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thebetterlives.com में आपका स्वागत है। मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।
मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद इंर्पोटेंट
आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।
आज मैं आपको बताऊंगी एडवोकेसी पत्रकारिता किसे कहते हैं?
यह प्रश्न बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए आपको इसे ध्यान से पढ़ना चाहिए।
ऐसे अनेक समाचार संगठन होते हैं जो किसी विचारधारा, किसी खास उद्देश्य या मुद्दे को उठाकर आगे बढ़ते हैं।
यानी दोस्तों, एक मुद्दा होता है जिस पर समाचार संगठन खबर प्रसारित कर देते हैं और बार-बार खबर प्रसारित करते रहते हैं।
मेरे कहने का अभिप्राय यह है कि घटना कर्म को समाचार संगठन तेजी से पकड़ लेते हैं और बारंबार उस का मुद्दा उठाते रहते हैं। जिससे यह लाभ होता है कि सरकार के कान हमेशा ही खुले रहते हैं और उसे विचारधारा ,उद्देश्य या मुद्दे के पक्ष में समाचार पत्र वाले जनमत तैयार करने के लिए अभियान चलाते हैं।
मेरे कहने का अभिप्राय यह है कि एक मुद्दे को समाचार संगठन वाले पकड़ लेते हैं और उसे आगे बढ़ाने के लिए उस अभियान में लोगों को तैयार करते हैं और लोगों के मत को एकत्रित करते हैं। वह ये देखते हैं कि लोग इस के मत में है या नहीं।
इस तरह की पत्रकारिता को पक्षधर या एडवोकेसी पत्रकारिता कहा जाता है।
सरल भाषा में मैं आपको बताऊं तो एक खास बिंदु को लेकर एक जनमत तैयार किया जाता है। उसे बार-बार समाचार पत्र वाले दोहराते हैं बहुत सारे चैनलों पर प्रसारित किया जाता है।
मैं आपको उदाहरण देकर समझाने की कोशिश करती हूं।
उदाहरण के लिए जैसे जेसिका लाल हत्याकांड में न्याय के लिए समाचार माध्यमों ने सक्रिय अभियान चलाया।
यानी कि जेसिका लाल हत्याकांड हुआ था तब देश के कई चैनलों ने इसको अपना खास मुद्दा बनाया था। इस हत्याकांड को लेकर समाचार पत्र वालों ने बहुत सारे सरकार से सवाल पूछे थे जैसे-कहां सो रही थी हमारी सरकार?
कहां सो रही है हमारी अदालतें?
इस प्रकार के मुद्दे चलाए थे और जिन से लोग तुरंत ही बहुत तादाद में जुड़ते चले गए और सरकारों की आंखें खुली।
इसी प्रकार राम मंदिर निर्माण मुद्दा अभियान।
यह मुद्दा पूरे देश में बहुत सालों तक चलता रहा। कुछ लोगों ने इस मुद्दे को उठाया और जनमत तैयार किया और इसके पीछे पड़ गए।
इस प्रकार के अभियानों से सरकार पर दबाव बनता है और वह लोगों के कल्याण के लिए जल्दी से जल्दी कार्य करती है। यह लोग एक मुद्दे को उठाकर जनमत तैयार करते हैं और इससे सरकार पर अंकुश लगाने का कार्य करते हैं।
इसी प्रकार एक और मुद्दा चला था जिसका नाम था रामसेतु बचाओ अभियान।
इस मुद्दे में कांग्रेस सरकार रामसेतु को तोड़ रही थी ताकि समय और यातायात का समय बच जाए।
इस मुद्दे पर न्यूज़ चैनल ने, समाचार पत्र और जो भी पत्रकारिता है सब ने इस का मुद्दा तैयार किया और जनमत एकत्रित किया और इन सभी के कारण रामसेतु बच गया।
साधारण भाषा में एडवोकेसी पत्रकारिता का अर्थ है किसी विशेष मुद्दे पर लोगों को इकट्ठा करके न्याय के लिए सरकार पर दबाव डालना।
एडवोकेसी पत्रकारिता के बहुत सारे लाभ हैं।
यह हमारे देश के विकास में बहुत सहायक है इसके कारण देश की न्याय प्रणाली एक अच्छी प्रणाली बनी हुई है।
एडवोकेसी पत्रकारिता का दूसरा लाभ यह है कि यह लोगों को न्याय दिलाने में बहुत सहायता करती है।
एडवोकेसी पत्रकारिता के कारण लोगों को देश के हालत के बारे में पता चलता है और लोग इसके प्रति जागरूक रहते हैं।
यह सरकार को निरंकुश बनने से रोकती है तथा सरकार को गलत काम करने से रोकती है।
आज के लिए इतना ही उम्मीद करती हूं आपको एडवोकेसी पत्रकारिता के बारे में आवश्यक जानकारी मिल गई होगी।
दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी। ऐसी ही नई और बेहतरीन जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर आए।
आज के लेख में बस इतना ही। अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।
आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।