जुकाम खांसी और गले की खराश के लिए सबसे बेहतर घरेलू उपचार क्या है?

दोस्तो thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।

तो चलिए देखते हैं क्या है आज के लिए खास,

गर्मी हो या सर्दी दोनो बहुत ज्यादा पड़ने लगी है दोस्तों तो इसके लिए मैं आपके साथ एक नुस्खा शेयर करने जा रही हूं।

यह नुस्खा है दोस्तों सर्दी-गर्मी, जुखाम, खांसी और गले की खराश के लिए और अगर दोस्तों आपको जुखाम हो रहा है तो बहुत ज्यादा आराम देने वाला है यह जबरदस्त नुस्खा।

जुकाम खांसी और गले की खराश के लिए सबसे बेहतर घरेलू उपचार क्या है?

सिर्फ दो चीजों से यह बनकर तैयार हो जाएगा और वह चीज है आपके घर में मिल ही जाती हैं। तो इस बात को ध्यान में रखते हुए आज मैं आपको एक बहुत ही कमाल का नुस्खा बताने जा रही हूं।

तो इसके लिए आपको क्या करना है आपको सर्दी जुखाम बहुत ज्यादा हो रहा है और आपको जल्दी आराम चाहिए तो आप एक काम करें आपके घर में पड़ी हुई सौंफ ले ले।

सौफ आपके घर में मिल जाएगी आप अक्सर मसालों में या फिर अचार वगैरह में इसको इस्तेमाल करते हैं। तो तो इसी का इस्तेमाल हमें करना है देखने में दाने छोटे होते हैं लेकिन इसके अनगिनत फायदे होते हैं।

गर्मियों के मौसम में यह सर्दी जुखाम गले की खराश को ठीक करने में तो यह रामबाण है दोस्तों और यह सबके घरों में आसानी से मिल जाता है।

तासीर में ठंडक देने वाला होता है बाई बादी को मारता है।
गैस वगैरा कब्ज वगैरह को यह ठीक कर देता है।
तो ऐसा ना सोचे कि जुखाम ठीक नहीं होगा।

जुकाम खांसी और गले की खराश के लिए सबसे बेहतर घरेलू उपचार क्या है?


जी हां बिल्कुल ठीक होगा लेकिन इसका जो लेने का तरीका है वो थोड़ा अलग है।
आपको अगर सर्दी में लेना है तो कुछ अलग तरीके से लें और अगर आप गर्मी में ले रहे हैं तो थोड़ा अलग तरीके से लें।

जैसे डॉक्टर भी सीजन के हिसाब से आपको दवाई देते हैं उसी प्रकार हम भी सीजन के हिसाब से ही इसकी दवाई बनाएंगे।
 तो गैस पर एक पतीला रखें उसमें डालें 250 एम एल के करीब पानी।

पानी आपको इतना लेना है कि यह पकने के बाद 100ml बच जाए, इसको आप सौ से डेढ़ सौ एम एल के आसपास ले सकते हैं।
हम यहां पर ढाई सौ एम एल पानी से यह बनाएंगे।

तो ढाई सौ ml पानी लेकर उसको तेज आज पर हमें अच्छे से गर्म कर लेंगे उबाल आने तक। जब पानी में अच्छे से उबाला जाए तो आप गैस को धीमा कर दे।
 
अब इसमें आप दो चम्मच से जो हम अपने खाने में इस्तेमाल करते हैं। उस चम्मच से आप दो चम्मच खाने वाली सौफ इस  पानी में डाल दीजिए और गैस की फ्लेमिंग को आप भी मंदा रखें और धीमी गैस पर इसको पकने दे। इसको तब तक पकने दें, जब तक इसका कलर चेंज नहीं हो जाता और जो सॉफ की खुशबू होती है, जो इसका फ्लेवर होता है, इसका जो ऑयल होता है वह पानी के अंदर अच्छी तरह से आ जाए।

जुकाम खांसी और गले की खराश के लिए सबसे बेहतर घरेलू उपचार क्या है?


