विश्व में कपास का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन सा है?

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दोस्तों हमारा आज का topic है कपास का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा कौन से देश में किया जाता है? विस्तार से जानने के लिए article में अंत तक बने रहे।

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दोस्तों आइए जानने की कोशिश करते हैं कि विश्व में कपास कहां-कहां पर उगाई जाती है।


दोस्तों सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कपास एक नकदी फसल है। 

नकदी फसल: का मतलब यह है कि कपास को हम निकाल कर तुरंत ही बेचकर नगद पैसे ले सकते हैं।

दोस्तों कपास की खेती में मशीनों का काम नहीं होता। जैसे हम गेहूं बाजरा और अन्य फसलें मशीनों से निकालते हैं या हाथ से कूटकर निकालते हैं। क्योंकि कपास की खेती पकने के बाद रूई बिनोला अपने आप टिंडे से बाहर निकल जाते हैं और बहुत ही आसानी से उन्हें निकाल कर किसी बोरी या कट्टे में भर लिया जाता है।


दोस्तों यह तो आपको पता होगा कि कपास कई तरह की होती है। जैसे कि देसी कपास, hybrid कपास और भी कई किसमें होती हैं। लेकिन ज्यादातर बुवाई में यह दो किसमें ही आती हैं देसी कपास और hybrid कपास। Hybrid कपास को गांव में नरमा भी बोला जाता है।


दोस्तों देसी कपास hybrid कपास के मुकाबले कम पैदा होती है। यह झड़ने में बहुत कम निकलती है। जबकि hybrid कपास के बिनौले में ज्यादा वजन होने की वजह से यह वजन में ज्यादा निकलती है। इसलिए hybrid कपास से किसान को ज्यादा मुनाफा मिलता है और ज्यादातर किसान hybrid कपास को ही उगाना पसंद करते हैं।


दोस्तों कपास को सफेद सोना(White Gold) भी कहा जाता है। 

वैसे तो कपास का पौधा बहुवर्षीय होता है। इसको एक बार लगा दिया जाए तो कई वर्षों तक इसकी फसल को किसान ले सकते हैं। 

कपास के पौधे को कपास पकने के बाद जब कपास को निकाल लिया जाता है और इसके पेड़ को 1 फुट छोड़कर ऊपर से काट लिया जाता है और बरसात का पानी लगने के बाद इसका पौधा दोबारा हरा हो जाता है और उसमें फिर से खाद पानी और दवाइयां छिड़कने से वह पहले की तरह ही फसल देने लगता है।  

इसलिए एक बार लगाने के बाद कई वर्षों तक इसकी फसल को लिया जा सकता है। लेकिन दोस्तों एक बार काटने के बाद दोबारा से फसल में इतनी पैदावार नहीं होती जितनी कि शुरुआत में होती है। 

दोबारा जब इस पर फसल आती है तो पहले की तरह दमदार नहीं होती क्योंकि दूसरी बार के बिनोले में इतना वजन नहीं होता। वह पहले से काफी हल्का होता है। इसलिए किसान किसान को उतना मुनाफा नहीं मिल पाता इस वजह से किसान हर साल कपास को नए सिरे से इसको उगाते हैं।


दोस्तों कपास की लकड़ी जलाने में बहुत अच्छी होती है। इससे धुआ बहुत ही कम निकलता है। जिससे ज्यादा प्रदूषण नहीं होता। इसलिए किसान कपास को काटकर ईंधन के रूप में प्रयोग करते हैं। 

कपास के पौधे से कपास को निकालकर बोरियों में भर लिया जाता है और कपास के पौधे को जड़ से उखाड़ लिया जाता है और लकड़ी के रूप में इसको जलाया जाता है।


दोस्तों कपास से वस्त्र भी बनाए जाते हैं जिनको हम सूती वस्त्र कहते हैं। खादी cotton भी कहा जाता है पहले के जमाने में लोग खादी वस्त्र  को बहुत ही शौक से पहनते थे।


