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दोस्तों मैं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया thebetterlives.com में आपका स्वागत करती हूं।
दोस्तों मैं आपके लिए लेकर आती हूं नई और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी। ऐसी ही महत्वपूर्ण और इंटरेस्टिंग जानकारी लेकर आज मैं फिर हाजिर हूं।
तो चलिए दोस्तों देखते हैं क्या है आज के लिए खास:
एक बहुत ही खास टॉपिक जिस पर आज हम बात करने वाले हैं।
तो हमारा आज का टॉपिक है, महाभारत और रामायण में क्या कर रहे थे विदेश? आइए इसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं:
दोस्तों महाभारत काल के दौर में अमेरिका रूस ऑस्ट्रेलिया इस तरह के देश क्या कर रहे थे यह मौजूद थे या इनका वजूद नहीं था आज हम इसी बारे में जानेंगे।
दोस्तों सनातन धर्म में दुनिया को सबसे पुराना धर्म माना जाता है। यही कारण है कि हिंदू धर्म को लेकर बड़े-बड़े ग्रंथों में बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। महाभारत और रामायण हिंदू धर्म के सबसे काव्य ग्रंथों में से एक हैं।
दोनों ही भारत के सबसे धार्मिक पौराणिक और ऐतिहासिक ग्रंथों में पहचाने जाते हैं।
विश्व के सबसे लंबे साहित्य ग्रंथ महाभारत और श्री राम के जीवन पर आधारित रामायण आज भी विभिन्न समाजों के लिए एक रहस्य बना हुआ है।
लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि भारत की धरती पर भगवान श्री राम और श्री कृष्ण ने जन्म लिया तो उस दौरान विदेशी मुल्क क्या कर रहे थे? आइए जानते हैं इस संबंध में पूरी जानकारी।
दोस्तों इसका उत्तर जानने के लिए हमें धार्मिक ग्रंथों का गहन अध्ययन करना होगा।
जी हां दूसरे देशों और संस्कृतियों से हमारे ग्रंथों और पुराणों में उल्लेख मिलता है कि वाल्मीकि जी द्वारा रचित वाल्मीकि रामायण को ही ले तो आपको उसमें विभिन्न देशों के संदर्भ में पाएंगे।
बड़े-बड़े विद्वानों की मानें तो रामायण के दौर में अमेरिका की खोज तक नहीं हुई थी।
पूरे भारतीय उप दीप को भारत कहा गया था यह भारत आधुनिक भारत से कहीं ज्यादा बड़े क्षेत्र में शामिल था।
उस जमाने में भारतीय महाद्वीप पर अलग-अलग शासकों का राज्य था।
ऐसे उदाहरण भी है जो साबित करते हैं कि महाभारत और रामायण के साम्राज्य भारत के बहार भी मौजूद थे।
जैसे माता सीता का जन्म मिथिला में हुआ था जो मौजूद दौर में नेपाल में स्थित है।
महारानी केकई का साम्राज्य यानी मादरा साम्राज्य आज के पाकिस्तान में स्थित है।
गंधार साम्राज्य जो आज के दौर में अफगानिस्तान में स्थित है जिससे कंधार कहा जाता है।
दुनिया के बाकी हिस्सों की बात की जाए तो वहां पर भी मानव सिथती की मोजुदगी के अंश मिलते हैं।
परातवतिक और पौराणिक सबूतों का विश्लेषण करने पर सामने आया है कि यह सभ्यता भारतीय सभ्यता जितनी विकसित नहीं हुई।
साफ है कि आधुनिक पश्चिमी सभ्यता 300 से 500 साल ही पुरानी सभ्यता है इतना ही नहीं पुराणों की मानें तो करोनचादीपम मैं एक जंगल मौजूद है।
जिसे कपले रामय कहा जाता है यही जंगल कलिफोर्निया के नाम से भी जाना जाता है ऑस्ट्रेलिया जहां पर पांडव अपने अस्त्र-शस्त्र एवं युद्ध से संबंधित हथियारों को रखा करते थे उससे आधुनिक युग में ऑस्ट्रेलिया के नाम से जाना जाता है।
सन पंद्रह सौ से लेकर 17 सौ तक आधुनिक पश्चिमी सभ्यता का बोलबाला रहा है बदलती सभ्यता के साथ-साथ अपना रुतबा कायम रखे हैं इस प्रकार अगर देखा जाए तो भारतीय आधुनिक सभ्यता विश्व की सबसे पुरानी और प्रसिद्ध सभ्यता रही है भारत में भी कई ऐसी पुस्तकें हैं जो प्राचीन है और चीन के चीन देश के बारे में जानकारी देती हैं।
और जो पौराणिक है महाभारत में कुछ ऐसे पौराणिक तत्व है जो चीन की पुष्टि करते हैं। महाभारत में चीन के राजा के साथ असम के राजा भगत की अपनी सेना थी। वही राजा सर्वर पर में चीनी राजाओं से घिरा रहता था उसी दौर में सिंधु घाटी सभ्यता और इस्तांबुल के बीच में व्यापार होता था आधुनिक कंधार को पहले गंधार कहा जाता था।
गंधार के राजा शकुनी हां भारत में एक अहम किरदार के रूप में जाने जाते हैं गंधार इन्हीं के नाम पर ईरान में स्थित है।
महाभारत की कहानी 12 वीं सदी से शुरू होती है। महाभारत की कहानी कई श्लोकों और संस्कृत भाषा में लिखित है तो आज आपने इस लेख के माध्यम से यह जाना कि उस समय महाभारत में कितने ही राजा महाराजा प्रसिद्ध हुए थे। तो देखा आपने उस समय महाभारत और रामायण में कितने ही बड़े बड़े देशों के राजा राज किया करते थे।
इसका उल्लेख दोनों ग्रंथों में मिलता है दोस्तों आप ने विभिन्न देशों की अलग-अलग भाषाएं तो सुनी ही होंगी यह भाषाएं कुछ ज्यादा पुरानी नहीं है।
लेकिन इनमें सबसे पुरानी है संस्कृत भाषा जो पूरे संसार में चलती थी या सभी लोग इसे उस समय बोला करते थे और संस्कृत भाषा में ही वेद वेदांत उपनिषद यह सारी पुस्तकें या ग्रंथ लिखे गए हैं ।
तो इन भाषाओं से पता लगता है कि यह जो आधुनिक भाषाएं हैं विभिन्न देशों की यह बाद में प्रचलित हुई हैं और बाद में लोगों के द्वारा बनाई गई हैं। इसका अर्थ यह निकला कि इन देशों का विकास विभाग में यानी महाभारत और रामायण के बाद के युग में हुआ है आशा करती हूं कि यह लेख आपको बहुत पसंद आया होगा और आपको कुछ नया जानने को मिला होगा।
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मैं लेकर आती हूं आपके लिए अच्छी-अच्छी जानकारी जो आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
तो मिलते हैं ऐसी ही एक और नई जानकारी के साथ तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
दोस्तों आजकल मच्छर बहुत ज्यादा हो गए हैं और डेंगू बुखार बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए अपने बच्चों को बचा कर रखें अपने बड़ों का अपने परिवार का ख्याल रखें।
धन्यवाद।
आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।