जिससे इसके पीने के बाद आपको पूरा-पूरा फायदा मिले।
जब तक यह पानी में सौफ उबल रही है तब तक मैं आपको बता देती हूं कि आगे आपको क्या करना है।
 
दोस्तों हमें दो हरी इलायची लेनी है वही हरी इलायची जो हम चाय में डालते हैं या फिर कुछ मिठाई वगैरह बनाते हैं उसमें डालते हैं। वह हरी इलायची हमको यहां पर लेनी है यहां पर। हमें हरी इलायची का इस्तेमाल करना है इलायची तो हम कूट करके उसी सोफ वाले पानी में डाल देंगे

यह भी बहुत ही लाभकारी होती है दर्द के लिए सर्दी जुखाम के लिए। पेट की तकलीफ के लिए जुखाम में अगर आप इलायची की चाय पीते हैं तो भी आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलता है।
और इस तरह आप सोफ वाली चाय बनाकर पीते हैं तो  आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलता है।
 
इलायची और सोफ की चाय गले के लिए, गले के इन्फेक्शन के लिए, जुखाम के लिए बहुत ही लाभकारी होती है अगर आपको सर्दी जुखाम है तो आप सोफ की चाय बिना दूध डालें बनाकर पीना आपको बेहद लाभ मिलेगा।

तो सोफ और इलायची की चाय को कितना उबालना है मैं आपको बताती हूं आपको इस चाय को इतना उबालना है कि यह जितना पानी हमने लिया था उसमें से आधा पानी रह जाए तब तक आपको यह उबालना हैं।

तो चलिए कुछ और जानकारी देते हैं आपको इस चाय के बारे में।
अगर आपको सर्दी जुखाम है तो आप दिन में एक दो बार भाप जरूर ले लें। इससे आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा और जो आपकी खांसी है सर्दी है जुखाम है वह बहुत जल्दी ठीक हो जाएगी।

तो हमने इस इलायची और सौंफ की चाय को 10:12 मिनट तक धीमी आंच पर अच्छे से उबाल लिया है और अब यह अपनी क्वांटिटी से आधा बच गया है।

अब हम इसको गैस से नीचे उतार लेंगे और करीब 5 मिनट तक पतीले के ऊपर ढक्कन लगाकर हम साइड में रख देंगे ताकि यह थोड़ी सी ठंडी हो जाए ज्यादा ठंडी हमको यह नहीं करनी है बस थोड़ी सी ठंडी करनी है।

उसके बाद हम इसको छानकर एक गिलास में डाल लेंगे। हल्का सा गर्म होना चाहिए ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए।
और अगर आपको मीठा डालना है तो आप अपने स्वाद के हिसाब से इसमें थोड़ा सा मीठा मिला सकते हो। 

मीठे में आप एक चम्मच खांड् एक चम्मच पिसी हुई मिश्री इसमें मिला सकते हो। लेकिन अगर आप इसको फीका ही पी सकते हैं तो यह बहुत ज्यादा फायदा करेगा।
   
इस चाय को आप दिन में दो बार ले सकते हो एक बार सुबह और एक बार शाम को।
सुबह जब आप टी इंजॉय करते हो चाय पीते हो उस समय पर आप यह सोफ वाली चाय ले सकते हैं और शाम को आप खाना खाने के बाद सोने से पहले इस चाय को ले सकते हैं। 

चाय पीने के बाद आप सो जाएं इससे आपको पूरा पूरा फायदा मिलेगा। इस चाय को पीने के बाद आप एक डेढ़ घंटे तक ठंडा पानी या फिर ठंडा कुछ भी ना खाएं और 1 घंटे के बाद आप हल्का गुनगुना पानी पी सकते हो।

उम्मीद करती हूं आज का यह नुस्खा यह छोटी सी जानकारी जो मैंने आपके साथ शेयर करी है आपको जरूर पसंद आई होगी। 

आप इसका बहुत फायदा उठाएंगे तो इसी उम्मीद के साथ नमस्कार मिलती हूं ऐसी ही एक और जानकारी के साथ और नए नुस्खे के साथ तब तक के लिए अपना ख्याल रखना।

अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद, 
आपकी दोस्त 
पुष्पा डाबोदिया।।

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