हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।
तो चलिए देखते हैं क्या है आज के लिए खास:
दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आए हैं। एक बहुत ही खास टॉपिक जिस पर आज हम बात करने वाले हैं।
दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कहानी और उपन्यास में क्या अंतर होता है?
किस्सा:
इसका उपयोग किसी को किसी घटना या घटना के बारे में सूचित करने के लिए किया जाता है जो उनके साथ हुई या किसी ऐसी घटना के बारे में जो किसी को पता चल जाए और किसी और को इसके बारे में बताए।
उदाहरण के लिए
सुनिये साल 1999 का किस्सा सुनाती हूं।
तो चलिए जानते हैं कहानी और उपन्यास का अंतर:
दोस्तों यह प्रश्न बोर्ड एग्जाम में बहुत पूछा जाता है।
दोस्तों यह प्रशनबोर्ड एग्जाम में जरूर आता है यह तीन से चार नंबर का प्रश्न होता है जिसमें पूछा जाता है कि कहानी और उपन्यास में क्या अंतर है?
दोस्तों पहला पॉइंट है कहानी: कहानी में जीवन के किसी एक खंड का चित्रण होता है।
दोस्तों उदाहरण के तौर पर मान लीजिए एक लड़का होता है तो उसके जीवन में यानी कि मान लीजिए उसके जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक का समय।
उसके बीच का कोई एक तो फोटोग्राफ ले लीजिए मान लीजिए कि कोई घटना बताना उस घटना के बारे में लिखना और बताना कि कैसे क्या क्या हुआ था यह कहानी कहलाता है।
दोस्तों अब देखते हैं उपन्यास: तो उपन्यास में पूरे जीवन का चित्रण होता है।
जो उपन्यास होता है उसमें क्या होता है मान के चलो वही उदाहरण लेते हैं उस लड़के के जन्म से लेकर मृत्यु तक का लिखना है-यह उपन्यास कहलाता है।
जिसमें उसके जन्म से लेकर मृत्यु तक का लिखा जाता है वह कहलाता है उपन्यास।
दूसरा पॉइंट है कि जो कहानी होती है उसमें सिर्फ एक मुख्य कथा होती है लेकिन उपन्यास में ऐसा नहीं होता।
उपन्यास में अन्य प्रसंग की कथाएं भी जुड़ी होती है।
यानी कि उसमें कुछ एक्स्ट्रा बातें भी जोड़ दी जाती है।
दोस्तों जो कहानी होती है उसमें मुख्य कथा होती है। मुख्य कथा जो होती है वहीं मेन पॉइंट होता है।
लेकिन उपन्यास में ऐसा नहीं होता, उपन्यास जो होता है उसमें कुछ भी मजेदार उसमें जोड़ दिया जाता है।
दोस्तों तीसरा पॉइंट है कहानी का आधार लघु होता है।
जो कहानी होती है उसका आकार बहुत बड़ा नहीं होता है छोटा होता है। कहानी को फैला के बिल्कुल विस्तार में नहीं लिखा जाता है शॉर्टकट लिखा जाता है।
इसलिए कहानी का आकार कैसा होता है लघु होता है यानी छोटा होता है।
दोस्तों उपन्यास का आकार बड़ा होता है यानी दीर्घ होता है क्योंकि उपन्यास को बहुत ही विस्तार से लिखा जाता है इसलिए उसका आकार दीर्घ होता है यानी बड़ा होता है।
पॉइंट नंबर 4 है कहानी में जीवन की कोई वास्तविक कथा होती है।
जो कहानी होती है उसमें जीवन की कोई वास्तविक कथा होती है।
दोस्तों चलिए एक उदाहरण ले लेते हैं जैसे कि राहुल है तो मान लीजिए कि राहुल के जीवन की छोटी से छोटी बातों को लिखना मतलब कि उसकी सच्चाई के बारे में लिखना की जो जो वह करता था वह सब लिखना यह क्या कहलाता है यह वास्तविक कथा कहलाता है यानी यह कहानी होती है।
लेकिन दोस्तों उपन्यास में क्या होता है उपन्यास में ऐसा नहीं होता है उपन्यास में दोस्तों काल्पनिक कथा होती है।
क्योंकि उपन्यास हम सब लिखते हैं तो उसमें सोच विचार कर के लिखते हैं सोच सोच कर लिखते हैं।
हम उसके वास्तविक जीवन के बारे में नहीं जानते हैं हम उसके बारे में सोच कर लिखते हैं कि उसने क्या-क्या किया होगा। इसलिए यह क्या है यह उपन्यास है उपन्यास में जीवन की काल्पनिक कथा होती है।
दोस्तों पांचवा पॉइंट है कहानी को एक बैठक में पढ़ा जा सकता है ।
एक बैठक मतलब एक बार जब हम बैठकर कहानी को पढ़ते हैं तो उसी में हम कहानी को पूरा पढ़ सकते हैं।
क्योंकि वह कहानी बहुत बड़ी नहीं होती है इसलिए हम उसको जल्द से जल्द पढ़ लेंगे।
दोस्तों जो उपन्यास होता है उसको हम एक बैठक में नहीं पढ़ सकते यानी कि एक बार पढ़ने बैठ गए तो हम पूरा उपन्यास नहीं पढ़ सकते।
यानी कि उपन्यास बहुत बड़ा होता है।
इसलिए हमें पढ़ने में ज्यादा टाइम लगता है तो उपन्यास को हम एक बैठक में नहीं पढ़ सकते यानी एक बार बैठ करें पूरा उपन्यास हम नहीं पढ़ सकते।
पॉइंट नंबर 6 है उदाहरण, कहानी का उदाहरण है निशा, निशा एक कहानी है जिसके लेखक हैं जयशंकर प्रसाद।
दूसरा उदाहरण है स्नेह बंधन, जिसकी लेखिका है मालती जोशी।
मालती जोशी लेखिका है स्नेह बंधन की।
अब है उपन्यास ,उपन्यास का उदाहरण है गोदान गोदान के लेखक हैं प्रेमचंद।
और दूसरा है मैला आंचल मैला आंचल की लेखिका रेनू है।
दोस्तों आज के लिए बस इतना ही उम्मीद करती हूं आपको कहानी और उपन्यास में अंतर मालूम हो गया होगा।
दोस्तों आज के लेख में बस इतना ही उम्मीद करती हूं मेरी आज की जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी।
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मैं लेकर आती हूं आपके लिए अच्छी-अच्छी जानकारी जो आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
तो मिलते हैं ऐसी ही एक और नई जानकारी के साथ तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें,
दोस्तों आजकल मच्छर बहुत ज्यादा हो गए हैं और डेंगू बुखार बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए अपने बच्चों को बचा कर रखें अपने बड़ों का अपने परिवार का ख्याल रखें।
धन्यवाद,
आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।