खड़े होकर पेशाब करने से मूत्र पूरी तरह से शरीर से बाहर नहीं निकल पाता और मूत्र की नलियों में जमा हो जाता है, जिससे भविष्य में कई खतरनाक बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए, नर और नारी को बैठकर ही पेशाब करना चाहिए।
3. यदि पुरुष बैठकर पेशाब करें, तो उन्हें यकृत और गुर्दे की बीमारी नहीं होती।
4. पेशाब को कभी रोकना नहीं चाहिए। जब भी पेशाब लगे, तुरंत करें। पेशाब करने के बाद कुल्ला न करें, अन्यथा फिर जल्दी पेशाब आने लगेगी।
5. भोजन के तुरंत बाद पेशाब जरूर करें, इससे गुर्दा (किडनी) खराब नहीं होगा।
6. ध्यान रखें कि स्नान से आधे घंटे पहले और बाद में पेशाब न करें, अन्यथा पैरालाइसिस हो सकता है।
7. जिन लोगों को रुक-रुक कर पेशाब आती है या जलन की समस्या है, वे रोज सुबह खाली पेट एक गोली चंद्रप्रभा वटी दूध के साथ लें।
8. रात को सोने से पहले पेशाब अवश्य करें।
9. जब कभी अधिक तेल या बसा युक्त भोजन, पक्का खाना, पूड़ी-पराठे, कचौरी या मैदा, खमीर से बने पदार्थ खाएं, तो एक घंटे बाद बहुत पानी पिएं। हो सके तो गर्म पानी पिएं।
10. सुबह उठते ही गर्म या गुनगुना पानी भूलकर भी न पिएं। मैंने यूट्यूब पर एक वीडियो देखकर और गूगल पर पढ़कर सुबह खाली पेट गर्म पानी और नींबू पानी 2-3 महीने पीया, तो मुझे कई बीमारियों ने घेर लिया।
11. पेशाब करते समय हमें व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसा इसलिए करना चाहिए क्योंकि कई संक्रामक बीमारियाँ केवल मल-मूत्र के माध्यम से फैलती हैं।
12. पेशाब करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई जरूर करें। यह यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन के जोखिम को कम करता है।
2. खड़े होकर पेशाब करने से मूत्र पूरी तरह से शरीर से बाहर नहीं निकल पाता और मूत्र की नलियों में जमा हो जाता है, जिससे भविष्य में कई खतरनाक बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए, नर और नारी को बैठकर ही पेशाब करना चाहिए।
3. यदि पुरुष बैठकर पेशाब करें, तो उन्हें यकृत और गुर्दे की बीमारी नहीं होती।
4. पेशाब को कभी रोकना नहीं चाहिए। जब भी पेशाब लगे, तुरंत करें। पेशाब करने के बाद कुल्ला न करें, अन्यथा फिर जल्दी पेशाब आने लगेगी।
5. भोजन के तुरंत बाद पेशाब जरूर करें, इससे गुर्दा (किडनी) खराब नहीं होगा।
6. ध्यान रखें कि स्नान से आधे घंटे पहले और बाद में पेशाब न करें, अन्यथा पैरालाइसिस हो सकता है।
7. जिन लोगों को रुक-रुक कर पेशाब आती है या जलन की समस्या है, वे रोज सुबह खाली पेट एक गोली चंद्रप्रभा वटी दूध के साथ लें।
8. रात को सोने से पहले पेशाब अवश्य करें।
9. जब कभी अधिक तेल या बसा युक्त भोजन, पक्का खाना, पूड़ी-पराठे, कचौरी या मैदा, खमीर से बने पदार्थ खाएं, तो एक घंटे बाद बहुत पानी पिएं। हो सके तो गर्म पानी पिएं।
10. सुबह उठते ही गर्म या गुनगुना पानी भूलकर भी न पिएं। मैंने यूट्यूब पर एक वीडियो देखकर और गूगल पर पढ़कर सुबह खाली पेट गर्म पानी और नींबू पानी 2-3 महीने पीया, तो मुझे कई बीमारियों ने घेर लिया।
11. पेशाब करते समय हमें व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसा इसलिए करना चाहिए क्योंकि कई संक्रामक बीमारियाँ केवल मल-मूत्र के माध्यम से फैलती हैं।
12. पेशाब करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई जरूर करें। यह यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन के जोखिम को कम करता है।