इंसान परेशान क्यों होता है?

हैलो दोस्तों thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग ।

चलिए देखते हैं क्या है आज की खास जानकारी।
दोस्तों आजकल की जनरेशन में यह सवाल तो बहुत ही आम हो गया है सभी पूछते हैं कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है मैंने जिस से सच्चा प्यार किया वह इंसान मुझे छोड़ कर चला गया क्यों ?मेरे वाइफ या हस्बैंड जिससे मैं इतना प्यार करता हूं, करती हूं उनके साथ मेरे झगड़े होते रहते हैं? क्यों मेरे बच्चे मेरी बातें नहीं सुन रहे हैं?

क्यों मैं अपने जो मैं अपना बेस्ट दे रहा हूं या दे रही हूं उसके बावजूद मेरी कदर नहीं हो रही, तरक्की नहीं हो रही।

क्यों मेरे ही नसीब में हैं किस्मत में पैसा नहीं लिखा है?

दोस्तों इन सब सवालों के जवाब आज मैं आपको देने वाली हूं
दोस्तों इन सारे सवालों के जवाब पाने के लिए मैं आपके सामने शेयर करने जा रही हूं इस दुनिया का इस जीवन का एक ऐसा राज एक ऐसा स्ट्रक्चर कि आप जैसे ही इसे समझ लेंगे आपको अपने सवालों के सारे जवाब मिल जाएंगे लेकिन,
उसके लिए आप मेरे साथ अंत तक बने रहे।

कुछ बुद्धिमान लोगों को समझदारी से इतना ज्यादा लगाव होता है कि वे अपना मूल्यांकन करते हुए भी खुद को बहुत ज्यादा हेय मानते हैं। साथ ही वे खुद के बारे में सोचते हुए बहुत ज्यादा वक्त भी खर्च करते हैं। जाहिर है इसके बाद वे जितना ज्यादा, अपने बारे में सोचते जाते हैं, उतनी ही ज्यादा उन्हें अपने और अपने व्यक्तिव के बारे में बुरा महसूस होने लगता है। जो उनके दुख की एक बड़ी वजह बन जाता है।

दोस्तों हम सब जानते हैं कि हमारे ऊपर एक शक्ति रहती है हम उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं और कहते हैं God यानी भगवान आत्मा परमात्मा जो भी आप कहना कहिए कॉमनली दो लोग जीते हैं।

insaan-pareshan-kyon-hota-hai


पहले हैं:

ह्यूमन यानी कि इंसान ,और दूसरे है एनिमल्स यानी कि जानवर,
जरा सोचिए कि अगर इन दोनों की जिंदगी को हम एनालाइज करें कि इंसान की जिंदगी कैसी है और जानवर की जिंदगी कैसी है तो हमें ऑटोमेटिकली पता चल जाएगा कि यह सारे सवाल हमारी जिंदगी में क्यों खड़े होते हैं।

लेकिन सबसे पहले हम जानवर की जिंदगी को समझते हैं क्योंकि जानवर की जिंदगी को समझना ज्यादा आसान है।

चलिए एक एग्जांपल लेते हैं एक शेर जानवर जो है सुबह उठता है और शिकार करने के लिए जाता है। शिकार करेगा खाना खाएगा और वापिस आकर सो जाएगा। उसकी लाइफ बहुत ही सिंपल है। मान लीजिए दूसरे दिन वह शिकार करने के लिए गया और उसकी लाइफ में कोई प्रॉब्लम भी आएगा तो कैसा प्रॉब्लम आ सकता है दोस्तों ज्यादा से ज्यादा जब वह दूसरे दिन शिकार करने जाएगा तब उसे खाना नहीं मिलेगा।
insaan-pareshan-kyon-hota-hai


और जब उसे खाना नहीं मिलेगा तो मुझे बताइए कि वह वापस आकर क्या करेगा?

