thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया मै आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग।
तो चलिए देखते हैं क्या है आज के लिए खास।
आज मैं आपके साथ बात करेंगे। जीरो से सिक्स मंथ तक के बच्चों की सर्दी खांसी जुकाम के बारे में। जी हां आप सभी जानते हैं कि छोटे बच्चों छोटे बच्चों की इम्युनिटी इतनी भी एक होती है कि जल्दी उनको सर्दी खांसी जुखाम होने लगता है।
सर्दी के शुरू होते ही वह सर्दी खांसी जुखाम की चपेट में बहुत जल्दी आ जाते हैं।
और हम जीरो से सिक्स मंथ तक के बच्चों को बार-बार डॉक्टर के पास भी नहीं लेकर जा सकते।
क्योंकि यह भी ठीक नहीं है कि छोटे बच्चे को बार बार डॉक्टर के पास लेकर जाएं। मेडिसिन का एक बड़ा सा ढेर लग जाए यह भी कोई नहीं चाहता।
तो आप कोशिश करिए कि छोटे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा घरेलू नुस्खों से ही ठीक किया जा सके।
डॉक्टर के पास भी लेकर जाइए लेकिन जब आप को ऐसा लग रहा है कि आप डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए उस वक्त आप बच्चे को डॉक्टर के पास ले कर जाए।
तो अब हम बात करेंगे कि जैसे आपका बच्चा छोटा है और उसको सर्दी हुई है खांसी हुई है या फिर उसकी चेस्ट में सीने में कफ जम गया है और वह निकल नहीं रहा है और सोते समय खर खर की आवाज आ रही है। तो आप उसे किस तरह से ठीक है कर सकते हैं।
सबसे पहले हम बात करते हैं खांसी की। यह तो आप सभी जानते हैं कि छोटे बच्चों को खांसी हो जाती है। तो वह खास खास के बहुत परेशान हो जाते हैं। ऐसे में आपको क्या करना है कि मैं ज्यादा कुछ झंझट वाली चीजें नहीं बताऊंगी। सिंपल सी चीज बताती हूं सिंपल सा उपाय बताती हूं जो आपको करने में बहुत आसानी होगी और उससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।
यह मैंने भी अपने बच्चों के लिए यूज किया है। जब वह छोटे थे और उनको बहुत जल्दी आराम मिल जाता था। डॉक्टर के पास ज्यादा ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती थी। जब मुझे ऐसा लगता था कि यह मुझे डॉक्टर के पास सोचे को लेकर जाना है तभी मैं लेकर जाती थी। अदर वाइज में नहीं लेकर जाती थी।
जब हमें यह लगता है कि हमारा छोटा बच्चा है सर्दी में आ गया है और उसको खांसी हो गई है और कफिग स्टार्ट हो गई है तो मैं सबसे पहले क्या करती हूं।
कि मैं थोड़ा सा शहद लेती हूं उसमें तीन-चार तुलसी के पत्ते पीस के उसका रस निकाल लेती हूं थोड़ी सी अदरक को कूटकर उसका रस निकाल लेती हूं और तीनों चीजों को अच्छे से मिक्स कर लेती हूं।
उसके बाद में शहद को हल्का सा गर्म करती हूं। बिल्कुल हल्का सा गुनगुना करना है ज्यादा गर्म नहीं करना है। उसके बाद में उसमें तुलसी का रस और अदरक का रस से अच्छे से मिला लेती हूं और इसको मैं अपने बच्चे को दिन में तीन चार बार चटा देती हूं। चाहे आप उंगली से बच्चे को चटा दे या फिर छोटी चम्मच से उसको थोड़ा-थोड़ा उसकी जीभ पर रख दें। बच्चा धीरे-धीरे अपनी जीभ को घुमाकर शहद को अंदर लेगा और उसको बहुत ज्यादा राहत मिलेगी।
