हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!
तो आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास टॉपिक जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे!
दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको मतदान से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं इसीलिए पोस्ट को ध्यान से और पूरा पढ़ें।
दोस्तों आज हम निविदत्त मतपत्र और टेंडर मतपत्र (Challenge And Tender Vote) क्या होता है इसके बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे और आपको यह भी बताएंगे कि यह कब जारी किया जाता है।
दोस्तों इस मतपत्र को जारी करने के 4 स्टेप हैं जिनको आप अच्छे से समझ लें हम सभी स्टेप आप को समझाने की कोशिश करेंगे।
दोस्तों पहला रीजन या पहला स्टेप।
दोस्तों जब निविदत्त मतपत्र या टेंडर वोट (Challenge And Tender Vote) जारी किया जाता है वह यह है कि:
दोस्तों यदि कोई व्यक्ति स्वयं को मतदाता बताते हुए मतपत्र की मांग करें तथा मतदाता सूची के अवलोकन से यह ज्ञात हो कि उसका Vote पड़ चुका है। ऐसी स्थिति में पीठासीन अधिकारी अपने स्तर से जांच करने और संतुष्ट हो जाए कि वह वास्तव में सही मतदाता है।
दोस्तों ऐसे व्यक्ति मत पत्र प्राप्त करने का हकदार होगा।
परंतु उसके मतपत्र को मत पेटी में नहीं डाला जाएगा।
देखिए दोस्तों "यदि कोई मतदाता प्रथम मतदान अधिकारी के पास आता है Vote डालने के लिए और मतदाता सूची में उसका नाम सम्मिलित हो चुका हो अर्थात उसका Vote पड़ चुका हो।"
तो ऐसी स्थिति में पीठासीन अधिकारी उस मतदाता की पूरी जांच पड़ताल करेंगे। उसके पहचान पत्र से उसकी पहचान करेंगे और पूरी तरह संतुष्ट होंगे कि यह सही मतदाता इस स्थिति में उस मतदाता को निवेदित मतपत्र या टेंडर वोट जारी किया जाता है।
दोस्तो दूसरा स्टेप है:-
ऐसे मतदाता का विवरण निवेदित मतों की सूची प्रपत्र 30 ( परिशिष्ट 11 ) को भरने के पश्चात अमिट स्याही लगाने के बाद मतपत्रों की अंतिम गड्डी में से आखरी मतपत्र उस मतदाता को मतदान हेतु देंगे।
देखिए दोस्तों जब यह पहचान हो जाएगी और निवेदित मतपत्र जारी कर दिया जाएगा उसके बाद एक प्रपत्र आपको भरना है जिस प्रकार का नाम है प्रपत्र 30 ( परिशिष्ट11 )।
दोस्तों निवेदित मतपत्र जारी करने और प्रपत्र भरने के बाद मतदाता की उंगली में अमिट स्याही लगाई जाएगी और मतपत्र की अंतिम गड्डी में से अंतिम मतपत्र उस मतदाता को मतदान हेतु देना होगा।
दोस्तों आइए अब हम आपको बताते हैं प्रपत्र 30
(परिशिष्ट 11) कैसे भरा जाएगा:
" प्रपत्र 30 परिशिष्ट 11 निवेदिता मतों की सूची "
दोस्तों यह आपका फोरम लेना है और इसमें सबसे पहले ग्राम पंचायत का नाम लिखना है।
और फिर वार्ड का क्रमांक लिखना है।
फिर सदस्य प्रधान क्षेत्र जिला पंचायत।
जिस भी पद का मत पत्र आपने जारी किया है उस पर टिक करनी है के निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक यहां पर निर्वाचन क्षेत्र का क्रमांक भरना होगा के सदस्य के लिए निर्वाचन उसके बाद यहां पर कुछ कॉलम होते हैं वह भरने होंगे।
