हैलो दोस्तों कैसे हैं आप! उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है।
मैं हूं आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।
दोस्तों मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद जरूरी!
तो आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास टॉपिक जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे!
दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको 22 ऐसी महत्वपूर्ण ज्ञान की बातें बताने वाले हैं जो आपकी जिंदगी में बहुत ही मायने रखती हैं। आप सभी को यह बातें अपनी जिंदगी में जरूर फॉलो करनी चाहिए।
तो आइए दोस्तों जानते हैं कुछ ऐसी बातें ऐसी ज्ञान की बातें जो हमारी जिंदगी को और भी शानदार बनाने में हमारी मदद करेंगी।
नंबर 1. गुण मिले तो गुरु बनाओ चित्त मिले तो चेला मन मिले तो मित्र बनाओ वरना रहो अकेला।
दोस्तों व्यक्ति को हमेशा जांच परख कर अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
जिस प्रकार गुरु सभी को नहीं बनाया जाता ठीक उसी प्रकार मित्र भी हर किसी को नहीं बनाया जाता।
उसकी विश्वसनीयता और उसकी शुद्धता की जांच करनी चाहिए क्योंकि दोस्तों यह हमारे जीवन का प्रश्न होता है और हमारे जीवन को एक सही दिशा प्रदान करता है।
नंबर 2. कल आएगा यह हर सूरत में तय है लेकिन आप उस कल को किस रूप में देखना चाहते हैं यह आपको आज ही तय करना पड़ेगा।
दोस्तों समय किसी के लिए नहीं रुकता समय अपनी गति से चलता रहता है।
और इंसान जैसा कर्म आज करता है उसका फल उसको भविष्य में जरूर मिलता है।
नंबर 3. जिंदगी को समझना है तो पीछे देखो और जीना है तो आगे देखो।
दोस्तों अगर आपको जिंदगी को समझना है और उसके खट्टे मीठे अनुभव को जानना है तो मुड़ कर पीछे देखो। लेकिन अगर आपको जिंदगी जीनी है तो आपको पीछे मुड़कर नहीं बल्कि आगे देखना चाहिए और अपने जीवन को हंसी खुशी जीना चाहिए।
नंबर 4. तुम्हारी राह में लोग पत्थर भी फेंकेंगे लेकिन निर्णय तुम्हें लेना है कि उन पत्थरों की दीवार बनाओगे या कामयाबी का पुल।
दोस्तों जब आपकी सफलता पूरे चरम पर होगी तो आप से द्वेष करने वाले व्यक्ति यानी आप से जलने वाले व्यक्ति आपकी राह में सदैव पत्थर फेंकेंगे। आपकी राह में रोड़े अटकाते रहेंगे लेकिन दोस्तों यह आप पर निर्भर करता है कि आप उन पत्थरों की दीवार बनाकर वहीं रुक जाएंगे या सफलता के मार्ग पर चलकर पुल का निर्माण करते हुए आगे निकल जाएंगे।
नंबर 5. आप किसी तीसरे व्यक्ति के लिए अपने सगे संबंधी और अपने हितैषी को छोड़ देते हैं और उस वक्त आपको हैरान नहीं होना चाहिए। जब वह व्यक्ति किसी और के मिलने पर आपको छोड़ दे।
दोस्तों समय बड़ा बलवान है वर्तमान में आज जैसा किसी के साथ करते हैं भविष्य में वैसा ही आपके साथ होने की पूरी पूरी संभावना होती है।
जिस प्रकार एक बच्चा किसी तीसरे व्यक्ति के कारण अपने मां-बाप को छोड़ देता है।
दोस्तों एक दिन ऐसा समय आता है कि उसके बच्चे भी उस व्यक्ति को छोड़ देते हैं समय बहुत ही बलवान है हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
नंबर 6. ठोकर लगने का मतलब यह नहीं है कि आप चलना छोड़ दें बल्कि ठोकर लगने का मतलब यह होता है कि आप संभल जाएं और संभाल कर आगे चले।
दोस्तों हमारा जीवन संघर्ष भरा होता है हमारे जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं हमें उनका सामना करना पड़ता है।
किसी भी ठोकर से व्यक्ति को घबराना नहीं चाहिए बल्कि सचेत और सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसा नहीं है कि व्यक्ति को ठोकर लगे और वह उस काम को या उस रास्ते को छोड़ ही दें।
नंबर 7. अपना राज किसी के सामने तब तक प्रकट ना करो जब तक तुम्हारा लक्ष्य पूरी तरह पूरा ना हो जाए।
दोस्तों किसी भी कार्य के पुरा ना होने से पहले हमें ढिंढोरा नहीं पीटना चाहिए। ऐसा करने से हमारा कार्य पूरा ना होने की संभावना बनी रहती है। जिससे जग हंसाई और निराशा का भाव उत्पन्न होता है।
