हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!
![]() |
वेब सर्वर (web-server) क्या होता है और वेब सर्वर (web-server) कितने प्रकार के होते हैं? Web-server and it's types in hindi |
आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे कि वेब सर्वर(web-server) होता क्या है?
इंटरनेट की दुनिया में जंहा data ही data है आप देख सकते हो अभी भी आप data ही पढ़ रहे हो और हमारे चारों तरफ बहुत सारा data पड़ा हुआ है तो उसको कोई आदमी तो operate कर नहीं सकता उसके लिए हमें किसी मशीन की जरूरत पड़ेगी या फिर दूसरी भाषा में कहें तो किसी रोबोट की जरूरत पड़ेगी जो यह काम बिल्कुल आसानी से कर सके।
तो इस data को संभालने और उपयोग में लाने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनें बनाई गई है उन बड़ी-बड़ी मशीनों को कहते हैं वेब सर्वर(web-server)।
दूसरी भाषा में समझे तो web-server एक ऐसी चीज है जो HTTP यानी hyper text markup language के ऊपर डाटा को शुरू करता है।
Http के अलावा भी है चल सकता है लेकिन यह बात तो तय है कि आजकल फोन के बिना रहना संभव है नहीं और मोबाइल का इंटरनेट वेब सर्वर(web-server) पर ही आधारित है।
दोस्तों जैसे ही आप कोई डाटा गूगल में जाकर सर्च करते हैं तो जो सर्च रिजल्ट(search result) आपको आते हैं जो वीडियोस या फिर गाने या फिर जो भी आपन सर्च किया वह कहीं तो स्टोर होता है ना।
दोस्तों वह वेब सर्वर(web-server) ही है जहां वह data सेव होता है।
दोस्तों मान लीजिए आपके कंप्यूटर के server में कोई दिक्कत आ गई तो आप उसे रीस्टार्ट कर देते हैं और रीस्टार्ट करने के बाद वह दोबारा से काम करने लगता है।
अब अगर इसी सिचुएशन को हम वेब सर्वर(web-server) की कंडीशन में देखें तो वह संभव नहीं है क्योंकि वेब सर्वर(web-server) अगर दिक्कत में आ गया तो हम उसे रीस्टार्ट नहीं कर सकते हमें पूरी दुनिया का इंटरनेट बंद करना होगा इसीलिए उसमें बहुत बड़े-बड़े रैम और प्रोसेसर अच्छी क्वालिटी वाले लगाए जाते हैं ताकि ऐसी कोई समस्या ना आए।
कई बार वेब सर्वर(web-server) ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से बंद हो जाता है या फिर crash कर जाता है।
यह ज्यादातर वेबसाइट के मामले में ही होता है और उसे दोबारा से रीस्टार्ट होने में बहुत ज्यादा समय लगता है।
वेब सर्वर काम कैसे करते हैं?
दोस्तों इसको मैं एक उदाहरण से समझाती हूं जैसे कि यूट्यूब मैं आप कुछ भी सर्च करते हैं तो वह सर्च सीधी जाती है यूट्यूब के server में और वहां से वह server आपको रिजल्ट आपके मोबाइल या कंप्यूटर पर दिखाता है।
यह काम कुछ ही सेकंड में हो जाता है या फिर यह कहूंगी कि मिली सेकंड में हो जाता है।
और दोस्तों वेब सर्वर(web-server) यूट्यूब, गूगल, फेसबुक, टि्वटर सबका अलग अलग है। अगर आप कोई भी चीज यूट्यूब पर सर्च करते हैं या फिर फेसबुक पर सर्च करते हैं तो वह सिर्फ उसी वेबसाइट का सर्च आपको दिखाता है। ऐसा नहीं है कि आप फेसबुक पर सर्च करें और गूगल के रिजल्ट देख पाए या यूट्यूब के रिजल्ट देख पाए।
वेब सर्वर कितने प्रकार के होते हैं?
चलिए दोस्तों अब मैं आपको बताती हूं कि वेब सर्वर के कितने टाइप होते हैं। दोस्तों वेब सर्वर मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं:
1. Apache वेब सर्वर
2. IIS वेब सर्वर
3. NGINX वेब सर्वर
4. Light Speed वेब सर्वर
चलिए दोस्तों अब हम इन चारों के अंतर को देखते हैं कि इन सब में अंतर क्या है!
