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और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!
तो आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास topic जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे!
दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि बुखार(fever) क्या होता है और हमें बुखार(fever) क्यों आता है?
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बुखार(fever) क्या होता है और हमें बुखार(fever) क्यों आता है? - fever meaning in hindi and its causes |
दोस्तों Fever यानी कि बुखार आप सभी को कभी ना कभी तो जरूर आया होगा।
वैसे तो बुखार आना आम बात है लेकिन यह कभी-कभी बड़ी बीमारी का संकेत भी होता है।
दोस्तों जब मौसम में बदलाव होता है temperature period बदलता है जैसे कि सर्दी से गर्मी और गर्मी से सर्दी का आना।
तो अक्सर लोगों को इस बीच बुखार यानी fever आ जाता है और शायद कभी आपको भी आया होगा।
लेकिन दोस्तों शायद ही आप इसके पीछे की असली वजह और science को जानते होंगे।
तो दोस्तों आज हम किस लेख के माध्यम से बुखार के पीछे के science और उसकी असली वजह को जानने की कोशिश करेंगे और हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि लोग इस बुखार को कैसे handle करते हैं और क्या गलती करते हैं जो उनको नहीं करनी चाहिए इसलिए post में last तक बने रहे।
दोस्तों पहले हम बुखार की actual definition के बारे में जान लेते हैं की असल में बुखार(fever) किसे कहा जाता है?
दोस्तो आप ने अपने स्कूल टाइम में यह पढ़ा होगा कि हमारे बाहरी environment में temperature चाहे जितना भी हो यानी बाहरी मौसम में चाहे जितनी भी सर्दी या गर्मी हो लेकिन अपनी body के अंदर का जो temperature होता है वह normally 37 डिग्री Celsius होता है मतलब 98.6 degree Fahrenheit होता है।
और सुबह से लेकर शाम तक और शाम से लेकर रात तक इस temperature में नॉर्मली 1 डिग्री का बदलाव होता रहता है।
लेकिन दोस्तों जब हमारी body का temperature 38 degree Celsius या उससे ज्यादा होता है तो उस वक्त हमें थोड़ा अजीब सा महसूस होने लगता है।
जैसे की body में हल्का हल्का pain, आंखों में जलन, सिर में दर्द और कई बार तो उल्टी भी होने लग जाती है और इसी चीज को हम generally बुखार कहते हैं।
वैसे दोस्तों आपकी जानकारी के लिए एक बात और बता दें की आदमी की body का temperature 44 या उससे ज्यादा हो जाता है तो ऐसे में उसकी death हो जाती है।
अब यह बात आप काफी अच्छे से समझ गए होंगे कि
जब इंसान की body का temperature 38 डिग्री या उससे ज्यादा होता है तो उसे बुखार कहा जाता है।
लेकिन दोस्तों अब एक बड़ा सवाल यह आता है कि हमारी body का temperature क्यों और कैसे बढ़ता है?
और यह बुखार(fever) हमें क्यों आता है?
तो दोस्तों इस सवाल का जवाब छुपा है हमारे Brain के
एक पार्ट hypothalamus में।
यह हमारी body के temperature को regulate करता है।
लेकिन यह ऐसा कैसे करता है?
