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मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
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दोस्तों क्या आप जानते हैं कि वन्य जीव अभ्यारण और राष्ट्रीय उद्यान में क्या अंतर होता है।
अगर आप यह नहीं जानते जो कि अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है तो आप इस लेख को अंत तक पढ़े।
मुझे पूर्ण भरोसा है कि इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद इस बारे में आप का ज्ञान बहुत बेहतर हो जाएगा।
सबसे पहले आते हैं वन्य जीव संरक्षण पर कि आखिर ये होता क्या है?
यह किसी राष्ट्र की शासन प्रणाली द्वारा जीवो को संरक्षण प्रदान करने के लिए बनाया जाता है। जिसमें जीव अपने पिंजरे में न रहकर प्राकृतिक रूप से वनों में रहते हैं। जीव संरक्षण अधिनियम 1972 में लाया गया था।
कितने प्रकार से किया जाता है जीवो का संरक्षण?
जीवों के संरक्षण की बात करें तो इनका संरक्षण तीन प्रकार से किया जाता है।
1. राष्ट्रीय उद्यान
2. वन्य जीव अभ्यारण
3. जैव मंडल।
वन्य जीव संरक्षण के प्रकार में सबसे पहले जानते हैं कि राष्ट्रीय उद्यान क्या होता है?
यह पूर्ण रूप से सरकार के नियंत्रण में होता है अर्थात इसका पूरा संचालन सरकार की निगरानी या देखरेख में होता है। इसमें व्यक्तियों के जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें किसी भी प्रकार के क्रियाकलापों पर प्रतिबंध है।
देश का सबसे पहला राष्ट्रीय उद्यान हेली राष्ट्रीय उद्यान है। अब वह जिम कार्बेट नेशनल पार्क के नाम से जाना जाता है। यह नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य में स्थित है और इसको सन् 1936 में बनाया गया था।
देश में लगभग 105 राष्ट्रीय उद्यान हैं।
अब बात करते हैं वन्य जीव संरक्षण के दूसरे प्रकार की।
वन्य जीव अभ्यारण क्या होता है?
यह सरकार तथा निजी व्यक्तियों के द्वारा संचालित होता है अर्थात सरकार या कोई निजी व्यक्ति इनके लिए संरक्षण बना कर इनको सुरक्षा या संरक्षण प्रदान कर सकता है।
इसमें पर्यटकों के घूमने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
बस पर्यटकों को इस में जाने से पहले अनुमति लेनी पड़ती है। वर्तमान में अगर बात करें तो देश में इनकी संख्या 532 है।
वन्य जीव संरक्षण के अगर हम तीसरे प्रकार की बात करें तो वह कुछ इस प्रकार से है।
तीसरा वन्य जीव संरक्षण है जैव मंडल।
जैव मंडल क्या होता है क्या आपको पता है इसके बारे में?
तो चलिए जानते हैं इसके बारे में। यह सबसे बड़ा क्षेत्र होता है। कई बार इसके अंतर्गत राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव अभ्यारण भी आते हैं। वर्तमान में अगर हम इनकी बात करें तो 18 जैव मंडल है।
नीलगिरी जैव मंडल भारत का सबसे पहला जैव मंडल है।
यहीं पर यह जानकारी होती है खत्म और आशा करती हूं कि आपको यह लेख बहुत पसंद आया होगा और आपकी नॉलेज के लिए काफी अच्छा साबित हुआ होगा। इस पूरे लेख को पढ़ने के बाद मेरे विचार से आप सभी यह समझ ही गए होंगे कि वन्य जीव अभ्यारण और राष्ट्रीय उद्यानों में क्या अंतर होता है।
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