हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!
तो आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास टॉपिक जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे!
दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से हम आपको नीम से चर्म रोग यानी चमड़ी का कोई भी रोग को जड़ से खत्म करने का एक बहुत ही आसान और कारगर घरेलू नुस्खा बताएंगे। इसलिए पोस्ट को ध्यान से और पूरा पढ़ें।
चर्मरोग में आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करते समय साबुन और शैम्पू के बजाए किस चीज का इस्तेमाल शरीर साफ करने के लिए किया जा सकता है? |
दोस्तों नीम से लगभग सारे चर्म रोग ठीक हो सकते हैं बस जरूरत होती है नीम का सही तरह से उपयोग करने की।
पूरे का पूरा नीम एक औषधि है चर्म रोगों के लिए दोस्तों नीम का तेल चर्म रोगों के लिए औषधि का काम तो करता ही है। इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे रोग हैं जिनमें नीम एक रामबाण औषधि की तरह काम करता है।
तो दोस्तों आज हम नीम के सारे फायदों की बात नहीं करेंगे आज हम नीम से चर्म रोग के इलाज की बात करेंगे।
दोस्तो सबसे पहले आपको क्या करना है कि नीम का जो पेड़ होता है उसके तने की छाल को लेना है और इसे एक साफ पत्थर पर पानी के साथ घिस ले इसके बाद इसको फोड़े फुंसी पर लगाएं। दोस्तों ऐसा करने से फोड़े फुंसी में जल्द ही आराम मिल जाता है।
दोस्तों आपको कहीं भी फोड़े फुंसी हैं तो आप नीम की छाल को पानी के साथ पीसकर लगा सकते हैं इससे आपके फोड़े फुंसी में बहुत जल्द आराम मिलेगा।
लेकिन दोस्तों आप अपने फोड़े फुंसी पर नीम की छाल के लेप को दिन में तीन बार करें और जब तक आप के फोड़े फुंसी ठीक ना हो जाए तब तक आप यह लेप रोजाना ऐसे ही करते रहे।
दोस्तों अगर किसी को चेहरे पर बहुत ज्यादा मुंहासे या कहीं शरीर पर घाव हो जाता है। तो उसको क्या करना चाहिए कि नीम के पत्तों को लेकर पानी में डालकर उबाल लेना चाहिए और नीम के पत्तों को छानकर इस पानी को ठंडा होने दें।
पानी को ठंडा करने के बाद आप इस पानी से अपने चेहरे के कील मुंहासे को अच्छी तरह धो सकते हैं और आपकी बॉडी पर कहीं घाव है या आपको कोई चर्म रोग हैं तो उसकी भी सफाई आप इस पानी से कर सकते हैं।
दोस्तों अगर आपकी बॉडी पर कहीं घाव है तो उसकी सिकाई करने के लिए आप पानी को ज्यादा ठंडा ना करें और गुनगुने पानी से ही आप इससे घाव की सिकाई करें।
दोस्तों नीम के पानी से सिकाई करने से या नीम के पानी से घाव को धोने से संक्रमण नहीं फैलता और घाव बहुत जल्दी ठीक हो जाता है। तो ऐसा आपको दिन में दो या तीन बार करना है। घाव को धोने के बाद उसको आप साफ कपड़े से हल्के हाथ से पोछ कर खुला छोड़ दे। ध्यान रहे घाव पर मक्खी ना बैठने पाए।
दोस्तों अगर आपकी बॉडी पर कोई चर्म रोग है जैसे एलर्जी, खुजली है। कहीं कोई निशान है। जैसे घाव ठीक होने के बाद निशान रह जाते हैं। उसके लिए आपको नींम के पत्तों को साफ पत्थर पर पानी के साथ पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लेना है और उस पेस्ट को आप चर्म रोग पर लगाएं। आपको बहुत आराम मिलेगा। एक बार इस पेस्ट को बनाकर आप फ्रिज में रखकर तीन से चार दिन इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
दोस्तों नीम के नुस्खे को आप एक या दो दिन लगाकर बीच में ना छोड़े। आप तब तक इसका इस्तेमाल करते रहे। जब तक आपका रोग ठीक है ना हो जाए आप इसको लंबे समय तक लगा सकते हैं। क्योंकि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