नंबर 8. बुद्धिमान और मूर्ख आदमी में छोटा सा अंतर होता है बुद्धिमान कार्य पूर्ण होने से पहले नहीं बोलते वह सोचते हैं और मूर्ख आदमी कार्य पूरा होने से पहले बोलता है सोचता नहीं।
दोस्तों एक बुद्धिमान व्यक्ति को चाहिए कि वह कार्य पूर्ण होने से पहले सोच विचार कर एक रणनीति बनाकर उसे पूर्ण करने में पूरा ध्यान लगाए। ना की मूर्खों की भांति काम के पूरे होने से पहले ही लोगों के सामने उसका व्याख्यान करने में लगा रहे और कार्य को पूरा करने में ध्यान ना लगाएं और अगर किसी कारण से वह काम नहीं बना तो वह जग हंसाई का पात्र भी बनता है।
नंबर 9. जो तुम्हारी निंदा करते हैं उनको अपने नजदीक रखना चाहिए। क्योंकि इन्हीं के माध्यम से आप अपनी कमियों को जान पाएंगे।
दोस्तों माना जाता है कि निंदा करने वालों को हमेशा अपने पास ही रखना चाहिए। निंदा करने वाले मतलब आलोचक। जो आपकी आलोचना करते हैं आपकी कमियां ढूंढ कर आपको बताता है। तो व्यक्ति का आधे से ज्यादा अवगुण स्वयं ही दूर हो जाता है क्योंकि निंदा सुनने के बाद व्यक्ति अपनी कमियों को दूर करने का प्रयत्न अवश्य करता है।
नंबर 10. समाज में अपना परिचय खुद देना पड़े तो समझ लेना कामयाबी अभी दूर है। क्योंकि किसी भी व्यक्ति की सफलता उसका परिचय स्वयं होती है।
दोस्तों सफल व्यक्ति को अपना परिचय स्वयं बताने की जरूरत नहीं होती है समाज पहले से ही उस व्यक्ति से परिचित होता है। बस जरूरत होती है धैर्य पूर्वक सफलता की ओर अग्रसर होने की। उसके बाद सफलता आपका परिचय स्वयं देगी।
नंबर 11. कितने लोग आपको जानते हैं यह मायने नहीं रखता। किस वजह से आपको जानते हैं यह मायने रखता है।
दोस्तों समाज में अनेकों प्रकार के लोग होते हैं।
कोई दुर्गाचरण करने वाला तो कोई सदाचरण करने वाला। दोनों प्रवृत्ति के लोगों को अनेकों लोग जानते हैं।
इसका कोई अर्थ नहीं कि कितने लोग जानते हैं लेकिन आपको किस वजह से जानते हैं सदाचरण करने की वजह से या दुर्आचरण करने की वजह से यह ज्यादा मायने रखता है।
नंबर 12. सफलता मात्र 1 दिन में नहीं मिलती लेकिन एक दिन सफलता जरूर मिलती है।
दोस्तों सफलता एक ऐसी चीज है जो बड़ी खामोशी से मिलती है।
यह कोई 1 दिन में मिलने वाली चीज या वस्तु नहीं है।
इसको पाने के लिए लगन और लगातार मेहनत करनी पड़ती है।
बिना लगन और मेहनत के इस को प्राप्त करना बड़ा ही मुश्किल कार्य है।
नंबर 13. जो व्यक्ति लगातार अपने आप से लड़ता है उसे कोई नहीं हरा सकता।
दोस्तों जो व्यक्ति अपने आप से लड़ता है मतलब अपने हालातों से लड़ता है अपनी परेशानियों से लड़ता है। उस व्यक्ति को कोई हरा नहीं सकता।
स्वयं उसके विपरीत परिस्थितियां भी उसको हरा नहीं पाती।
नंबर 14. अगर आप सफल नहीं हो पा रहे हैं तो जरूरत है अपनी आदतों को बदलने की।
दोस्तों दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जिसको व्यक्ति नहीं कर सकता बस से उसको करने के लिए आपको लगन और मेहनत की जरूरत होती है।
दोस्तों अगर आपको सफलता नहीं मिल रही है तो आपको अपनी आदतें और अपने रास्ते बदलने की जरूरत है।
नंबर 15. जो व्यक्ति स्वयं अपनी नजरों में अपने आप को नहीं उठा सकता दुनिया भी उसको अपनी नजरों में नहीं उठाएगी।
दोस्तों दुनिया की नजरों में अपने आप को अच्छा दिखाने के लिए जरूरत है कि आप स्वयं को अच्छा दिखे।
अच्छे व्यवहार और अच्छे संस्कारों का आचरण करें।
दुनिया आपको वैसे ही जान जाएगी यही आपकी सफलता का मुख्य मार्ग है।
नंबर 16. जो लोग आपको पूछते हैं कि क्या काम करते हो वह लोग इस बात का अंदाजा लगाते हैं कि आपको कितनी इज्जत देनी है।
दोस्तों आज का समाज किसी भी व्यक्ति की प्रतिष्ठा और सम्मान का अनुमान इसके कार्य से लगाता है।
समाज यह देखता है कि आदमी क्या कार्य करता है और जो व्यक्ति समाज में ज्यादा पैसे कमा रहा है समाज उसको ज्यादा इज्जत देता है।
दोस्तों आज सम्मान और प्रतिष्ठा की बजाय पैसे की पूजा होती है भले ही वह व्यक्ति पैसा कैसे कमाए।
