चीन भारत से ज्यादा विकसित क्यों है?

दोस्तों आज मैं आपको बताने वाली हूं कि चीन भारत से ज्यादा विकसित क्यों है?


Why-is-China-more-developed-than-India

चलिए मैं आपको बताती हूं जैसा कि हम जानते हैं कि भारत और चीन लगभग एक ही साथ आजाद हुए थे। भारत 1947 में और 1949 में आजाद हुआ था।

दोस्तों वैसे तो India में talent कूट-कूट कर भरा है फिर क्यों हम China से पीछे रह गए आइए जानते हैं-

चीन India से आगे बढ़ रहा है इस बात का कोई एक कारण नहीं है बल्कि इसके बहुत सारे कारण हैं।

1. Gross Domestic Product(GDP):

1978 में भारत और चीन की GDP(gross domestic product) एक जैसी थी। लेकिन कुछ ही समय के अंतराल में China इतनी तेजी से आगे बढ़ता चला गया कि कोई उसे पकड़ ही ना पाया।

2. Religious factors:

सबसे पहले तो दोस्तों China hardwork में नहीं smart work में विश्वास करता है। यह एक ऐसा देश है जो 50 साल आगे की सोचता है। China की 52% आबादी धर्म(Religion) पर विश्वास नहीं करती। इतनी बड़ी आबादी वाला देश चीन एक ऐसा देश है जहां की आधी से ज्यादा जनता नास्तिक(atheist) है।

चीन(China) के लोग धर्म की जगह कर्म पर अपना पैसा लगाते हैं। हमारे देश की पिछले 40 साल की average growth rate मात्र 6% है। वही China की average growth rate 10% से भी अधिक है।

3. Population factor:

दोस्तों दोनों ही देशों में लगभग एक समान आबादी है। लेकिन जिस गति से हमारे देश की आबादी बढ़ रही है उस गति से हम China को भी पीछे छोड़ देंगे। China की advance education 100% तक पहुंचने वाली है।

4. Non-Educative mindset:

भारत में तो कई बच्चे ऐसे हैं जिन्हें education का मतलब ही नहीं पता और यही हमारे भारत की सबसे बड़ी गलती है कि हमारे देश में कहीं भी किसी भी चीज की कमी नहीं है सिवाय शिक्षा के।

शिक्षा की कमी के कारण ही हमारे देश के लोगों के दिमाग का विकास नहीं हो रहा है और वह जाति, धर्म आदि में ही पिस कर रह जाते हैं और कभी भी आगे बढ़ने की नहीं सोच पाते।

जब तक लोगों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल जाती तब तक हमारा देश कभी भी China से आगे नहीं निकल सकता। China में लगभग हर इंसान पढ़ा लिखा है और वहां पर जबरदस्ती ज्ञान नहीं ठोका जाता बल्कि सच में ही बच्चों को शिक्षित किया जाता है।

भारत में 74.04% ही लोग पढ़े लिखे हैं जबकि China में 96.36% लोग पढ़े लिखे हैं।

जब दोनों देश आजाद हुए तब दोनों ही देशों के हालात लगभग एक समान ही थे। यहां तक की आर्थिक स्थिति भी एक जैसी ही थी। लेकिन दोस्तों आज चीन बहुत ज्यादा अमीर हो चुका है जबकि भारत के आर्थिक स्थिति अभी भी ठीक नहीं हो पाई है।

5. Infrastructure factors:

1949 में भारत की स्थिति कई क्षेत्रों में काफी बेहतर थी जैसे रेलवे विभाग। जब अंग्रेज हमारे भारत को छोड़ कर गए थे तब रेलवे structure काफी अच्छा था। 

1949 में 5600 किलोमीटर रेलवे लाइन का network था और चीन में 27000 किलोमीटर तक रेलवे लाइन का नेटवर्क था। आज China में रेलवे लाइन का नेटवर्क India से 4 गुना अधिक है। इंडिया ने बहुत कम रेलवे लाइन बिछाई है जबकि China ने इस तरफ काफी ध्यान दिया है।

चीन ने 1970 से 2010 तक जिस प्रकार की growth की है वह शायद ही किसी दूसरी country ने किया हो। 30 साल के अंदर अंदर China की economy कई गुना बढ़ गई ।

6. Government factors:

China में एक ही पार्टी है कम्युनिस्ट पार्टी(Communist Party) जबकि भारत में अनेकों पार्टियां हैं। China में जल्दी-जल्दी से लोगों के हित के लिए कार्य किए जाते हैं जबकि भारत में सभी पार्टियों की मंजूरी ली जाती है। भारत में कोई भी योजना लाने से पहले सब की मंजूरी ली जाती है लेकिन China में एक ही पार्टी होने के कारण अधिक देरी नहीं लगती।