1. Apache वेब सर्वर :
दोस्तों यह बहुत ही ज्यादा फेमस वेब सर्वर है इसको Apache ने 1995 में बनाया था यह वेब सर्वर(web-server) हर एक सिस्टम पर काम करता है जैसे कि विंडोस, लिनक्स व मैक इत्यादि।
यह एक ओपन सोर्स सर्वर(open-source server) है 60 परसेंट सर्वर Apache वेब सर्वर पर ही निर्भर है। इस वेब सर्वर(web-server) को अपने हिसाब से चेंज भी किया जा सकता है क्योंकि इसमें मॉड्यूलर फॉर्म होती है।
मॉड्यूलर फॉर्म होने का यह फायदा है कि हम इसमें और अन्य मॉड्यूल भी ऐड कर सकते हैं। इसकी खास बात यह भी है कि यह अन्य मॉड्यूलर की तुलना में काफी ज्यादा फ्लैक्सिबल होता है इसे हम अपने अनुसार ही उपयोग कर सकते हैं।
दोस्तों इसमें नए नए अपडेट भी आते रहते हैं जिससे इसको यूज़ करना और भी आसान और मजेदार हो जाता है।
2. IIS वेब सर्वर :
IIS का मतलब होता है Internet Information Services दोस्तों यह एक माइक्रोसॉफ्ट का प्रोडक्ट है इसे माइक्रोसॉफ्ट ने मई 1995 में बनाया था।
IIS वेब सर्वर बिल्कुल अपाचे वेब सर्वर की तरह ही है इसमें भी वही सारे ऑप्शन देखने को मिलते हैं जो हमें अपाचे वेब सर्वर में देखने को मिले थे।
दोस्तों अपाचे वेब सर्वर और IIS वेब सर्वर मैं सिर्फ इतना अंतर है कि वह एक ओपन सोर्स वेब सर्वर है और यह ओपन सोर्स नहीं है।
दोस्तों इसमें एक और अंतर है वह है कि अपाचे में तो हम और मॉड्यूल ऐड कर सकते हैं लेकिन इसमें नहीं कर सकते।
अब दोस्तों अगर हम इसमें अन्य मॉड्यूल ऐड नहीं कर सकते तो हम इसमें अपने हिसाब से बदलाव भी नहीं कर सकते और अगर करना भी चाहे तो वह काफी कठिन होगा।
दोस्तों यह ज्यादातर माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट में ही देखने को मिलता है क्योंकि यह माइक्रोसॉफ्ट का ही प्रोडक्ट है।
दोस्तों इसमें कस्टमर सपोर्ट बहुत अच्छा है वह जल्दी से ही आपकी सभी समस्याओं का निपटान कर देते हैं।
3. NGINX वेब सर्वर :
NGINX वेब सर्वर अक्टूबर 2004 में रिलीज हुआ था यह भी काफी पॉपुलर वेब सर्वर है। यह भी अपाचे की तरह ही काम करता है और फेमस भी है। दोस्तों यह है इतना ज्यादा फेमस है की दुनिया के 7.5% Web Hosting व web domains को अकेला ही हैंडल करता है।
इसी कारण से वेब होस्टिंग कंपनियां इसी web-server को सबसे ज्यादा पसंद करती हैं।
4. Light Speed वेब सर्वर :
Light Speed वेब सर्वर जैसा किसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह बहुत ज्यादा तेज चलने वाला सर्वर होगा तो बिल्कुल सही सोचा आपने यह एक बहुत ही फास्ट चलने वाला web-server है।
Light Speed वेब सर्वर जुलाई 2003 में रिलीज हुआ था। यह बहुत ज्यादा पॉपुलर वेब सर्वर भी है। पापुलैरिटी में इसका नंबर चौथा है और इसे कमर्शियल पर्पस(commercial purpose) के लिए उपयोग ज्यादा किया जाता है।
वेब सर्वर का उपयोग:
1. वेब पेज भेजना और प्राप्त करना
2. फ़ाइल स्थानांतरण प्रोटोकॉल (FTP) फ़ाइलों के लिए अनुरोध डाउनलोड करना
3. वेब पेज बनाना और प्रकाशित करना
दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की web-server से जुड़ी समस्या के समाधान की यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी ऐसी ही ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर आए।
आज की पोस्ट में बस इतना ही मिलते हैं एक और नई और रोचक पोस्ट के साथ है तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।
आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
Tags:
Web-server