हमें रात में सपने क्यों आते हैं? इसका कारण क्या हो सकता है?

हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
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मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।

तो आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास topic जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे!


दोस्तों हमारा आज का topic है हमें सपने क्यों आते हैं(why do we have dreams in Hindi)?

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दोस्तों यह तो आप सभी जानते होंगे कि हम जब सो जाते हैं रात हो या दिन तो हमें सपने आते ही हैं क्या आप जानते हैं कि हमें सपने क्यों आते हैं? और इनका सही मतलब क्या होता है?


दोस्तों आप लोगों को भी अक्सर रात में सपने जरूर आते होंगे। आइए आज हम जानने की कोशिश करते हैं कि हमें सपने आते हैं इसके पीछे का क्या रहस्य है? क्या कारण है।


दोस्तों जैसा कि हम सभी रात में कुछ ना कुछ सपने में देखते हैं हमें कोई ना कोई सपना जरूर आता है। लेकिन सुबह होते ही हम उस सपने को भूल जाते हैं। कुछ बातें ऐसी होती है जो हमें याद रहती हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनको हम सुबह होने के बाद भूल जाते हैं। हमें यह याद नहीं रहता कि हमने सपने में क्या देखा था।


दोस्तों जैसा कि हम लोगों को सपने आते हैं उनमें से कुछ सपने अच्छे होते हैं। तो कुछ सपने पूरे होते हैं। लेकिन सपना देखने के बाद जब हम उसको याद करते हैं तो हम खुद ही उस सवाल का जवाब ढूंढने लग जाते हैं कि इस तरह का सपना मुझे आया तो आया क्यों?


मुझे जो सपना आया है उसका हकीकत में क्या मतलब हो सकता है और इसी तरह हम उस सपने के बारे में कई तरह के विचार विमर्श करने लगते हैं।

तो चलिए दोस्तों आज हम आपको लेकर चलते हैं सपनों की मायावी दुनिया में और पता लगाने की कोशिश करते हैं कि आखिर हमें सपने क्यों आते हैं और उनका क्या मतलब होता है?


दोस्तों विज्ञान के विचारक बताते हैं कि सपने इंसान की दबी हुई इच्छाओं को बताते हैं। हमें उसी चीज के सपने आते हैं जिसको हमने जागृत अवस्था में सोचा है यानी कि आप का देखा हुआ सपना आप पर ही निर्भर करता है। क्योंकि सोने से पहले आपका दिमाग जिस बात पर गौर कर रहा था किस चीज के बारे में आप सोने से पहले सोच रहे थे।


सोने के 15 मिनट पहले आपने जिस चीज के बारे में जिस story के बारे में या किसी person संबंधी के बारे में या किसी भी चीज के बारे में सोचा होगा और उस के बाद आप गहरी नींद में सो गए होंगे तो  वही सब आपको सपने में दिखेगा यही सपने का इतिहास है।



इसके अलावा दोस्तों अगर हम साफ शब्दों में कहें तो सपने हमारी वह इच्छाएं है जो जागृत अवस्था मैं किसी भी कारण से पूरी नहीं हो पाती और उसी के बारे में हम अक्सर सोने से पहले एक बार जरुर सोचते हैं। जिसके कारण हमें सपने में वही सब दिखता है।



इसके अलावा सपनों के बारे में कोई ठोस उत्तर या फिर कोई ठोस सबूत नहीं खोजा गया है। जिससे यह तय हो सके कि हमें सपने आखिर क्यों आते हैं। इसके अलावा दोस्तों Science की माने तो उनका कहना है कि नींद हमारे मस्तिष्क में होने वाले उन परिवर्तनों से संबंधित होती है। जो सीखने और याददाश्त बढ़ाने के साथ-साथ हमारे शरीर को आराम पहुंचाने मैं भी काफी मदद करती है।


दोस्तों वैज्ञानिकों के अनुसार नींद में हमारे दिमाग में information पहुंचाने के neuron जागृत अवस्था से भी तेज काम करते हैं। दोस्तों अब जो बात मैं आपको बताने वाली हूं वह आपने अपनी जिंदगी में कभी ना कभी जरूर महसूस की होगी।


दोस्तों कभी कभी आपने भी यह महसूस किया होगा कि नींद में  कोई आपका गला दबा रहा है। ऐसा बहुत से लोगों ने महसूस किया है।


