न्यूज़ एंकर की तनख्वाह तो कोई ज्यादा नहीं होगी, तो फिर वह कैसे कम समय में करोड़ों रुपए के मालिक बन जाते हैं? -reasons why news anchors become rich so early

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मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।

दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!

दोस्तों आज हम बात करेंगे न्यूज़ एंकर की तनख्वाह तो कोई ज्यादा नहीं होगी, तो फिर वह कैसे कम समय में करोड़ों रुपए के मालिक बन जाते हैं(If the salary of a news anchor will not be much, then how does he become the owner of crores of rupees in a short time in hindi)?

reasons why news anchors become rich so early


तो चलिए यह बात शुरू से शुरू करते हैं। दोस्तों आप सभी को तो पता ही होगा भारत में मुख्यतः आज तक, ज़ी न्यूज़, रिपब्लिक टीवी यह सब चैनल ही फेमस है जो के न्यूज़ को दिखाती है।

न्यूज़ चैनल तो दोस्तों ने भी बहुत सारी है लेकिन यही चैनल मुख्यतः भारत में देखे जाते हैं। इसलिए मैं आज इन्हीं चैनल की ज्यादातर बात करूंगी।  

दोस्तों मीडिया को या journalism को democracy का चौथा pillar माना जाता है जितनी ज्यादा मीडिया सच खबर को फैला सकती है उतना ही अगर चाहे तो झूठ खबर को भी फैला सकती है।
दोस्तों जो भी न्यूज़ चैनल हो सब के सब पाकिस्तान के बारे में खबर बताते हैं या फिर मोदी की तारीफ करते हैं। किसी भी चैनल को उदाहरण के तौर पर ले सकते हैं जैसे कि मैं जी न्यूज़ को लेना चाहूंगी। 

दोस्तों जी न्यूज़ ने पिछले 30 दिनों में 49 मुद्दे उठाए जिनमें से कम से कम 25 मुद्दों में तो पाकिस्तान की ही बात थी और बाकी 20 मुद्दों में मोदी जी की तारीफ करी। बाकी मुद्दों में कांग्रेस और अन्य पार्टियों की बुराई की।

दोस्तों अगर मोदी जी ने कोई भी अच्छा काम किया तो उसकी सराहना करने में कुछ भी बुराई नहीं है बल्कि यह तो अच्छी बात है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री ने कुछ अच्छा काम किया है और उसको बढ़ा चढ़ा कर दिखाना कोई बुरी बात नहीं है। लेकिन अभी थोड़े दिन पहले भुखमरी से कितने लोगों की मौत होती है उसका इंडेक्स आया था। वह इस न्यूज़ चैनल पर कितनी बार समझाया एक बार भी नहीं।

दोस्तो मुझे न्यूज़ चैनलों की यह बात सबसे बुरी लगती है की जो काम की खबर होती है वह वह कभी नहीं दिखाते जिससे देश को पता चले जिससे देश को जानकारी मिले ऐसे कार्यक्रम कम ही देखने को मिलते हैं। बिना बात की debate बिना बात की बहस होती रहती है जिसका कोई नतीजा नहीं होता। लोग अपना मनोरंजन करते रहते हैं न्यूज़ एंकर वाले अपना गला फाडते रहते हैं।

भारत में न्यूज़ एंकर की तनख्वाह कितनी होती है(what is the salary of news anchor in india)?