दोस्तों अगर आपको कोई चर्म रोग नहीं है। आप स्वस्थ और हेल्दी हैं तो भी आप अपने नहाने के पानी में हफ्ते में दो बार नीम के पत्ते डालकर इससे नहा सकते हैं। इसके आपकी त्वचा में कभी कोई चर्म रोग नहीं होगा। आपको करना क्या है नहाने से 1 या 2 घंटे पहले पानी की बाल्टी में नीम के पत्ते डाल दें और जब आप नहाए तो नीम के पत्तों को छलनी से निकाल दें। उसके बाद आप उस पानी से नहा ले
दोस्तों ऐसा करने से आपको कभी भी कोई त्वचा संबंधित रोग नहीं होगा और आप हमेशा चर्म रोग से बचे रहेंगे।
दोस्तों नीम के पत्तों को पानी में मिलाकर पीने से पेट के सभी कीड़े मर जाते हैं आपका खून साफ हो जाता है।
दोस्तों पहले के जमाने में बच्चों के सिर में बहुत जुएं पड़ जाती थी आजकल साफ-सफाई ज्यादा रखी जाती है। इसलिए बच्चों के सिर में जुएं नहीं पड़ती हैं। लेकिन फिर भी अगर किसी के बालों में जुएं हो जाती हैं तो आप नीम के फल को जिसे हम निबोली बोलते हैं। पानी के साथ पीसकर इसका पेस्ट बना ले।
इसके पेस्ट को अपने बालों की जड़ों में लगाने से जुएं मर जाती हैं और आपके बालों की लंबाई भी बढ़ने लग जाती हैं। आपके सिर में अगर डैंड्रफ है तो वह भी नीम के इस उपाय से बिल्कुल ठीक हो जाता है और आपके बाल सिल्की होने के साथ-साथ लंबे भी होने लग जाते हैं। इसके लिए आपको हफ्ते में दो बार इस उपाय को करना होगा।
इसके अलावा दोस्तों मच्छरों को भगाने के लिए भी नीम का उपयोग किया जाता है। इसके लिए आपको नीम नीम के पत्तों को पानी के साथ उबालकर उस पानी को ठंडा कर ले और पानी को ठंडा करने के बाद उस पानी से अपने घर के चारों कोनों में छिड़काव कर दें। जिससे मच्छर मर भी जाएंगे और बचे हुए मच्छर बाहर भाग जाएंगेे।
इसके अलावा दोस्तों नीम के पत्तों का घर में धुआ करने से भी मच्छर भाग जाते हैं। ऐसा आप बरसात के दिनों में कर सकते हैं। वैसे आप जब चाहे इस उपाय को कर सकते हैं। मैंने बरसात इसलिए बोला है क्योंकि दोस्तों बरसात में मच्छर ज्यादा होते हैं।
दोस्तों वैसे तो नीम के पेड़ हर जगह पर मिल जाते हैं। लेकिन अगर आपके आसपास नीम का पेड़ नहीं है तो आप नीम के पत्तों को सुखाकर भी रख सकते हैं और जब आपको जरूरत हो आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके आसपास पेड़ है तो आप हरे पत्तों का इस्तेमाल करें। अदर वाइज आप सूखे पत्तों को भी यूज कर सकते हैं।
दोस्तों वैसे तो नींम से जुड़ी हुई बहुत सारी औषधियां है। अलग-अलग तरह की बीमारियों में नीम अलग-अलग तरह से काम करता है। लेकिन आज हमने आपको सिर्फ चर्म रोग के बारे में ही बताया है।
दोस्तों अंत में आपको बताते हैं नीम का तेल! जी हां दोस्तों नीम का तेल एक बहुत ही अच्छी औषधि है। आप चर्म रोग में नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं इससे भी आपको बहुत अच्छा फायदा मिलेगा।
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दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की नींम से जुड़ी जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसी ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर आए।
दोस्तों आज के लेख में बस इतना ही मिलते हैं एक और रोचक जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद।
आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।
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