मेरी एक दोस्त ने मुझे बताया कि उसे सपने में कई बार ऐसा महसूस होता है जैसे कि रात के अंधेरे में कोई उसका गला दबा रहा है और वह सपने में बहुत डर जाती है।


दोस्तों मेरे साथ भी कई बार यह घटना हुई है कि रात को या फिर कभी कबार में ज्यादा काम करने की वजह से दिन में थक जाती हूं तो मैं सो जाती हूं और मुझे दिन में भी ऐसे सपने आ जाते हैं। जैसे कोई मेरे पास बैठा है। 

कई बार तो मुझे सपने में मरे हुए इंसान भी दिख जाते हैं और मैं बहुत उठने की कोशिश करती हूं। जोर जोर से बोलने की कोशिश करती हूं लेकिन ना ही तो मुझसे हिला जाता है और ना ही मेरे मुंह से कोई शब्द निकलता है ऐसा तो वाकया मेरे साथ भी कई बार हो चुका है।


दोस्तों अगर हम इस चीज को अंधविश्वास से जोड़ते हैं तो लोग हमें पता नहीं कितनी तरह की बातों में उलझा सकते हैं।

कोई बोलेगा कि यह आत्मा है इसको मुक्ति नहीं मिली है और यह तुम से मुक्ति पाने की चाहत कर्म के तुम्हारे पास आई है। इसलिए तुम इसकी मुक्ति का कोई इलाज करो इसके अलावा भी पता नहीं क्या क्या लोग उल्टी-सीधी बातें करते रहते हैं।

लेकिन दोस्तों Science ने इस बारे में काफी research की है और वह इस अवस्था को sleep paralysis कहते हैं। जब हम नींद की अवस्था में पहुंच जाते हैं तो हमारी आंखें तेजी से हिलने लगती है जिसे हम raspy diet movement कहते हैं तो यह वही प्रक्रिया होती है जिसके कारण इंसान सपना देखता है।


और इस प्रकार हमारा दिमाग एक chemical release करता है जिसके कारण हमारी body paralyze हो जाती है यानी की body बिल्कुल भी हिलडुल नहीं पाती है। हम लाख कोशिश करते हैं खड़े होने की बोलने की लेकिन हम टस से मस नहीं हो पाते तो अब आप सोचेंगे कि ऐसा हमारे साथ क्यों होता है। 

दोस्तों अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो इसका जवाब यह है कि अगर ऐसा आपके साथ ना हो तो आप सपने में देख रही चीज पर react करना शुरू कर देंगे और इधर-उधर भागना शुरू कर देंगे जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर देंगे जो आपको और भी ज्यादा disturb कर देगा।


इसी वजह से दोस्तों आपका दिमाग यह बात बहुत अच्छे से जानता है कि आप जो भी चीज देख रहे हैं वह आप सपने में देख रहे हैं। ऐसे में सपने में देख रहे चीज का असर आपकी बॉडी पर ना पड़े इसलिए आप sleep paralyzed हो जाते हैं।


वैसे इस chemical के active रहते हुए हमारी नींद खुल जाती है लेकिन फिर भी हम ना ही हिल पाते हैं और ना ही बोल पाते हैं।


और दोस्तों जब कभी भी हम सुबह उठते हैं तो हमें कई सारे सपने आए होते हैं और कई सपने तो हमारे दिमाग में अलग तरह का प्रभाव डालते हैं और वह हमें याद रह जाते हैं।


दोस्तों ऐसा कभी भी नहीं होता कि हम खुद से ही यह तय कर सके कि हमें कितना सपना देखना है।

यह बात जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो technical practice के जरिए अपनी मर्जी के सपने भी देख पाते हैं और इस तकनीक को हम lucid dreaming कहते हैं। 

जिस technique से इंसान अपने मन मुताबिक सपने देखता है इसके दौरान हवा में उड़ने से लेकर अपने मृत परिजनों से बात करने तक हर वह चीज करना चाहते हैं जो असल जिंदगी में नहीं कर पाते। 
इसी वजह से बहुत से लोगों का यह कहना है कि उनका पहला lucid dream अनुभव बड़ा ही शानदार dream था


