क्या लंबी अवधि के लिए अपनी जमा पूंजी को पीपीएफ (PPF) में डालना सही है?

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और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।

मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद इंर्पोटेंट
आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो
आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग

दोस्तों आज हम पीपीएफ अकाउंट के बारे में कुछ खास बातें जानेंगे जो शायद आपको पता नहीं होगी!

क्या लंबी अवधि के लिए अपनी जमा पूंजी को पीपीएफ (PPF) में डालना सही है?


तो आइए दोस्तों इसके बारे में विस्तार से जानते हैं:-

PPF होता क्या है?

पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ अकाउंट निवेश का विकल्प है। इस खाते में सालाना 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। ब्याज आय पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है। मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स के दायरे में नहीं आती है। इतने सारे टैक्स बेनिफिट को देखते हुए लोग अपने बैंक/पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ खाता खुलवाते हैं। इसकी मदद से लोग काफी रकम जोड़ लेते हैं।

कितने समय में मैच्योर होती है रकम?

पीपीएफ खाते में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है. यानी इसमें 15 साल से पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं। मैच्योरिटी पर निवेशक को दो विकल्प मिलते हैं:

- खाते से पैसे को निकाल ले और खाता बंद कर दे।
- पांच साल के ब्लॉक में खाते को चालू रखे।


PPF पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आप लोगों को पैसा कब डालना चाहिए जिससे आप लोगों को मेच्योरिटी अमाउंट मिलेगा पब्लिक प्रोविडेंट फंड का वह आप लोगों को ज्यादा से ज्यादा मिल सके?

यानी कि दोस्तों हम यहां पर बात करेंगे यह आप लोगों का क्वेश्चन था कि हम लोग पैसा सालाना डालें या फिर मंथली डालें या की महीने का डाले या तिमाही छमाही का डाले।

या फिर यह सारे जो हमें इंटरेस्ट देते हैं मेच्योरिटी का अमाउंट देते हैं वह सेम ही देते हैं अगर हम एकमोस्ट में पैसा डाले या फिर हम उतना ही पैसा महीने महीने डालें

दोस्तों मैं आपको एक उदाहरण के जरिए समझाने की कोशिश करती हूं।

जैसे दोस्तों आप लोगों को सालाना इसमें मैक्सिमम डीपोजिट करना है यह आप लोगों का डेढ़ लाख होगा।

मंथली आप लोगों को यहां पर ₹12500 होगा जिससे कि 12 महीने में आप लोगों का अमाउंट डेढ़ लाख तक जा सकेगा।

वहीं पर तिमाही की बात करें तो आप लोगों का ₹37500 होगा तब जाकर के आप लोगों का मैक्सिमम अमाउंट डेढ़ लाख तक पहुंच पाएगा।

वहीं पर हाफ इयरली की बात करें तो 75,000 होगा जिससे की आप लोगों का 1 साल में ही डेढ़ लाख पहुंच सके और अगर 1 टाइम की बात करें।

ईयरली की बात करें तो डेढ़ लाख होगा तो हम क्या यह अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं तो हमें मेच्योरिटी अमाउंट सेम मिलती है? 

इसी पर आज  हम लोग इस पोस्ट में कैलकुलेट करके आप लोगों को डिफरेंस क्या क्रिएट होता है यह हम आपको बताएंगे-
 
और दोस्तों यहां पर आप लोगों का 1 और क्वेश्चन था कि क्या हम लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड में अमाउंट अलग-अलग डाल सकते हैं?

क्या वेरिएबल अमाउंट डाल सकते हैं? 

तो दोस्तों आप लोग यहां पर वेरिएबल अमाउंट डाल सकते हैं जैसे कि आप लोगों ने पहले महीने में एक हजार डाला अगले महीने में तीन हजार डाला तो यहां पर कोई ईशु नहीं है।

बस यहां पर आप लोगों को 1 साल में ₹500 डालना ही है जो कि इनका मिनिमम बैलेंस है।

तो दोस्तों आप लोगों को मैं यहां पर बता देती हूं कि पीपीएफ पर इंटरेस्ट किस तरह से कैलकुलेट होता है।

आप लोग इसको समझ लीजिए फिर मैं आप लोगों को बताने जा रही हूं इनका कैलकुलेटर जो कि मैंने यूज किया हुआं है।

