रसोई में रसायन शास्त्र की क्या भूमिका है?

हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे और स्वस्थ होंगे।

thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।

तो चलिए देखते हैं क्या है आज के लिए खास:

दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आए हैं। एक बहुत ही खास टॉपिक जिस पर आज हम बात करने वाले हैं।

तो हमारा आज का टॉपिक है रसोई का रसायन विज्ञान!

रसोई में रसायन शास्त्र की क्या भूमिका है?


रसोईघर और प्रयोगशाला:

दोस्तों क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई भी रसायन विज्ञान की प्रयोगशाला है चौक गए ना!

दोस्तों चलिए इसके बारे में और जानकारी लेते हैं,
क्या आपने लाजवाब व्यंजनों को बनाने की विधि पर ध्यान दिया है?

किसी भी चीज को पीसना जैसे मसाले कुछ सूखे ड्राई कुछ चीजों को भिगोना, किसी सब्जी में तड़का लगाना ,
उबालना, तलना, अचार बनाना, सेकना इत्यादि।

दोस्तों यह किसी प्रयोगशाला में प्रयोग की जाने वाली विधियों जैसी ही है।

प्रयोगशाला में प्रयोग की जाने वाली कुछ विधियां हमारे रसोई घर में भी प्रयोग की जाती हैं।

और कितने सारे पाउडर पेस्ट और सामग्रियां यहां पर भी तो इस्तेमाल की जाती हैं।

तो चलिए जानते हैं प्रयोगशाला में प्रयोग की जाने वाली कुछ विधियां किस तरह से हैं,

सोचिए कि रसोई में खाना बनाने वाला व्यक्ति क्या गतिविधियां करता है।

आइए जानते हैं कि वह क्या करते हैं और कैसे करते हैं।
रसोई की विधियां जैसे आलू उबालना, मसाले पीसना, चने भूनना ,पूरी तलना ,रोटी सेकना ,मसाले नाप कर डालना, कीप से कढ़ाई में तेल डालना, बर्तन धोना और इस्तेमाल करने के लिए पानी जैसे द्रव को रखना, दोस्तों मैंने कहा था ना कि रसोई भी एक प्रयोगशाला है।

क्या आपको पता है मैंने ऐसा क्यों कहा क्या कोई बता सकता है?

जरा सोचिए उदाहरण के लिए मान लीजिए हम अपना खाना कैसे खाते हैं।

क्या हम उसे पूरा कच्चा खाते हैं? जी नहीं,
हम अपना ज्यादातर खाना पकाते हैं।
अब खाना पकाते वक्त हम क्या करते हैं हम उसको तलते हैं, हम उसको उबलते हैं, सामग्री मिलाते हैं।

और जब खाना पक जाता है तो क्या वह कच्ची सामग्री जैसा दिखता है? या कच्ची सामग्री जैसा स्वाद देता है? 
नहीं, अब ऐसा क्यो?

रसोई में रसायन शास्त्र की क्या भूमिका है?


क्योंकि सामग्री की दिखावटी और स्वाद बदल गए हैं।
और कुछ नया बन गया है।

दोस्तों एक रसायन शास्त्री भी अपनी प्रयोगशाला में बिल्कुल ऐसा ही करती है।

वह पदार्थों को मिलाती है फिर उन्हें गर्म करती है और देखती है कि क्या होता है और तैयार किए हुए पदार्थ का विश्लेषण करती है और ध्यान से उसका अध्ययन करती है।

फिर वह विधि में प्रयोग की गई सामग्री से उसकी तुलना करके समानता और अंतर लिखती है।

इस पूरे समय में वह शुरू से अंत तक की पूरी विधि को लिखती है।
और अपने अवलोकन भी दिखती है।

अगर यही रसोई में किया जाता तो आप उसके रूल्स को क्या कहते? खाना बनाने की विधि या नहीं रेसिपी!

प्रयोगशाला की तरह  रसोई में भी ऐसी कई तरह की प्रक्रिया ही की जाती हैं जिनसे वस्तुओं में काफी बदलाव आ जाता है।

जैसे दूध का दही में बदल जाना और आटे का पक्की हुई रोटी में बदल जाना।

क्या आप अपनी रसोई में ऐसे होने वाले बदलाव की सूची बना सकते हैं?

दोस्तों यह थी आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आशा करती हूं आपको जरूर पसंद आई होगी रसोईघर और प्रयोगशाला नमस्कार।

दोस्तों आज के लेख में बस इतना ही उम्मीद करती हूं मेरी आज की जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी।

ऐसी ही नई-नई और इंटरेस्टिंग जानकारी के लिए आप मेरी वेबसाइट पर आएं।

मैं लेकर आती हूं आपके लिए अच्छी-अच्छी जानकारी जो  आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

तो मिलते हैं ऐसी ही एक और नई जानकारी के साथ तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।

दोस्तों आजकल मच्छर बहुत ज्यादा हो गए हैं और डेंगू बुखार बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए अपने बच्चों को बचा कर रखें अपने बड़ों का अपने परिवार का ख्याल रखें।
धन्यवाद।
आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।

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