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NDTV के साथ काम कर रही है बरखा की एक महीने सैलरी लगभग 30 लाख है तथा annual salary लगभग 3.5 करोड़ है।
दोस्तों खबरों की मानें तो बरखा दत्त 21 साल से NDTV के साथ काम कर रही है। 

दोस्तों तो यह 21 सालों में बढ़ बढ़ कर उसकी सैलरी इतनी हुई है और यह है उसका जिंदगी भर का अनुभव है जिससे कि वह महीने का 30 लाख तक कमा रही है।

अब अगर हम बरखा दत्त की सैलरी को देखते हुए किसी ने एक साधारण न्यूज़ एंकर की तनख्वाह का अंदाजा लगाएं तो वह मुश्किल से 1 लाख से 3 लाख रुपए तक होगी। 

मैं मना नहीं कर रही कि कुछ खास खास न्यूज़ चैनल किसी अच्छी न्यूज़ एंकर को ज्यादा भी तनख्वाह दे सकते हैं। इसमें कोई भी बड़ी बात नहीं है। अगर कोई भी न्यूज़ एंकर ज्यादा प्रसिद्ध हो जाता है या फिर काफी ज्यादा उसकी ख्यातिप्राप्त हो जाती है तो निश्चित रूप से उस न्यूज़ एंकर की सैलरी में काफी ज्यादा वर्धि हो जाना संभव है।

लेकिन आप सभी को पता है कि न्यूज़ एंकर में काफी ज्यादा फेमस होना बहुत ही मुश्किल है और ऐसे बहुत कम ही लोग हैं या फिर मैं कहूं कुछ चुनिंदा लोग ही ऐसे हैं जिनकी मासिक तनख्वाह अच्छी है कि वह करोड़ों रुपए कमा पाए। नहीं तो लगभग 90 परसेंट न्यूज़ एंकर ऐसे हैं कि जिन की तनख्वाह एक नॉर्मल कंपनी के कर्मचारी से भी कम है।

अब हम बात करेंगे न्यूज़ एंकर की तनख्वाह तो कोई ज्यादा नहीं होगी, तो फिर वह कैसे कम समय में करोड़ों रुपए के मालिक बन जाते हैं?

दोस्तों अगर न्यूज़ एंकर सच में मेहनत कर रहा है तो उसे चैनल की तरफ से काफी ज्यादा उपहार मिलते हैं जिससे कि वह आगे बढ़ सकता है और एक मोटी रकम कमा सकता है। 

बाकी आप सभी को पता ही है न्यूज़ एंकर ज्यादातर रिश्वतखोरी होते हैं। वह किसी खास समुदाय या फिर किसी खास पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ कर मोटा पैसा वसूलते हैं और पूरा दिन उनकी खबर चलाते रहते हैं। 

उनके बारे में अच्छा अच्छा बोलते रहते हैं। उनको देश से कोई लेना देना नहीं होता। वह सिर्फ यह सोचते हैं कि हमारी जेबे भरती रहे तो इसी प्रकार राजनीतिक नेता उनकी जेब में रहते हैं और वह उनके बारे में सब कुछ अच्छे-अच्छे बताते रहते हैं।

दोस्तों जो न्यूज़ एंकर corruption से जिन राजनीतिक लोगों के भलाई के लिए दूसरी पॉलिटिकल पार्टियों के ऊपर दाग लगाते हैं वही न्यूज़ एंकर उन राजनीतिज्ञों को मौका आने पर फिर हाथ पसारते हैं।

दोस्तों अगर कोई न्यूज़ एंकर उस पार्टी से हाथ मिलाता है जिसकी सरकार अभी वर्तमान में है तो वह सरकार उसको तरह-तरह के उपहार, बहुत ज्यादा पैसा और उनके निजी जनों को कई बार सरकारी या कोई अच्छी पोस्ट पर नौकरी दे देते हैं। जिसके कारण भी न्यूज़ एंकर चाटुकार बन जाते हैं।

कुछ तो उम्मीद है आपको मेरी जानकारी पसंद आई होगी अगर पसंद आई है तो प्लीज इसे शेयर करते हैं और अगर आपका विचार कुछ और है या फिर आप कुछ मुझसे कहना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करें मैं आपका जरूर रिप्लाई करूंगी।

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आज की पोस्ट में बस इतना ही मिलते हैं एक और नई और रोचक पोस्ट के साथ है तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।

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