China में लगभग सभी चीजें बनाई जाती है बस तेल को छोड़कर। सिर्फ तेल का उत्पादन China में नहीं होता। China सबसे पहले यह देखता है कि दुनिया में कौन सी चीज सबसे ज्यादा बिकेगी और लोग उसे किस price में खरीदना पसंद करेंगे। उसी हिसाब से China चीजें बनाता है।

China की चीजें कम दाम पर मिलती है जबकि भारत की चीजें ज्यादा दामों पर मिलती है। दूसरे देशों की companies जो चीजें बनाती है वह अधिक दामों पर चीजें बेचती है। लेकिन China कम दामों पर चीजें बेचता है जिसके कारण China से competition करने के लिए कोई नहीं उठता।

7. Social factors why China is more developed than India:

China की सबसे बड़ी ताकत वहां के लोग हैं क्योंकि वहां के लोग बहुत ज्यादा hard working होते हैं। हमारे यहां के लोग यह देखते हैं कि काम छोटा है या बड़ा है लेकिन China में लोग ऐसा नहीं सोचते हैं। वह अपनी fees भरने के लिए part time jobs करते हैं।

हमारे यहां के लोग जहां आशिकी के चक्कर में या बुरी लतों के शिकार हो जाते हैं और वहां के लोग इस उम्र में अपना startup शुरू कर देते हैं। वहां के लोगों की सोच ही अलग है और यही कारण है कि China दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्था बन चुका है।

हमारे यहां के लोग जहां अपना टाइम पास कर रहे हैं और reels बना कर अपना टाइम पास कर रहे हैं वही दूसरी तरफ China के लोग अपनी तरक्की की ओर ध्यान दे रहे हैं।

8. Economic factors why China is more developed than India:

दोस्तों आप यह बात जानकर हैरान हो जाएंगे कि 80% air conditioner(AC) China में ही बनती है और 70% smartphones China ही बनाता है। दुनिया में 60% जूते भी China में ही बनते हैं।

दुनिया में 60% सीमेंट भी China में ही बनती है। दुनिया में 50% कोयले का production भी China ही करता है। 45% पानी वाली जहाज China में बनती हैं। 74 प्रतिशत Solar cell China बनाता है। China हर तरफ से अपने पैर पसार चुका है।

Things need to be done to compete with China:

दोस्तों! अगर हमें China को पकड़ना है तो हमें यह समझना होगा कि इतने ज्यादा सामान का इतनी बड़ी आबादी में इस्तेमाल करना कोई बड़ी बात नहीं है। अगर हम अपने ही देश का सामान इस्तेमाल करने लगेंगे तो हमारे देश का अधिकतर फायदा तो हमारे जैसे लोगों से ही होने लग जाएगा क्योंकि यह नीति China ने अपनाई थी।

1960 के दशक में हमारा देश दुनिया का सबसे बेहतर देश माना जाता है लेकिन पिछले कुछ सालों में लूट, भ्रष्टाचार और बिगड़ी व्यवस्था के कारण आज हम China से भी पीछे हैं।

वैसे तो दोस्तों अगर भारत और चीन का इतिहास एक जैसा है। आज भारत की GDP दुनिया के 10 बेहतरीन देशों में शामिल होती है। अंग्रेजों ने जो education system बनाया था उसे कोई भी बदल नहीं रहा है।

चीन में सभी लोगों को रोजगार दिया जाता है भले ही उन्हें मासिक वेतन कम दिया जाता हो। चीन के लोग बहुत ज्यादा मेहनती होते हैं।

China और India दोनों में बहुत सारे culture और religion है लेकिन दोनों में एक फर्क है भारत के संविधान में बहुत सारे rights दिये गए हैं।

चीन में जमीन के दाम बहुत कम है जबकि भारत में जमीन के दाम बढ़ते ही रहते हैं कम होने का नाम ही नहीं लेते।

India में Civil society बहुत ज्यादा powerful है। जब भी सरकार के द्वारा कोई बड़ा project पास किया जाता है तो कोई ना कोई संस्थान या सिविल सोसाइटी का कोई भी member सरकार के खिलाफ खड़ा हो जाता है।

लोग उस योजना में कमियां खोजने लगते हैं और हानियां बताने लग जाते हैं जैसे कि इससे environment को नुकसान पहुंचेगा या local जो society है उसको नुकसान पहुंचेगा। 

India में investment के लिए बहुत ही ज्यादा सावधानी बढ़ती जाती है लेकिन China में ऐसा नहीं होता। China की Civil society इतनी ज्यादा powerful नहीं है। China में लोग सरकार को यह नहीं कह सकते कि मानव अधिकारों का हनन हो रहा है।

