आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?

आंतों की सफाई कैसे करें?

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?
प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : iStock


हमारी आंते हमारे लिए बहुत जरूरी होती हैं यह आप सब जानते हो अगर हमारी आंख में कोई दिक्कत आ जाए तो हमें बहुत ज्यादा शारीरिक कष्ट उठाने पड़ सकते हैं। इसीलिए सबसे जरूरी है आंतों की सफाई इसके बारे में बात करने से पहले हम यह जान लेते हैं कि आंतों की सफाई करनी क्यों जरूरी है।। 

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?

दोस्तों सबसे पहले यह जान लें कि आपका हमारे शरीर में क्या फंक्शन है मुंह से लेकर अनल रीजन तक हमारा डाइजेस्टिव ट्रैक्ट है। तो जो  मेन अबजोपशन वाला काम है वो हमारे शरीर की आंते करती हैं फिर चाहे वह अब्जॉर्प्शन किसी न्यूट्रिशन का हो या पानी का हो, चाहे इलेक्ट्रोलाइट्स का हो। 

यह सारा काम हमारी आंतें करती हैं तो अगर दोस्तों हमारे शरीर में आंतों का फंक्शन अच्छे से नहीं होगा, अगर हमारी आंतें अच्छे से काम नहीं करेगी। तो इसके सिम्टम्स कैसे पता लगाएंगे अब हम यह जानते हैं:

सबसे पहली बात हमारे आंतों में अगर कोई खराबी आ जाती है तो हमारा खाना अच्छे से नहीं पचेगा हमें हमारा पेट फुला फुला सा दिखेगा या महसूस होगा।

आपको भूख नहीं लगेगी और पेट में हल्का हल्का सा मरोड़ महसूस होगा constipation  की शिकायत आपको होगी। खाना अच्छे से नए पचने के कारण आपको खट्टी डकार आएंगी या आपको बद हजमी महसूस होगी और सीने में जलन जैसी दिक्कतें आपको आपके शरीर में देखने को मिलेंगी।

साथ ही साथ अगर आपको कॉन्स्टिपेशन हो गया और वह लंबे समय तक चल रहा है तो आपको पाइल्स की शिकायत या फिशर की शिकायत हो सकती है जो कि एक जटिल समस्या है।

सीरियस कॉन्स्टिपेशन हो जाने के कारण कभी-कभी आपके इंटेस्टाइन में जो मोशन है या जो वेस्ट मेटेरियल है उसको बाहर निकालना काफी मुश्किल हो जाता है।

क्योंकि वह बहुत हार्ड हो जाता है और उसको मशीनों की सहायता से बाहर निकाला जाता है क्योंकि वह आपकी आत को बिल्कुल ब्लॉक कर देती है उसको बोलते हैं intestinal obstruction

अगर ऐसी सिचुएशन है तो आपको सर्जरी तक करानी पड़ सकती है तो यह परिस्थिति हमारी न बने इसके लिए जरूरी है कि हमें अपने शरीर को समय-समय पर डीटॉक्सिफाई करना चाहिए हमें अपनी आंतों को साफ करते रहना चाहिए।। 

दोस्तों अगर आपके इंटेस्टाइन अच्छे से वर्क नहीं कर रही है तो इसका असर आपको अपने skin पर भी दिखाई देगा। आपको आपका चेहरा बिल्कुल डल दिखाई देगा। आपके चेहरे पर बार-बार एक्ने की समस्या होगी। आपके चेहरे पर काफी सारे पिंपल होंगे यह सारी तमाम समस्याएं आपको दिखाई देंगी आपकी स्किन पर।।

तो अब हम बात कर लेते हैं कि हमें अपनी आंतों को डिटॉक्सिफाई कैसे करना है?

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?


इसके लिए मैं आपको दो-तीन स्टेप्स बताऊंगी जो आपको सूटेबल लगे वह आप अप्लाई कर सकते हो। तो सबसे पहले बात करते हैं कि हमारा डाइजेशन खराब होने के कारण हमारे पेट में कीड़े भी होने शुरू हो जाते हैं और वे कीड़े हमारे इंटेस्टाइन को खराब कर के रख देते हैं।

अब मैं आपको एक जूस बताने वाली हूं जो आपके कीड़े तक को मार सकता है इस जूस को बनाने के लिए सबसे पहले आपको 250ml पानी लेना है। इस पानी में आपको शुद्ध नीम की पत्तियां जो होती हैं वह डालनी है जो पत्तियां बिल्कुल कच्ची होती हैं उन्हीं को ले।

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?


