गोरखनाथ ने हनुमान को कैसे बंदी बनाया?
यह कथा वैसे तो बहुत ही प्रचलित और प्रसिद्ध गोरखनाथ और हनुमान जी की पौराणिक कहानियों में से एक है। कहानी के अनुसार, गोरखनाथ ने अपनी योग शक्ति का उपयोग करके हनुमान जी को बंदी बनाया था। हालांकि गोरखनाथ ने हनुमान जी को बंदी बनाया इसके कोई पुख्ता सबूत तो नहीं मिले हैं। लेकिन यह एक कहानी कही जाती है जिसके द्वारा ऐसा सिद्ध होता है।
हालांकि दोनों ही भगवान गोरखनाथ और हनुमान जी दोनों को ही एक परम भक्त और एक लॉयल किस्म का देवता माना जाता है। इन दोनों की बीच युद्ध होने का कोई भी प्रमाण नहीं है। लेकिन फिर भी एक कहानी के द्वारा जो कि इस प्रकार है।
कथा कुछ इस प्रकार है:
हनुमान जी, भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं और उनका स्थान काशी (वाराणसी) में बहुत महत्वपूर्ण है।
गोरखनाथ, जो भगवान शिव के परम भक्त थे, वाराणसी आए और उन्होंने वहाँ अपने योग शक्ति का प्रदर्शन किया।
गोरखनाथ ने अपनी शक्ति का उपयोग करके हनुमान जी को एक बर्तन में बंद कर दिया।
हालांकि, हनुमान जी भी बहुत शक्तिशाली और बुद्धिमान थे। उन्होंने गोरखनाथ की शक्ति को चुनौती दी और बर्तन से बाहर निकल आए।
यह देखकर गोरखनाथ ने हनुमान जी की शक्ति को समझा और उनकी भक्ति का सम्मान किया। अंततः, गोरखनाथ और हनुमान जी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित हो गया।
यह कथा भगवान शिव और उनके भक्तों के बीच के अद्वितीय संबंधों को दर्शाती है।