China में लोगों को सरकार के खिलाफ कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। जबकि India में कोई भी योजना लाई जाती है तो लोग उसका विरोध करते हैं, हड़ताल करते हैं तथा आंदोलन भी करते हैं।

India में लोग योजना के लाभ की जगह नुकसान देखते हैं और सरकार को नई योजना लाने में बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है।

China में project ढीले नहीं होता और जल्दी से उस project को लागू कर दिया जाता है जबकि इंडिया में छोटे से काम को लेकर भी बहुत ज्यादा समय लगा दिया जाता है।

China के पास पैसों की कमी नहीं है। China के पास land area बहुत ज्यादा है और India के पास इतना area नहीं है।

Disadvantages to people living in China:

1. China में बहुत सारे लोग बेरोजगार हो रही हैं।

2. वहां के लोगों का मानव अधिकार हनन हो रहा है लेकिन China इस तरफ ध्यान नहीं देता।

3. China बहुत सारे लोगों का सपना चूर-चूर करती जा रही है जबकि India में ऐसा possible नहीं है।

4. हमारा देश धीरे-धीरे और मजबूती से आगे बढ़ रहा है। हमारे देश में 10 metro lines का काम चल रहा है।

5. India की सरकार ने सौभाग्य योजना चलाई जिससे हर घर तक बिजली जा सके।

6. हवाई यात्रा के लिए India ने स्कीम चलाई Udaan यात्रा। इंडिया में बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही हैं और हमारा देश धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।

7. India में मानव अधिकारों का हनन नहीं होता जिस तरह और देशों में होता है। Economics और environment को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जाती हैं।

8. India में सभी community को साथ लेकर चला जा रहा है जबकि China में ऐसा नहीं है।

9. अगर हमारे देश को तेजी से आगे बढ़ना है तो investment पर focus करना होगा। जब हमारे देश से corruption को पूरी तरह से मिटा दिया जाएगा तब हमारा देश प्रगति की राह पर चल पड़ेगा। जितना corruption को कम किया जायेगा उतनी ही हमारे देश की investment ज्यादा आएगी।

10. Parliamentary Government:

दोस्तों हमारा देश एक democratic country है यानी लोगों द्वारा चुना जाने वाला देश है। हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग समान अधिकार से रहते हैं। हमारे देश में हर 5 साल के बाद सरकार बदलती रहती है। अब अगर हम चीन की बात करें तो वह इंडिया की तरह लोकतांत्रिक देश नहीं है।

चीन में एक ही सरकार communist party की सरकार चलती है। चीन की सरकार हर 5 साल में नहीं बदलती। यह हम लोगों के लिए बड़े ही दुर्भाग्य और दुख की बात है कि जब हमारा देश आपातकाल और अत्याचारों से जूझ रहा था तब चीन की communist party अपने देश को और आगे चलाने के लिए अहम फैसले ले रही थी।

11. बहुत सारे लोग यह मानते हैं कि चीन की एक पार्टी रहने का वहां के लोगों के लिए अच्छा नहीं है लेकिन पिछले पांच 10 सालों में चीन ने जो तरक्की की है उससे कहीं ना कहीं यह बात साबित होती है कि चीन का यह सिंगल पार्टी सिस्टम देश के विकास की राह में आने वाली बाधाओं को रोकने में काफी सफल है।

Meaning:

Single party system: जब सिर्फ एक ही पार्टी देश पर शासन चलाती रहें।

Single party system से वहां की सरकार में stability आती है। Stability का फायदा यह होता है कि वहां की सरकार देश के विकास के लिए कोई भी कदम 20 से 25 साल की planning करके उठाती है और फिर उस plan पर उसी के हिसाब से काम किया जाता है।

12. वहीं अगर हम भारत की बात करें तो यहां की सरकार चाह कर भी इतनी long term planning नहीं कर सकती क्योंकि जितना समय किसी नई चीज को प्लान करने में लग जाता है इतने समय में सरकार को यह चिंता सताने लगती है कि 5 साल पूरा होने के बाद उनके पास कुर्सी रहेगी भी या नहीं इसलिए भारत सरकार द्वारा long term planning बहुत कम देखने को मिलती है।

Conclusion

चीन भारत से ज्यादा विकसित हुआ है क्योंकि वहां पर धर्म और जाति के नाम पर लोग लड़ाई झगड़े नहीं करते वहां के लोग अपने career के ऊपर ज्यादा focused रहते हैं। चीन की सरकार कानून अपने हिसाब से बनाती है और बाद में उसके ऊपर कोई सवाल जवाब नहीं करती जबकि भारत में ऐसा नहीं होता।

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आज की पोस्ट में बस इतना ही मिलते हैं एक और नई और रोचक पोस्ट के साथ है तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

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