यहां पर आप लोग समझ पाएंगे कि कितना डिफरेंस आता है जब आप महीने का चुज करते हैं तिमाही या छमाही का चुज करते हैं तो।
 
दोस्तों यहां पर हम पीपीएफ पर ब्याज कैलकुलेशन की बात करें तो आप लोगों को इसका जो कंपाउंडिंग इंटरेस्ट है कंपाउंडिंग ब्याज जो है यह आप लोगों को सालाना मिलता है।

जरा इस बात को गौर से पढ़कर समझना कि कंपाउंडिंग इंटरेस्ट आप लोगों को सालाना मिलता है। लेकिन जो इसका इंटरेस्ट है आप जिस में अमाउंट डालते हैं उसका इंटरेस्ट आप लोगों को महीने महीने का मिलता है।

इस बात का ध्यान रखिएगा और यही आप लोगों की अमाउंट मे जो मिचोरिटी का अमाउंट है उसमें डिफरेंस क्रिएट करेगा।

दोस्तों अगर आप लोग यहां पर जानेंगे सबसे पहली चीज तो आप लोगों का हम लोग मंथली से शुरू करेंगे फिर तिमाही पर जाएंगे, और फिर छमाही पर जाएंगे फिर सालाना पर जाएंगे।

तो यहां पर आप लोगों को मैं कैलकुलेशन समझाऊ तो आप लोग यहां महीने का 12 बार ₹12500 डालते हैं यानी कि महीने का महीने का इन्वेस्टमेंट चुज करते हैं तो आप लोगों का मेच्योरिटी अमाउंट जो निकाल कर के आएगा लगभग 45 लाख 4 हजार के लगभग होगा अगर हम मंथली देखते हैं।

वहीं पर अगर आप लोग आते हैं तिबाही पर तो आप लोग ₹37500 डालेंगे तो भी आप लोगों का डेढ़ लाख तक पहुंच पाएंगा। यह केवल में एस्टीमेट लेकर चल रही हूं की आप लोगों को आईडिया मिल पाए की आप लोग सालाना डेढ़ लाख रुपए ही डाल रहे है।

यहां पर 37500 हजार डाला आपने तो आपने  देखो होगा कि डिफरेंस जो 4000 था अब वह बढ करके ₹35000 हो गया है।

अब दोस्तों हम लोग यहां पर कैलकुलेट करते हैं हाफ इयरली का अब यहां पर हाफ इयरली में कैलकुलेट और हाफ इयरली पर अगर आप लोग आते हैं तो आप लोग जानेंगे कि इसका जो मेच्योरिटी अमाउंट 15 सालों में 45 लाख 82000 रुपए तक का है।

दोस्तों आप लोग अमाउंट में डिफरेंस तो देख ही रहे होंगे अब यहां पर अगर आप लोग आते हैं एक बार डिपाजिट करते हैं इसमें पैसा डेढ़ लाख रुपए पीपीएफ अकाउंट में तो आप लोग इसका डिफरेंस देख सकते हैं कि आपको कितना अमाउंट मेच्योरिटी पर मिल रहा है

लगभग यह 46 लाख के ऊपर है आप लोगों को इस तरह से अमाउंट डिफरेंस मिल रहा है अब ये चीजें आप लोगों को थोड़ा सा कंफ्यूज कर सकती हैं क्योंकि आप लोगों को मैंने यहां पर बताया है

जो आपका पब्लिक प्रोविडेंट फंड में ब्याज मिलता है जो आप लोगों का सिंपल ब्याज है वो आपको महीने महीने का मिलता है

लेकिन ये सारा ब्याज आप लोगों का सालाना क्रेडिट होता है इस बात का ध्यान रखिएगा और जो आप लोगों का कंपाउंडिंग ब्याज है वो आपका पूरे अमाउंट में कंपाउंड होता है ईयरली पर ना की तिमाही छमाही पर इस बात का भी आप लोग ध्यान रखिएगा।

दोस्तों सिंपल ब्याज और कंपाउंडिंग ब्याज मैं काफी डिफरेंस होता है यह आप लोगों को कंपाउंडिंग इंटरेस्ट समझ में आ ही गया होगा और कंपाउंडिंग इंटरेस्ट होता क्या है यह भी आपकी समझ में आ गया होगा।

दोस्तों आशा करती हूं आज की जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी ऐसे ही इंटरेस्टिंग जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर जाएं

मिलते हैं एक और नई जानकारी के साथ अब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद।।

आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।।

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