क्या औरत मोजा पहन कर नमाज़ अदा कर सकती हैं या नहीं?

हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।

thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।


दोस्तों आज हम बात करेंगे कि क्या औरत या आदमी मौजा पहनकर नमाज अदा कर सकती है या नहीं? जी हां दोस्तों इसी topic पर आज हम विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे इसलिए article में अंत तक बने रहें।

Can-a-woman-offer-Namaz-wearing-socks-or-not


दोस्तों मोजे पहनकर नमाज पढ़ना सही है या नहीं है?
क्या हम मोज़े पहनकर नमाज अदा कर सकते हैं?

तो दोस्तों इस पर कहा गया है कि नमाज पढ़ते वक्त पैरों की उंगलियां खुली हुई होनी चाहिए और मौजा पहनने के बाद हमारे पैर और पैर की उंगलियां ढक जाती हैं, छुप जाती है। तो क्या ऐसी सूरत में हमारी नमाज मुकर्रर होती है या कुबूल होती है?


क्या मौजा पहनकर नमाज पढ़ना मना है?
क्या मौजा पहनकर नमाज अदा करने से हमारी अदा की गई नमाज हमारे खुदा तक नहीं पहुंचती है?
मौजे पहनकर अदा की गई नमाज को क्या हमारे खुदा कूबुल नहीं करते?


आइए दोस्तों इन सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं:-

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौजा पहनकर नमाज अदा करने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी कोई दिक्कत नहीं है। मौजा पहनकर नमाज अदा करने से हमें उतना ही फल मिलता है। जितना हमे बिना मोजे के नमाज अदा करने पर मिलता है।


दोस्तों मौजे पहनकर नमाज अदा करने से पहले आपको इस बात पर ध्यान देना होगा कि आपके मौजे बिल्कुल धुले हुए होने चाहिए। एक दो बार पहने हुए मुझे आप नमाज में पहन कर नहीं बैठ सकते। साफ-सुथरे और धुले हुए मौजे पहनकर आप नमाज अदा कर सकते हैं। इसमें कोई भी दिक्कत नहीं है। आपकी नवाज जरूर मुकर्रर हो जाएगी।


दोस्तों दरअसल मसला यह है कि हदिसे मुबारका में ईसबाले इजहार से मना किया गया है। इसबाले इजहार का मतलब यह है कि नाभि के नीचे जो हम पहनते हैं। फिर वह चाहे pant हो या धोती हो या पजामा हो यह जो हम पहनते हैं इस के हवाले से कहा गया है कि जब यह पहना करो तो उसकी लंबाई सिर्फ आपके टकना तक ही हो (पैर का टकना) तक लंबाई होनी चाहिए। जो आप पेंट, धोती, लूंगी, जो भी पहनते हो उसकी लंबाई आपके टकनों से नीचे ना जाए इसबाले इजहार इसे कहा जाता है और जो टकनों से ऊपर जो हम लटका के उसको वापस उपर ले जाते हैं। 

लूंगी को जैसे हम लूंगी को बांधते हैं तो सारा कपड़ा नीचे की तरफ आ जाता है और अगर ज्यादा बड़ा हो जाता है हमारे टखने को touch कर देता है। तो हम उसको वापस मोड़ कर अपने कुल्हे पर बांध लेते हैं यह सबसे अच्छा तरीका है इसमें कोई दिक्कत नहीं है ।


दोस्तों आपने ज्यादातर देखा होगा मुसलमान भाई हमेशा अपना पजामा छोटा रखते हैं। ऊंचा पजामा पेंट धोती पहनते हैं। क्योंकि इनकी धोती या पेंट की लंबाई टकनों से ऊपर ही रह जाती है। इनका कुर्ता तो लंबा होता हैं लेकिन पजामा में छोटा होता हैं।


अब दोस्तों मौजे को देखा जाए तो हम मौजे को कभी भी ऊपर से नीचे की तरफ नहीं लाते। क्योंकि उसको उंगलियों से पहना जाता है और उंगलियों से पहन कर मौजे को ऊपर की तरफ ले जाया जाता है तो यह इसबाले इजहार नहीं है।


दोस्तों मुसलमान भाई जो कपड़ा पहनते हैं वह ऊपर से नीचे की तरफ टकनों तक होना चाहिए और रही बात मौजे की तो मौजा तो हम उंगलियों से पहनते हैं। जो ऊपर की तरफ जाता है तो मौजे से जो टखना छुप जाए वह इसबाले इजार में नहीं आता।


इसके अलावा दोस्तों आप हदिसे मुबारका उठाकर देख लीजिए। खुद आकाये ग़ालिब सल अल्लाह वाणी अस्सलाम शहादा ने खूफफैन जो चमड़े का मोजा होता है उसे पहन कर नमाज अदा करी है। 

Conclusion:

तो दोस्तों इस से भी पता चलता है कि मोजे पहनकर नमाज अदा करने में कोई बुराई नहीं है। कोई हर्ज नहीं है। 

अल्लाह ताला आपकी नमाज को जरूर कुबूल करेंगे। इसके अलावा सिर्फ ऊपर का कपड़ा जो होता है। उसको टकने से नीचे तक पहनने के लिए मना किया गया है। 

मौजा पहनकर नमाज अदा नहीं कर सकते यह किसी भी कुरान में किसी भी किताबों में नहीं लिखा गया है। मौजा पहनकर टकना ढक जाता है। यह हमारे इसबाले इजहार में नहीं आता।


दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसी ही ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी website पर आए।


दोस्तों आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for writing back

और नया पुराने