कपास से रजाईयां, कंबल और भी बहुत सारे खाती के वस्त्र बनाए जाते हैं। कपास से बनाए हुए कपड़े पहनने में बहुत ही गर्म होते हैं। सर्दियों में खादी के वस्त्रों का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। जिससे हमें सर्दी बहुत कम लगती है।


दोस्तों आपको बता दें कि केंद्रीय कपास अनुसंधान(Central Cotton Institute) नागपुर में है जोकि महाराष्ट्र में स्थित हैं।

कपास को उगाने के लिए किसान को 21 से 27 degree Celsius का तापमान चाहिए।


कपास की अच्छी पैदावार के लिए 75 से 100 सेंटीमीटर वर्षा चाहिए। अगर वर्षा समय पर ना हो तो किसान नहरों और कुएं से सिंचाई करके कपास में पानी देते हैं। कपास की खेती में कम से कम तीन बार दवाई का छिड़काव किया जाता है।


कपास के पौधे में जैसे ही फूल आने लगते हैं तो उन में कीड़े लग जाते हैं। जिससे फूल नष्ट हो जाते हैं। इसके लिए किसान को समय समय पर दवाई का छिड़काव करना पड़ता है।


कपास की फसल के लिए काली मिट्टी ज्यादा अच्छी होती है जिसको रैगूर मिट्टी भी बोलते हैं। वैसे तो कपास को रेतीली मिट्टी में भी बोया जा सकता है। उसमें भी कपास की खेती अच्छी हो जाती है। लेकिन कपास की ज्यादा पैदावार के लिए काली मिट्टी का होना बहुत जरूरी है।

कपास काली मिट्टी में ही क्यों उगाई जाती है?
 
क्योंकि काली मिट्टी में एक बार सिंचाई करने के बाद काफी समय तक नमी रहती है। जबकि रेतीली मिट्टी में सिंचाई करने समय बाद मिट्टी सूख जाती है जो कि कपास की फसल के लिए सही नहीं है। 

इसलिए जिस क्षेत्र में काली मिट्टी अधिक होती है। वहां पर कपास की फसल को ज्यादा उगाया जाता है और इसकी पैदावार भी बहुत अच्छी होती है जिससे किसानों को काफी फायदा हो जाता है।


दोस्तों मिस्र देश की कपास सबसे अच्छी कपास मानी जाती है। क्योंकि यहां के किसान कपास की खेती में काफी ज्यादा मेहनत करते हैं।


आइए दोस्तों आप जानते हैं कि कपास विश्व में कहां-कहां पर उगाई जाती है :-


नम्बर 1. भारत अपना इंडिया(India) यहां पर कपास का उत्पादन बहुत ज्यादा किया जाता है।


नंबर 2. दूसरे नंबर पर आता है China जहां पर कपास का उत्पादन किया जाता है।


नंबर 3. तीसरे नंबर पर आता है हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान यहां पर भी कपास का उत्पादन बहुत अधिक किया जाता है।


नंबर 4. पर है संयुक्त राज्य अमेरिका USA


नम्बर 5. पर है ब्राजील। 


नम्बर 6. पर है उज्बेकिस्तान।


नम्बर 7. पर है ऑस्ट्रेलिया।


नम्बर 8. पर है तुर्की।


नम्बर 9. पर हैं अर्जेंटीना।


नम्बर 10. पर है यूनान एथेंस।


Conclusion:

तो दोस्तों यह रहे वह 10 top देश जहां पर कपास का उत्पादन सबसे अधिक किया जाता है जिनमें से भारत सबसे top देश है।


दोस्तों सबसे अच्छी quality की कपास मिस्र देश में उगाई जाती है। मिस्र अफ्रीका का देश है। वैसे तो भारत देश में भी सबसे अच्छी quality की कपास उगाई जाती है। 

भारत देश के किसान कपास की खेती करने में काफी मेहनत करते हैं।

दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसी ही ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी website पर आए।


दोस्तों आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।

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