नंबर 17. प्रकृति मनुष्य का गुरु होती है जब चारों तरफ कोहरा छा जाए और कुछ दिखाई ना दे तो व्यर्थ कोशिश करने से अच्छा है व्यक्ति को एक-एक कदम सावधानी से रखना चाहिए।
दोस्तों किसी भी मनुष्य के अंदर जन्म से ही अनेकों खूबियां होती हैं और समय दिए धीरे उन खूबियों को बाहर निकालता है।
दोस्तों प्रकृति से मनुष्य बहुत कुछ सीखता है।
जिस प्रकार एक कोहरा मानव को सिखा देता है कि जब जीवन की ऐसी स्थिति में खड़े हो जहां आगे पीछे दाएं बाएं और दूर तक कुछ भी दिखाई ना दे तो ऐसी स्थिति में आप एक-एक कदम सोच सोच कर चलें। जो आपको सही और आपकी मंजिल तक पहुंचाने में आपकी मदद करेगा।
नंबर 18. अहंकार में डूबे आदमी को ना तो खुद की गलतियां दिखती हैं और ना दूसरों की अच्छी बातें।
दोस्तों जो व्यक्ति अहंकार और लोभ में डूबा रहता है उसको
किसी किस्म की गलतियां कभी दिखाई नहीं देती।
लोग उससे कितनी भी अच्छी बातें कर ले लेकिन वह उनको व्यर्थ और बेकार की बातें ही समझता है।
दोस्तों ज्ञानी व्यक्ति को चाहिए कि ऐसे इंसान से हमेशा दूरी बनाकर रखें।
जैसे जल अपना पूरा जीवन देकर एक वृक्ष का पालन पोषण करता है शायद इसीलिए जल कभी लकड़ी को डूबने नहीं देता।
दोस्तों ठीक उसी प्रकार माता-पिता का स्वभाव होता है।
माता-पिता स्वयं कष्ट सहकर अपने बच्चों की परवरिश करते हैं और जब संकट आए तो वह ढाल बनकर अपने बच्चों के सामने खड़े होते हैं।
यहां तक कि अपना सारा जीवन अपने बच्चों के लिए समर्पित कर देते हैं।
नंबर 19. व्यक्ति जब तक दूसरों के भरोसे रहता है वह वर्तमान में ही नहीं भविष्य में भी दुखी पाता है।
दोस्तों जो व्यक्ति अपने कार्यों के लिए दूसरों पर आश्रित रहता है वह अपना वर्तमान तो खराब करता ही है साथ अपने भविष्य का भी नाश कर लेता है।
दोस्तों आगे बढ़ने वाला व्यक्ति कभी किसी के लिए बाधा नहीं बनता।
और दोस्तों किसी के रास्ते में बाधा बनने वाला व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ता जो व्यक्ति स्वच्छ और निर्मल मन से अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर होता है। वह किसी के मार्ग में बाधा नहीं बनता और जो व्यक्ति अपने कपटी मन और हृदय से किसी दूसरे की सफलता के मार्ग में बाधा बनते हैं ऐसे व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ पाते।
नंबर 20. दूसरों को सुनाने के लिए अपनी आवाज ऊंची मत करो बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊंचा बनाओ कि आपको सुनने के लिए लोग इंतजार करें।
नंबर 21. किसी भी व्यक्ति के सामने अपनी समझदारी का परिचय देना भी मूर्खता कहलाता है।
कभी-कभी उस मूर्ख व्यक्ति की भी प्रशंसा कर देना समझदारी का कार्य कहलाता है।
दोस्तों किसी मूर्ख व्यक्ति के सामने अपनी समझदारी की प्रशंसा करना मूर्खता पूर्ण कार्य कहलाता है। क्योंकि आपकी समझदारी की बातें मूर्ख व्यक्ति के लिए एक धेले के समान है।
ऐसे व्यक्तियों के सामने समझदारी की बात करना व्यर्थ है। इससे अपने ही ज्ञान की हानि होती है।
नंबर 22. दोस्तों यह जरूरी नहीं कि मेरी जान की बातें सुनकर हर इंसान खुश हो। लेकिन मेरा यह प्रयास जरूर रहता है कि मेरी ज्ञान की बातें सुनकर कोई इंसान दुखी ना हो।
दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की यह सारी बातें आपको जरूर पसंद आई होंगी और मुझे आशा है कि आप इनमें से ज्यादातर बातों को अपनी जिंदगी में शामिल करके और भी अच्छे और समझदार इंसान बनने की कोशिश करेंगे और अपने अच्छे व्यवहार से सबका दिल जीत लेंगे।
दोस्तो आज की पोस्ट के बारे में अगर आप कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा।
दोस्तों मिलते हैं एक और नई और रोचक जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें। अपने चारों तरफ से सफाई का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद।
आपकी दोस्त अंशिका डाबोदिया।।
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