नीम की पत्तियों को पानी में डालकर उबाल लें और उबालने के बाद उसको ठंडा कर लें। पानी इतना लें कि उबालने के बाद भी आपके पास आधा गिलास बचे सारा न जले और सब से ध्यान देने योग्य बात यह है कि आप जब पानी को उबाल रहे हो तो उसको ढक कर उबालें ताकि जो नीम की पत्तियों के भाप बनेंगे वह बाहर न जाएं क्योंकि उनमें ही सबसे ज्यादा क्वालिटी होती है जो आपके पेट के कीड़ों को मार सकती है ।।

अब आपको इस पानी में दो चुटकी हींग डालनी है। यह डालने के बाद आपको आधा चम्मच काला नमक उस पानी में मिलाना है। इन सब को अच्छे से मिला लें और आपको यह कैसे लेना है यह मैं बताती हूं सबसे पहले आपको सुबह उठकर ब्रश करने के बाद अपने पेट को साफ करना है। 

रोजाना की तरह टॉयलेट जाकर क्योंकि जब आपका पेट साफ हो जाएगा तो यह पानी और भी ज्यादा अच्छे से आपके इंटेस्टाइन को साफ करेगा।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको इस पानी को लेने से पहले एक गिलास सादा पानी पीना है। इस पानी को लेने के बाद आपको काफी बेनिफिट आपकी बॉडी में दिखाई देंगे। आप सब जानते हैं कि नीम कितनी अच्छी औषधि है यह पेट के कीड़ों को ही नहीं मारती बल्कि हमारी स्किन को भी निखारती है। इस मे anti-fungal गुण पाए जाते हैं आप इस पानी को हर हफ्ते पिए इसके बहुत ही अच्छे परिणाम आपको देखने को मिलेंगे और धीरे-धीरे इसकी डोज कम करनी शुरू कर दें। 

जैसे 15 दिनों के बाद आप इस पानी को ले फिर अगले 15 दिनों के बाद इस पानी को ले। फिर 1 महीने बाद ले इस साइकिल में आपको यह पानी लेना है। कहने का मतलब यह है कि आपको शुरू में इस पानी की डोज बढ़ानी है उसके बाद धीरे-धीरे असर होने पर कम करते जाना है। इस पानी से आपका intestine बिल्कुल क्लीन होता चला जाएगा।

अगर आपके पेट में कोई गंदगी रुकी हुई होगी तो इस पानी की सहायता से वह बाहर आने शुरू हो जाती है।

अगला टिप्स यह है कि आपको एक गिलास भर के गुनगुना पानी लेना है और उसमें दो चम्मच apple cider vinegar

apple cider vinegar

यह मार्केट में आसानी से आपको मिल जाएगा और एक चम्मच शहद डालकर मिलाना है बिल्कुल अच्छे से।। 

इस पानी को भी आपको फ्रेश होने के बाद ही पीना हैजब आप इस पानी को धीरे-धीरे पीना शुरू करेंगे तो आपको महसूस होगा कि आपके शरीर की सफाई होनी शुरू हो गई है और आपके शरीर से सारी गंदगी हट रही है। यह भी आपको हफ्ते में एक बार लेना है पहले महीने तक और अगले महीने में दो बार लेना है। फिर आप इसको छोड़ सकते हो लेना आपको खुद इसके अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे।

जैसे आपकी भूख बढ़नी शुरू हो गई है आपको यह भी महसूस होगा कि जो आपके गैस बनने की समस्या थी या ब्लोटिंग की प्रॉब्लम थी वह भी धीरे-धीरे ठीक होनी शुरू हो गई है और आपका मोशन भी पहले से बेहतर हो गया है।।

तीसरा टिप्स आंतों को साफ करने का यह है कि एक गिलास गुनगुना पानी ले और एक नींबू लें।।

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे?


इस नींबू के पतले पतले स्लाइस काटकर छिलके सहित पानी में डालकर उबालें । 10 से 15 मिनट तक इस पानी को उबालें उसके बाद इसको छान ले। आपको नींबू पानी में डालकर उबालने से पहले इसको अच्छे से धोना है।

इस बात का जरूर ध्यान रखें कि नींबू पर कोई डस्ट न लगी हो। इस पानी को छानने के बाद आपको इसमें एक चुटकी हींग डालनी है। उसके बाद इसमें आधा चम्मच नमक डालें। यह एक सब्सीट्यूट की तरह है क्योंकि बहुत सारे लोगों को नीम नहीं मिलता तो आप यह वाला भी ट्राई कर सकते हैं।

इस पानी को भी आपको फ्रेश होने के बाद सुबह लेना है इसको भी आप शुरू में हफ्ते में ले फिर 15 दिनों के बाद फिर 1 महीने बाद ऐसे करके आप ले सकते हैं।

यह आप पर डिपेंड है कि आप इसको किस साइकिल के हिसाब से लेना चाहते हैं। अगर आप इस प्रकार से यह पानी लेंगे तो आपको पता लगेगा कि आपके पेट में जो समस्याएं चलती आ रही थी वे धीरे-धीरे कम होनी शुरू हो गई हैं।

दोस्तों आज के लेख में बस इतना ही उम्मीद करती हूं मेरी आज की जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी।

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मैं लेकर आती हूं आपके लिए अच्छी-अच्छी जानकारी जो  आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

तो मिलते हैं ऐसी ही एक और नई जानकारी के साथ तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।

दोस्तों आजकल मच्छर बहुत ज्यादा हो गए हैं और डेंगू बुखार बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए अपने बच्चों को बचा कर रखें अपने बड़ों का अपने परिवार का ख्याल रखें।
धन्यवाद।

आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।

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