सो जाएगा उसको कहां वर्ल्ड कप देखना है उसकी लाइफ तो बहुत ही सिंपल है अगर उसको खाना मिलता है तो भी वापस आकर सो जाएगा और अगर उसको खाना नहीं मिलता है तो भी वापस आकर सो जाएगा।

जिस दिन उसे खाना नहीं मिला वह कोई ढिंढोरा नहीं पीट रहा कोई रैली नहीं निकाल रहा कि आज मुझे खाना नहीं मिला है ।
जरा सोचिए वह कितनी सिंपल सी लाइफ जी रहा है अब वह तीसरे दिन वापस शिकार करने के लिए जाएगा क्या वह वहीं पर जाएगा जहां उसे कल खाना नहीं मिला था नहीं कल वह किसी नई जगह पर जाएगा।

सवाल यह है कि वह नई जगह पर क्यों जाता है?

उसे कैसे पता चल जाता है कि आज मुझे कहां से खाना मिलने वाला है।

दोस्तों देखिए वह एक शक्ति के साथ कनेक्टेड है और जब वह एक शक्ति के साथ कनेक्टेड है जो उसे रास्ता देता है और कहीं ना कहीं से तो उसे इन डायरेक्टली बताता है कि उसे खाना कहां से मिलेगा इसीलिए तो बताया जाता है कि भगवान ने गॉड ने मुंह दिया है तो खाना भी  देगा।

दोस्तों जानिए उस जानवर ने ना सीए किया, ना एमबीए किया, ना डॉक्टरी किया इसके बावजूद उसको खाना मिल जाता है।
वैसे हम अपना खाना पाने के लिए तो बहुत कुछ करते हैं।

कितनी बड़ी-बड़ी डिग्रियां पानी पड़ती हैं तब हमें खाना मिलता है मगर वह इस भरोसे पर जी रहा है वह कनेक्टेड है एक high-energy के साथ और उस विश्वास की वजह से उसे रास्ता मिलता रहता है। वह उसे सपोर्ट करता रहता है मगर यह थी जानवर की कहानी आइए अब हमें इंसान की बात करते हैं।

अब यह जो इंसान है ना ये बड़ा कॉम्प्लिकेटेड कैरेक्टर है।

चलिए बात करते हैं लालची भाई की लालची भाई है ना वह एबीसी कॉरपोरेशन में काम करते हैं, वह बहुत ही अच्छी पोजीशन पर हैं मैनेजर की उनकी पोजीशन है काफी वर्षों से वहां पर काम करते हैं और काफी अच्छा उनका पगार भी है।

वह ₹50000 महीना कमा रहे हैं। 
insaan-pareshan-kyon-hota-hai

एक रोज जब लालजीभाई तैयार होकर ऑफिस के लिए निकले और ऑफिस पहुंचे रिसेप्शनिस्ट ने बोला लालजी भाई आपको बॉस ने बुलाया है।

जैसे ही वह बॉस के केबिन में अंदर चलते हैं थोड़ा टेंशन में थे कि सुबह-सुबह बॉस ने मुझे क्यों बुलाया। 

लेकिन जैसे ही वह अंदर गए तो बोस उनके सामने और कहते हैं लालजी भाई यह लीजिए आपका रिजेक्टेड नोटिस और आपको नौकरी से निकाल दिया जाता है ऐसे ही लालजी भाई ने यह सुना पसीना छूट गया।

और वह परेशान हो गया कि मैंने ऐसा तो कुछ किया भी नहीं और वह अपने मालिक से अपने बॉस से कहता है कि सर मुझसे क्या गलती हो गई ऐसा मैंने क्या कर दिया यू आर फायर कल से तुम्हें काम पर नहीं आना है

अरे सर मुझे बताइए तो सही कि ऐसा मैंने क्या कर दिया है
मेरी गलती क्या है यू आर फायर। अब लालजी भाई बहुत परेशान हो गया और सोचने लगा कि अब मैं करूं तो करूं क्या वह कैबिनेट से बाहर निकलकर वह भी ज्यादा टेंशन में आ गए
और जब वह अपने घर की ओर जा रहे हैं तो बीच रास्ते में सोच रहे हैं कि मैं कैसे मैनेज करुनगा।

इतनी अच्छी नौकरी और कहां से मिल पाएगी आजकल के जमाने में ₹50000 महीना कौन मुझे देने वाला है। मैं लोन कैसे चुकाऊंगा और बच्चों की इस महीने की ट्यूशन फीस कैसे दे पाऊंगा? सोच में जैसे ही वह घर पहुंचते हैं और अपनी वाइफ के साथ शेयर करते हैं कि मुझे नौकरी से निकाल दिया गया है 
और उनकी जो वाइफ है वह पड़ोसियों को जाकर बताती है कि मेरे हस्बैंड को नौकरी से निकाल दिया गया है।


