नींद न आने पर क्या करें? इनसोम्निया का सबसे अच्छा उपचार क्या है?

दोस्तों thebetterlives.com में आपका स्वागत है। मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।

तो चलिए देखते हैं क्या है आज के लिए खास,

तो आज का हमारा जो टॉपिक है वह बहुत ही इंटरेस्टिंग है इनसोम्निया यानी अनिद्रा।
हम सो नहीं पाते हमें नींद नहीं आती यह आज का हमारा टॉपिक है।

नींद न आने पर क्या करें? इनसोम्निया का सबसे अच्छा उपचार क्या है?


तो सबसे पहले हम जानेंगे कि जब अनिद्रा हो जाती है 
इनसोम्निया हो जाती है तो सिम्टम्स क्या-क्या होते हैं लक्षण क्या-क्या होते हैं:
 
यह तो हम सभी जानते हैं कि जब हमारी नींद पूरी नहीं होती तो हमारी मॉर्निंग कैसी होती है। एकदम डल होती है। चिड़चिड़ापन रहता है। बहुत गुस्सा आता है।
 
बहुत टाइम लगता है सेट होने में कई बार तो पूरा दिन ही ऐसे ही चला जाता है। तो यह सिम्टम्स है इनसोम्निया के।
 
अब लक्षण के बारे में जानते हैं:

आयुर्वेदा के हिसाब से जो इनसोम्निया के कॉसेस हैं
वात और पित्त इन दो दोषो के कारण ही अनिद्रा इनसोम्निया की तकलीफें आती है।

नींद न आने पर क्या करें? इनसोम्निया का सबसे अच्छा उपचार क्या है?


तो इसमें क्या है कि हमारा जो खानपान है हम जंक खाना ज्यादा खाते हैं। पिज्जा ज्यादा खाते हैं  जंग फूड खाते हैं और तीखे पदार्थ ज्यादा खाते हैं, गरम खाते हैं, तला हुआ खाते हैं तो क्या होता है कि डायरेक्शन में प्रॉब्लम हो जाती है। तो उस कारण भी यह प्रॉब्लम आ जाती है।
  
एक मैंने देखा कि जो टाई वन पर्सनैलिटी होती है ना जिनको हर बात मैं जल्दी होती है ऐसे बहुत लोग होते हैं। उन लोगों को भी ये अनिद्रा रोग हो जाता है क्योंकि ब्रेन को बहुत ही एक्टिव करके रखते हैं और नींद के लिए तो हमें अपने ब्रेन को थोड़ा शांत करने की जरूरत होती है।

तो ऋतुओ में भी हमने देखा है कि बहुत गर्मी का सीजन होता है तो जिनको अनिद्रा रोग होता है उनको गर्मी में यह ज्यादा होता है।

अब हम सेकंड बात करेंगे लाइफस्टाइल की:

लाइफ़स्टाइल है वह बहुत डिफरेंट है जैसे कि रात को 10:00 बजे सो जाना चाहिए। लेकिन रात को 10:00 बजे तक तो बहुत कम लोग होते हैं तो 10:00 बजे क्यों सोना चाहिए मैं इसका रीजन बताती हूं।

हमारी बॉडी में एक क्लोक फिक्स है बायोलॉजिकल।
तो हम 10:00 बजे सोते हैं तो क्या होता है कि 10 से 2 के बीच में जो पीत्त हैं हमारे शरीर वह अपनी वर्किंग शुरू करता है। काम करना शुरू करता है यानी की डाई जंक्शन की प्रक्रिया शुरू करता है। नए सेल्स जो हमारे बनते हैं इवन लिवर में भी सरकुलेशन ज्यादा होता है उस टाईम।

तो नई सेल्स का बनना नई ग्रोथ का बनना नई ग्रोथ जो होती है बॉडी में जो नई ग्रोथ होती है वह भी रात को होती है। क्योंकि उस टाइम पित्त जो होता है वह बड़ा हुआ होता है।
तो इस लाइफस्टाइल को हमें ठीक करना पड़ेगा।

नींद न आने पर क्या करें? इनसोम्निया का सबसे अच्छा उपचार क्या है?


कई बार देखने में आता है कि रात को कॉफी पीने की कईयों को आदत होती है या चाय पीते हैं उससे भी यह जो इनसोम्निया की प्रॉब्लम है यह आ जाती है।

अब हम बात करेंगे कि जैसे कईयों को डिप्रेशन हो जाता है अंगजाइटी हो जाती है और कोई भी मेंटल इश्यूज हो जाती है उनका जो ब्रेन होता है वह काम नहीं करता। उनके जो बोडी के हार्मोन होते हैं वह अन् बैलेंस होने की वजह से बैलेंस ठीक ना होने की वजह से क्या होता है कि इनसोम्निया की तकलीफ आ जाती है अनिद्रा रोग हो जाता है।

हमने देखा कि जब मैनोपोज की तकलीफ होती है या किसी को थायराइड की तकलीफ होती है तब भी इनसोम्निया की तकलीफ है आ जाती है कुछ लोगों से कुछ मरीजों से हमने सुना है।