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इस temperature का हमारी health और हमारे immune system पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है।
दोस्तों मान लीजिए आप रोजाना की तरह school जा रहे हैं और रोजाना की तरह school जाकर अपने friends से मिलते हैं लेकिन आज आपके friend को जुखाम और बुखार है और वह बार-बार छींक मार-मारकर आसपास के सारे वातावरण को bacteria और virus से भर देता है।
और वही पर आप खड़े हैं और सांस ले रहे हैं और इसी तरह आप उन bacteria और virus को सांस के जरिए अपनी body के अंदर ले जाते हैं।
और जब यह bacteria आपकी body में चले जाते हैं तो यह अंदर जाकर अपने आपको लाखों करोड़ों की संख्या में बढ़ाने लगते हैं और आपके अंदर संक्रमण इतना ज्यादा हो जाता है कि आप भी इस virus से बीमार हो जाते हैं आपको भी जुखाम और बुखार हो जाता है।
और फिर हमारी body के अंदर मौजूद cells इन virus के संक्रमण से effected होते हैं और यह एक biotin नामक protein release करते हैं और यह हमारी पूरी body में फैल जाता है।
हमारे brain में मौजूद थे hypothalamus जो हमारी body के thermostat की तरह होता है पायोजिन के संपर्क में आने पर
यह पूरी body का temperature बढ़ाने का संकेत देता है यानी कि हमारी body का stat point 37 degree से बढ़ाकर यह एक नया stat point बना लेता है।
जिससे की हमारी पूरी body का temperature ज्यादा हो जाए।
हमारा brain हमारी body को अलग क्रिया करके हमारी पूरी body का temperature बढ़ाने का संकेत देता है।
दोस्तों आपको बता दें कि हमारी body का temperature 2 तरह से बढ़ता है।
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बुखार(fever) क्या होता है और हमें बुखार(fever) क्यों आता है? - fever meaning in hindi and its causes |
नंबर 1. हमारी body में कंपकंपी होना यानी कांपने की वजह से बुखार होना।
नंबर 2. हमारी body की नसों के सिकुड़ने की वजह से।
इससे गर्म खून हमारी body के centre में आ जाता है और इससे हमारी body का temperature उतना हो जाता है जितना कि
हमारे brain ने set किया होता है।
दोस्तों दरअसल हमारा brain हमारी body के temperature को बढ़ा कर उन खतरनाक virus को खत्म करने की कोशिश करता है और सामान्य स्थिति में ऐसा होता भी है।
और दोस्तों इस पूरे process की वजह से ही हमें बुखार आता है मतलब कि जिस चीज को हम बड़ी बीमारी समझ रहे होते है वह हमारे शरीर हमारे system की रक्षा करने के लिए हमारे immune system की प्रतिक्रिया होती है।
अब दोस्तों सवाल आता है कि सामान्यता बुखार होने पर लोग क्या गलती करते हैं?
देखा जाता है कि जब भी किसी को बुखार आता है तो वह बिना सोचे समझे तुरंत इसकी दवा लेना शुरू कर देते हैं और ऐसा करने से हमारे दिमाग के द्वारा जो temperature set किया गया होता है यह उसको घटा देता है। इससे यह बुखार उतर जाता है और फिर हमारे शरीर का temperature बढ़ नहीं पाता है।
जो कि हमारे शरीर में मौजूद खतरनाक viruses को खत्म करने के लिए बहुत जरूरी होता है ।
और ऐसा करके लोग जाने अनजाने में अपने शरीर की normal process जो कि हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होती है उसको लोग रोक देते हैं।
दोस्तों generally देखा जाता है कि बुखार 5 से 7 दिन के अंदर अपने आप उतर जाता है।
और हमारा शरीर पहले से ज्यादा स्वस्थ और फुर्तीला हो जाता है।
लेकिन यह बात समझ में नहीं आती कि लोग थोड़ा सा बुखार भी झेल क्यों नहीं पाते हैं और दवाइयों का सेवन करना शुरू कर देते हैं।
हालांकि दोस्तों कुछ ऐसी critical condition होती है जिनका बुखार आपको संकेत दे देता है। जैसे कि hypothalamus में damage हो जाना और cancer जैसी बीमारी में भी लोगों को बुखार होता है।
तो दोस्तों अब से बेवजह परेशान होने की जरूरत नहीं है और इससे आगे आपको जब भी बुखार आए तो किसी अच्छे और educated doctor से सलाह जरूर लें।
तो दोस्तों अब आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि, "बुखार क्या होता है? और यह क्यों आता है?"
उम्मीद करती हूं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी ऐसी ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर आए।
आज की पोस्ट में बस इतना ही मिलते हैं एक और नई और रोचक पोस्ट के साथ है तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।
आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।