और वह एक ढिंढोरा पीटना शुरू कर देती है मगर मैं आपको वापस लेकर चलना चाहती हूं हमारे दोस्त के पास याद कीजिए दोस्तों वह शेर उसे भी तो 1 दिन खाना नहीं मिला था।

क्या वह पड़ोसियों को बताने गया क्या उसने ढिंढोरा पीटा क्या उसने फेसबुक पर स्टेटस लगाया कि आज मुझे खाना नहीं मिला।

नहीं, वह बिंदास जाकर सो गया था क्योंकि उसको भरोसा था कि वह बैठा है मुझे कहीं ना कहीं से रास्ता जरूर देगा। मगर इंसान का प्रॉब्लम सोचिए दोस्तों इसका प्रॉब्लम यह है कि वह हर सुबह मंदिर जाता है पूजा पाठ भी करता है मगर उसे इस शक्ति पर भरोसा नहीं है।

एक छोटी सी तकलीफ एक छोटी सी परेशानी उसे डिस्टर्ब कर देती है और इस वजह से वह परेशान हो जाता है इतने सारे सवाल खड़े कर लेता है।

अपने नसीब और किस्मत को लेकर के और सोचता है कि मैंने भगवान का क्या बिगाड़ा था वह मुझे ही इतनी तकलीफ क्यों दे रहे हैं वैसे जो लोग यह सोचते हैं कि भगवान उन्हें ही तकलीफ क्यों दे रहा है।

आज नासा हमारा इसरो इतने ज्यादा सर्च कर चुका है कि यह ब्रह्मांड बहुत ही बड़ा है कितने बड़े बड़े सूर्य मंडल हैं कितने सोलर सिस्टम है अगर आप जान गए तो आपको पता चलेगा कि भगवान जो है वह इतने भी फ्री नहीं बैठे हैं कि वह आपको आकर के पर्सनली प्रॉब्लम दे।

 सच कहूं ईश्वर को इतना सब कुछ मैनेज करना पड़ता है कि वह आपको पर्सनली प्रॉब्लम नहीं दे रहे हैं एक्चुअली प्रॉब्लम यह हैयह लाल जी भाई है ना दोस्तों यह समझ नहीं पा रहे हैं कि उनकी 50000 की नौकरी इसलिए नहीं गयी है क्योंकि उनके लिए कहीं  एक लाख की नौकरी तैयार पड़ी हैं। एक बेहतर जोब तैयार है।

लालजी भाई को बताएगा कौन यह तभी संभव है?

जब वह उस शक्ति पर भरोसा करें विश्वास करें किए जो भी हुआ है उसके पीछे मेरे परमात्मा। मेरे ईश्वर चाहते हैं कि मैं और बेहतर करूं और बेहतर अपॉर्चुनिटी की और आगे बढ़ू।
और यह तभी होता जब लालजी भाई ने विश्वास रखा होता लालजी भाई इतना बोले होते अपनी वाइफ से की अरे डार्लिंग बताओ कहां घूमने जाना है मुझे 20 दिन की छुट्टी मिली है और यह शेयर करके दो 4 दिन के लिए कहीं घूमने को गए होते।

सुभाष रखा होता तो कहीं ना कहीं से कोई ना कोई उसे मिलता रास्ता दिखाने वाला उसे कहने वाला लालजी भाई आपके लिए एक नौकरी है एक नई अपॉर्चुनिटी है मगर यह सब तब मिलता जब आप भरोसा रखें।

सच कहूं जब आप रोने बैठ जाते हैं तो वह आंसू आपके  सामने खड़ी अपॉर्चुनिटी को देखने का मौका भी नहीं देते हैं। इस वजह से दोस्तों हमेशा याद रखेगा कि आप अपना बेस्ट दे चुके हैं और उसके बावजूद आप जो चाहते हैं वह नतीजे ना मिले हो तो एक सिंपल सा फार्मूला हमेशा आपको याद रखना है कि कुछ उस पर छोड़ दीजिए उन पर भरोसा रखिए कि उन्होंने आपको  इस परिस्थिति में डाला है जब उन्होंने आपको यह प्रॉब्लम दी है रास्ता भी वही देने वाला है।

