हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।
मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद इंर्पोटेंट।
आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो
आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग!
आज मैं आपको बताऊंगी कि मानसिक स्वास्थ्य कैसे बिगड़ता है?
आमतौर पर यह देखा गया है कि लोग शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं और मानसिक स्वास्थ्य पर अधिकतर लोग ध्यान ही नहीं देते। अगर कोई इंसान 5 से 7 दिन तक उदास है तो लोग समझ नहीं पाते कि उसे मानसिक बीमारी है।
मानसिक स्वास्थ्य तब बिगड़ता है जब हमारे दिमाग पर किसी चीज को लेकर दबाव पड़ता है: जैसे विद्यार्थियों पर पढ़ाई का दबाव।
(1) रोज एक जैसी दिनचर्या करने से मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता है। जब हम लगातार किसी आदत को लंबे समय तक जारी रखते हैं तो हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
(2) परिवार के हालातों के अनुसार अपने आप को ढाल लेना चाहिए। जब कोई मनुष्य अपने परिवार के खिलाफ होकर कोई काम करता है तो वह मानसिक रूप से बहुत दुखी हो जाता है।
(3) बिना सोचे समझे कोई भी कार्य करने से हम मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। कुछ भी सोचे समझे पहले बोलना या करना हमारे लिए घातक साबित होता है।
(4) गलत संगति में पड़ने के कारण भी मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है तथा हम नकारात्मक ऊर्जा से भर जाते हैं।
(5) अकेले रहने से भी मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। अकेलापन कुछ हद तक ही सही रहता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, जिसके कारण वह लोगों के साथ मिलजुल कर ही रह सकता है। अकेले रहने से मानसिक रूप से वह कमजोर बन जाता है।
(6) भूतकाल में हुई बातों को याद करके दुखी होने के कारण भी मानसिक रूप से हम अस्वस्थ हो जाते हैं। भूतकाल और भविष्य काल की चिंता में ही हम अपना ज्यादातर समय बर्बाद कर देते हैं।
(7) अधिक गुस्सा करने के कारण भी हमारा मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। गुस्सा करने से नकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है।
(8) ज्यादा सोचने के कारण भी हम अपनी ज्यादातर ऊर्जा बेफालतू की बातें सोचने में खर्च कर देते हैं।
(9) मांसाहारी और तला हुआ भोजन खाने के कारण भी मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
(10) दूसरों के बारे में नकारात्मक बातें करने तथा दूसरों में कमियां निकालने के कारण भी हमारा मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। दूसरों में कमियां गिनते-गिनते हम खुद की कमियां भूल जाते हैं।
(11) आलसी और कामचोरी के कारण भी हम मानसिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। आलस्य होने के कारण नई नई चीजें नहीं सीख पाते और हमारे दिमाग का विकास वहीं पर रुक जाता है।
उपाय:-
(1) सुबह-सुबह मोबाइल का इस्तेमाल करने से हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। सुबह उठकर हमें दो-तीन घंटे तक मोबाइल को बिल्कुल भी नहीं छूना चाहिए। सुबह का समय हमारी आंतरिक शक्ति को जगाने के लिए होना चाहिए।
(2) व्यायाम करना:-
व्यायाम करना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। योगा करने से हमारा मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। व्यायाम करने से दिमाग की ऊर्जा दुगनी हो जाती है।
(3) ध्यान करना:-
ध्यान करने से हमें मानसिक शांति प्राप्त होती है। ध्यान करने से तनाव कम होता है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
(4) निर्भय होना:-
भूतकाल और भविष्य काल की चिंताओं से निर्भय होकर वर्तमान में जीना चाहिए। डर-डर कर जीने से मानसिक स्वास्थ्य में नकारात्मक विचार आते हैं।
(5) गुस्सा कम:-
गुस्सा हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। गुस्सा करने से हमारे सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती है। गुस्सा करने से हमारे दिमाग में तनाव उत्पन्न होता है।
(6) सुसंगति:-
हमें हमेशा उन लोगों के साथ समय व्यतीत करना चाहिए जो सकारात्मक सोच रखने वाले हो। हमें सामाजिक लोगों के साथ है समय व्यतीत करना चाहिए।
(7) हंसना:-
मानसिक स्वास्थ्य के लिए हंसते रहना बहुत ही जरूरी है। जब हम हंसते हैं तो हमारे दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है। दिन में जितना हो सके उतना हमें हंसते रहना चाहिए।
उम्मीद करती हूं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी आपको पसंद आई होगी।
दोस्तों आशा करती हूं आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही इंटरेस्टिंग और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर आए।
दोस्तों मिलते हैं एक और इंटरेस्टिंग जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।
आपके दोस्त पुष्पा डाबोदिया।।