दोस्तों इसमें सबसे पहला क्रमांक होता है जिसमें आपको 1,2,3,4, भरना होगा कि अगर 2 और 2 से ज्यादा 3,4,5 जितने भी ऐसे मतदाता यहां आते हैं। जिनको मतपत्र जारी किया जाता है उन सब की डिटेल यहां पर भरी जाएगी।
और दोस्तों इसमें दूसरा कोलम है मतदाता का नाम और यहां पर मतदाता का नाम भरा जाएगा और फिर मतदाता सूची में क्रमांक कि जो मतदाता सूची है उसमें उसका क्रमांक कौन सा है वह भरा जाएगा।
और फिर दोस्तो उस ग्राम पंचायत का नाम जिसकी मतदाता सूची है।
उसके बाद दोस्तों ग्राम पंचायत का नाम भरा जाएगा।
फिर निविदत्त मतपत्र का क्रमांक जो मतपत्र के ऊपर कॉर्नर में क्रमांक लिखा होता है वह लिखना होगा।
उसके बाद जिस व्यक्ति ने पहले ही मतदान कर दिया है।
उसके दिए गए मतपत्र का क्रमांक कि उस क्रम में उस क्रमांक पर दिए गए। यानी कि जिसको आपने निवेदित मतपत्र जारी किया है उसे क्रमांक पर जिसने भी मतदान किया हो। उसके मतपत्र का क्रमांक आपने यहां पर लिखना होगा।
उसके बाद दोस्तों अंत में है मतदाता के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान और सबसे अंत में यहां पर मतदाता हस्ताक्षर करेगा या अंगूठा लगाएगा।
उसके बाद आपको स्थान और दिनांक यहां पर डालना होगा कि किस तारीख को आपने यह फॉर्म भरा है उसके बाद पीठासीन अधिकारी हस्ताक्षर करेंगे।
दोस्तों तीसरा स्टेप है कि मतदाता मतदान कक्ष में जाकर मतपत्र पर अपना मत अंकित करके पीठासीन अधिकारी को दे देगा।
देखिए दोस्तों जब भी मतदाता अपने मत पत्र अपना मतदान करेगा उसके बाद उस मतपत्र को उस मतपेटी में नहीं डालना है। बल्कि वह मतपत्र पीठासीन अधिकारी को दे देना है।
दोस्तों यह मतपत्र मतपेटी में नहीं डाला जाएगा बल्कि इसको एक अलग लिफाफे, निवेदित लिफाफे मैं रखा जाएगा।
दोस्तों पीठासीन अधिकारी उस मतपत्र को मतपेटी में नहीं डलवाएंगे और वहां एक अलग से लिफाफा होता है जिस पर लिखा होता है। निवेदित लिफाफा उस लिफाफे में उसको डाला जाता है।
और दोस्तों इसमें जो अंतिम स्टेप है वह यह है कि इस निवेदित लिफाफे को सील करके परपत्रों के साथ संग्रहण स्थल पर जमा करेंगे।
देखिए दोस्तों इस निवेदित मतपत्र को जिस निवेदित लिफाफे में डाला जाता है उसको सील किया जाता है और अब हम आपको प्रपत्र की जानकारी देंगे कि कौन-कौन से प्रपत्र लिफाफे बनाए जाते हैं।
तो उसमें दोस्तों एक सवैदिक लिफाफा होता है जो सील बंद होता है और उसी बड़े से संवेदीक लिफाफे में इस लिफाफे को सीलबंद करके रखा जाता है।
दोस्तों आशा करती हूं कि इस पोस्ट के माध्यम से निवेदित मतपत्र और टेंडर वोट कब जारी किया जाता है इसके बारे में जो जानकारी आज दी गई वह आपको अच्छे से समझ में आ गई होगी। दोस्तों इसके बारे में आपको कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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दोस्तों आज के लेख में बस इतना ही ऐसे ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर आए।
दोस्तों मिलते हैं एक और रोचक जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।
आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।