लेकिन दोस्तों आपने सुना  होगा ही कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं तो यहां भी कुछ ऐसा ही है क्योंकि जब आप lucid dream देख रहे होते हैं तो आपको सपने में भी यह पता होता है कि आप सपना ही देख रहे हैं। यह असलियत नहीं है तो उस वक्त अगर आप खुश होना चाहते हैं तो भी आप उतना ख़ुश नहीं हो पाते हैं और ना ही आप डरावने सपने को देख कर ठीक तरह से डर पाते हैं।


दोस्तों एक शोध में पता चला है कि electroencephalogram (विद्युत मस्तिष्क लेखन) का इस्तेमाल किया गया था ताकि lucid dream देखने वाले लोगों की brain waves record की जा सके ताकि यह पता चले कि lucid dream conscious और नींद के बीच की hybrid अवस्था हमें तब महसूस होती है जब हमारी चेतना repodie moment के दौरान ही जागृत रहती है।



यानी कि आप इसे आधी जागृत अवस्था और आधी नींद की अवस्था भी कह सकते हैं।


अब दोस्तों ज्यादातर सपनों का तो कोई मतलब नहीं रहता लेकिन कुछ सपने ऐसे होते हैं जो हमारे आने वाले कल की तरफ इशारा करते हैं और ऐसे सपने के दौरान इंसान को भविष्य की एक झलक देखने को मिल जाती है।


दोस्तों ऐसा काफी बार सामने आया है कि कुछ लोगों द्वारा देखे गए सपने पूरी तरह से सच हो गए और यह कहावत पूरी तरह से प्रचलित हो गई कि सुबह के सपने अक्सर सच हो जाते हैं। लेकिन दोस्तों यह पूरी तरह से सच नहीं है कि सुबह का देखा गया हर सपना सच हो जाए क्योंकि इसका कोई भी scientific reason या कोई ऐसा प्रमाण सामने नहीं आया है।


दोस्तों यहां पर मैं आपको बताना चाहूंगी कि सच होने वाले सपने ज्यादातर अध्यात्म से जुड़े लोगों को ही आते हैं। लेकिन आज तक ऐसा कोई भी शख्स नहीं हुआ है। जिसके सभी सपने सच हो गए हो हालांकि कई लोगों ने बड़े-बड़े सपने देखे और सच भी हो गए जिनमें से कुछ चुनिंदा लोगों को तो आप जानते ही होंगे ।


फिर चाहे वह film industry के अमिताभ बच्चन हो या फिर अंबानी या रतन टाटा लेकिन दोस्तों सिर्फ सपना देखने से कोई भी इंसान कामयाब नहीं होता उसके पीछे मेहनत करनी पड़ती है।  

इसलिए सपने के पीछे का विज्ञान पूरा सच नहीं होता सपने हमें अलग-अलग तरह के आते हैं कुछ सपने हमारे दिनचर्या को दर्शाते हैं कुछ सपने हमारे अतीत से जुड़े होते हैं। कुछ सपने हमें भविष्य की झलक भी दिखाते हैं इसलिए सपनो के पीछे का विज्ञान बहुत ही पेचीदा है।


इसके अलावा दोस्तों देखा जाए तो सपने हमारे जिंदगी के खूबसूरत पहलू भी हैं जो बिना हमारे शरीर के हमारे दिमाग को बाकी की दुनिया से जोड़ता है और हमारे सामने कुछ ऐसी चीजें लाकर खड़ी कर देता है जो देखा जाय तो इसमें बहुत कुछ छिपा हुआ है और नजरअंदाज किया जाए तो सपना बनकर रह जाता है।

Conclusion:

दोस्तों विज्ञान के विचारक बताते हैं कि सपने इंसान की दबी हुई इच्छाओं को बताते हैं। हमें उसी चीज के सपने आते हैं जिसको हमने जागृत अवस्था में सोचा है यानी कि आप का देखा हुआ सपना आप पर ही निर्भर करता है। क्योंकि सोने से पहले आपका दिमाग जिस बात पर गौर कर रहा था किस चीज के बारे में आप सोने से पहले सोच रहे थे।


दोस्तों उम्मीद करती हूं कि आज के article के जरिए सपनों की दुनिया के पीछे के विज्ञान के बारे में जानकर आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि हमें सपने इसलिए आते है!


दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसी ही ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी website पर आए।


दोस्तों आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।

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