मैनोपॉज में तो क्या होता है कि एस्ट्रोजन जो होता है वह कम हो जाता है बॉडी में जो हारमोंस है वह कम हो जाते हैं
और कोटिजर है वह बढ़ जाता है जिससे घबराहट और अनिद्रा यह रोग जो है वह हो जाते हैं।

तो इसी तरह और भी कई डिजीज कई मेडिसिंस ऐसी होती हैं जिनकी वजह से रात को नींद नहीं आती है।

और जो लोग अल्कोहल ज्यादा लेते हैं उनका कुछ टाइम के बाद क्या होता है कि नींद आने उनको कम हो जाती है
तो अभी हमने अनिद्रा के बारे में जाना उसके कॉजेज के बारे में जाना और सिम्टम्स के बारे में जाना।

अब जो बहुत ही महत्वपूर्ण है वह है कि इसके समाधान के बारे में जानना:

आयुर्वेदा के हिसाब से हमारे स्वस्थ रहने के 3 पिल्लर माने जाते हैं वह क्या होते हैं आहार ,निद्रा ,और दिनचर्या।

तो निद्रा हमें स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है अच्छी नींद का आना बहुत जरूरी।
यह हमारा जो शरीर है यह क्या है एक मशीन ही तो है ।

हम क्या करते हैं कि काम करते जा रहे हैं करते जा रहे हैं अपने शरीर के बारे में सोचते ही नहीं है उस पर ध्यान ही नहीं देते हैं उसको रेस्ट नहीं देंगे तो बीमार तो पड़ेंगे ना।

तो इसलिए हमें इस को ठीक रखना बहुत जरूरी है। तो समाधान में मैं आपको बताऊंगी की हमने देखा कि वात और पित्त बढ़ते हैं तब इनसोम्निया की तकलीफ होती है। तो वात पित्त को शांत करने के लिए हमें अपने खानपान जो है वह कुछ इस तरह से करना चाहिए कि रात को गर्म दूध पी के सोए।

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वात शांत करने के लिए हम सिर पर मसाज भी कर सकते हैं और जो गाय का घी होता है उसकी एक-एक बूंद हम अपने नाक में डाल सकते हैं, कानों में सरसों का तेल डाल सकते हैं अपनी बॉडी की मसाज करने से भी बहुत फायदा होता है और हमारे पैरों के जो तलवे हैं उनकी मालिश करने से भी बहुत अच्छी नींद आती है और टांगों की मालिश करनी चाहिए।

बाकी तो यह है कि सोने से 2 घंटे पहले आप अपना खाना खा लो यानी कि 8:00 तक अगर आप खाना खा लेते हो तो डायरेक्शन की या फिर पित्त की तकलीफ ना हो इस तरह से हम फॉलो करेंगे।

अभी जो आयुर्वेदिक प्रिपरेशन है नींद को लाने में जो यह प्रोडक्ट काम करते हैं आप उनमें से किसी को ले सकते हैं जैसे कि सर्फगंदा है शंखपुष्पी है, अश्वगंधा है, ब्रह्मी है ब्राह्मी को सब लोग जानते हैं तो यह सब लेने से हमें फायदा होता है।

एक में सबसे इंपोर्टेंट आपको बताऊंगी कि सोने से पहले अगर आप अनुलोम विलोम करोगे अपनी सांसो पर ध्यान देते हैं कि किस तरह से हमारी सांसे जा रही है या फिर हम ओम का जाप करते हैं ओम का अर्थ ही यही होता है कि मैं शांत हूं आई एम् पीसफुल सोल।

तो उस पीसफुल को हमें फील भी करना है यानी कि ॐ की साउंड को हमें फील करना है उससे भी हमें अच्छी नींद आती है।

बाकी सोने से पहले अगर आप अच्छी बुक्स पढ़ोगे इससे कि हमारा जो माइंड है वह कूल हो जाए उससे भी हमें बहुत ही फायदा होता है।

और एक सबसे इंपोर्टेंट जो मुझे पर्सनली बहुत अच्छा लगता है वह यह है कि जैसा आप पूरे दिन में किससे नाराज हुए ।
 क्या आपने गलती करी, आप उसको एक डायरी में लिख दो।

इससे क्या होता है कि आपके अंदर जो बड़ी-बड़ी बातें हैं वह सब आपके अंदर से निकल जाएंगी और इससे आपको बहुत रिलैक्स फील होगा और उससे आपको अच्छी नींद आने में हेल्प मिलती हैं इन सब बातों को अगर आप फॉलो करोगे तो आपको बहुत ज्यादा फायदा होगा।

उम्मीद करती हूं आज के मेरे बताए गए कुछ टिप्स  आपको जरूर पसंद आए होंगे।

आज की जानकारी आपको बेहद अच्छी लगी होगी तो ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए आप मेरी वेबसाइट पर रोज आए। 

आपको बहुत अच्छी-अच्छी बातें वहां पर पढ़ने को मिलेंगी जिससे आपकी नॉलेज बढ़ेगी ।

तो मिलते हैं ऐसी ही एक और इंटरेस्टिंग जानकारी के साथ ही तब तक के लिए नमस्कार ।

अपना ख्याल रखना अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद।।
  
आपकी दोस्त 
पुष्पा डाबोदिया

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