हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।
तो चलिए दोस्तों देखते हैं क्या है आज के लिए खास:
दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आए हैं।
दोस्तों आज हम बात करेंगे एक बहुत ही खास टॉपिक के बारे में जो हम सबके लिए बहुत ही जरूरी है।
नाड़ी देखकर रोग का पता कैसे चलता है?
तो चलो शुरू करते है।
अक्सर लोग डॉक्टर और हकीम के लिए यह समझ लेते हैं कि उन्होंने मेरी नब्ज देख ली है।
ज्यादातर उल्टे हाथ की नाड़ी देखी जाती है। नाड़ी को देखने से पता चलता है कि हमारा दिल कितना जोर से धड़कता है और उसकी धड़कन की गति कितनी होती है?
जब नापने का पैमाना नहीं होता। तो नब्ज देखकर ही बीमारी का पता चल गया और इसी से पता चल गया। हाथ गर्म हो या ठंडा।
नहीं तो ऐसा कोई डॉक्टर या व्यक्ति नहीं है जो नब्ज देखकर पता लगा सके कि उसने क्या खाया है। यह कौन सी बीमारी है? यह एक अनुभव बन जाता है।
उदाहरण के लिए अगर किसी की आंखों के नीचे सूजन है तो इसका मतलब है कि उसे ब्लड प्रेशर की शिकायत है। लेकिन यह बात आपको उनकी बनावट या चेहरे को देखकर पता चली।
लेकिन उसकी नब्ज पकड़कर आप बता रहे हैं कि उसे यह समस्या है और रोगी बहुत खुश हो रहा है, कि अरे, नब्ज देखकर मैंने कहा कि मुझे ब्लड प्रेशर की शिकायत है। लेकिन साफ दिख रहा है कि आंखों के नीचे सूजन है। उन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है।
जैसे अगर किसी की आंखों के नीचे काले धब्बे हैं जिसे हम डार्क सर्कल कहते हैं।
नब्ज देखकर पता लगाया जाता है कि पुरुष या महिला को सफेद पानी की समस्या है।
लेकिन अगर कोई नब्ज देखकर झूठ बोलता है तो यह बात गलत है। दाल को देखने से पता ही नहीं चलता कि आपने क्या खाया है।
जिस प्रकार कमर दर्द वाला व्यक्ति हकीम के पास जाता है, वह स्वयं अनुभव से समझ जाता है कि यदि उसे कमर दर्द या जोड़ो की समस्या है तो यह उसका है।
अनुभव है, अगर वह नब्ज देखकर इस बात का पता लगाता है, तो वह झूठ बोल रहा है।
नब्ज देखकर ही पता चलता है, इसके सिवा और कुछ नहीं।
आशा करता हूँ आपको मेरी यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
शुक्रिया।
आपका पुष्पा।