लीव समथिंग फॉर गुड यानी कि जब आप अपना बेस्ट दे चुके हैं के बावजूद आपको जो चाहिए वह रिजल्ट आपको ना मिले तो याद रखिए दोस्तों उन्होंने आपके लिए आपने जो सोचा है उससे भी बेहतर आपके लिए प्लान किया हुआ है।

देखिए दोस्तों दो ही प्लानिंग के मुताबिक काम होता है या तो हमारे प्लानिंग के मुताबिक यह ऊपरवाले ईश्वर के प्लानिंग के मुताबिक और जब आपके प्लानिंग के मुताबिक काम ना होतो आपको और भी ज्यादा खुश हो जाना चाहिए क्योंकि यह भगवान उसे शक्ति की प्लानिंग के मुताबिक काम हो रहा है।

वैसे यहां पर मुझे याद आ रहे हैं रामजी भाई,

insaan-pareshan-kyon-hota-hai

आपको पता है एक बार राम जी भाई अपनी बीवी के साथ करूष पर घूमने चले गए, रामजी भाई बहुत ही पॉजिटिव इंसान है और भगवान में बहुत विश्वास करते हैं। और जब वह उस कुरुष पर थे तो बीच में तूफान आया और इतना बड़ा तूफान के उस सीप के ऊपर उस कुरुष के ऊपर सायरन बजने लगे सब अलर्ट हो गए।


सब भागने लगे अपनी जान बचाने के लिए अंदर जाने लगे और तबराम जी भाई की वाइफ उनके पास आकर कहने लगी रामजी भाग चलो हमें भी भागना पड़ेगा अपनी जान बचाने के लिए अंदर झुकना पड़ेगा और तब राम जी भाई कहते हैं कोई जरूरत नहीं है बैठो मेरे पास अरे नहीं नहीं सभी भाग रहे हैं हमें भी जाना पड़ेगा।

हमें कुछ हो गया तो हम मर गए तोतब रामजी भाई ने टेबल के ऊपर पड़ी नाईफ को चाकू को उठाया और अपनी बीवी की गर्दन पर रखकर बोले मैं तुम्हें मार दुंगा।

उनकी वाइफ हंस पड़ी और बोली आपको मजाक सूझ रहा है रामजी भाई कहने लगे मैं मजाक नहीं कर रहा हूं मैं सच्ची में तुम्हें मार दूंगा वाइफ कहने लगी आपको मैं बरसों से जानती हूं मुझे आप पर पूरा भरोसा है आप मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकते आप मुझे नहीं मार सकते।

और फिर रामजी भाई ने कहा मुझे अपने परमात्मा पर पूरा भरोसा है वह मुझे मार नहीं सकते मुझे हानि नहीं पहुंचा सकते
दोस्तों बात यहां पर है एक शब्द की और वह है' विश्वास 
जब आपके अंदर विश्वास भरा होगा तो हर तरह का डिप्रेशन दूर हो जाता है ,डर खत्म हो जाता है ,नेगेटिव विचार दूर चले जाते हैं।

हमेशा याद रखेगा जब आप अंधेरा दूर करना चाहे तो ना झाड़ू लगाकर ना पूछा लगा करीना वैक्यूम क्लीनर से अंधेरे को खींचा जा सकता है। उजाला लाना पड़ता है अगर आप भी अपने जीवन से सारी नकारात्मकता को हटाना चाहते हैं तो आज सिर्फ और सिर्फ विश्वास लेकर आना पड़ेगा और याद रखिएगा।

निष्कर्ष: इंसान परेशान इसलिए है क्योंकि वह जो सोचता है वह होता नहीं इसलिए किसी भी इंसान को अपनी औकात से ज्यादा उठा नहीं करनी चाहिए हर इंसान को संतोषी बनना चाहिए जो इंसान संतोषी होता है मतलब जीवन संतोष होता है जितना उसको मिलता है उसने खुश होता है तू परेशान कभी नहीं होता है अगर आप जाती क्यों बात करेंगे तो हमेशा परेशान हो जाएंगे।

दोस्तों उम्मीद करती हूं आज की जानकारी आपको बहुत पसंद आई होगी मिलते हैं एक और नई   रोचक जानकारी के साथ धन्यवाद।

आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for writing back

और नया पुराने