जो गले में खराश होती है वह भी ठीक हो जाती है और उसके साथ ही बलगम बच्चे के सीने में जम जाता है। वह भी धीरे धीरे नीचे जाकर पॉटी की जगह से लिखा जाता है। ठीक है और बेबी को खांसी है वह बिल्कुल ठीक हो जाएगी दो-चार दिन में ही और जो बच्चे के सीने में चेस्ट में जो बलगम जमा हुआ है वह भी बिल्कुल ठीक हो जाता है।
यह आप छोटे बच्चों को जीरो से सिक्स मंथ तक के बच्चों को जरूर दीजिए और फालतू कोई चीज करने की जरूरत नहीं है। शहद अदरक तुलसी यह तीनों ही छोटे बच्चों की सर्दी खांसी में बहुत ज्यादा फायदा करते हैं और आप इसे थोड़ी सी मात्रा बढ़ाकर बड़े बच्चे को भी दे सकते हैं।
दूसरी बात यह है कि जब आप देखते हो कि बच्चे को खांसी हो गई है और खास ने के साथ उसके नाक से पानी बहने लग जाता है और एक-दो दिन के बाद जब जुखाम पक जाता है।
जब बोलते हैं कि जुखाम अब पक गया है तो उसके तो उसके सीने के चारों तरफ कफ़ जमा हो जाता है जिससे बच्चा अच्छे से दूध नहीं पी पाता और रात को अच्छे से सो नहीं पाता और दूध पीते टाइम अजीब सी आवाजें निकालता है। नाक से सांस नहीं ले पाता और जिसकी वजह से बच्चा रात में सोते समय दूध पीते समय सर सर की आवाज आती रहती हैं। अजीब सी आवाज निकलती रहती है।
बच्चे के नाक से उसके मुंह से तो क्या होता है कि ना तो बेबी ढंग से दूध पी पाता है और ना ही दे दी अच्छे से सो पाता है और खास खास कैसा बुरा हाल हो जाता है।
उसके गले में दर्द हो जाता है इससे वह बहुत रोता है। ऐसे में आपको क्या करना है कि बच्चे की चेस्ट पर सरसों का तेल और सेंधा नमक जो हम व्रत उपवास में खाते हैं दोनों को मिला करके उसकी हल्के हाथ से मालिश कर दें।
तो मालिश करने के लिए सबसे पहले आप तेल को थोड़ा सा गर्म कर लीजिए और गर्म करने के बाद उसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक डाल दीजिए। जब आपको लगे कि तेल में अच्छे से नमक घुल गया है। अच्छी तरह से मिल गया है। उसके बाद आपको लगे कि अब तेल में नमक आदि से खुल गया है। आप उसको गैस से हटा लीजिए और उसको थोड़ा ठंडा कर लीजिए।
तेल में आप अपनी उंगली डालकर चेक कर लीजिए बिल्कुल ठंडा आपको नहीं करना है। ऐसा रखना है जैसे बच्चे की सर्दी की स्किन को गर्म ना लगे। ऐसा नॉर्मल तेल होने के बाद आप बच्चे की जिस पर उसकी छाती और गले पर अच्छे से मालिश करें और ऐसा आपको दिन में 3 बार या 4 बार करना है।
रात में सोते समय तो जरूर लगाएं और जब दिन में बेबी सो रहा हो तो उस टाइम आप उसकी मालिश अच्छे से कर सकते हैं। अगर आप गर्मी में लगा रहे हैं तो गर्मी में बच्चे के चेस्ट पर मालिश करने के बाद एक सूची कपड़े से उसकी छाती को अच्छे से ढक दें और पतला सा कपड़ा उसको अंदर से पहना दीजिए।
यह तो है गर्मी के लिए मालिश करने के बाद बच्चे को तेज हवा में जैसे तेज पंखा चला कर उसके नीचे ना सुलाए पंखे की स्पीड बिल्कुल स्लो कर दे और बच्चे को साइड में सुलाएं ताकि पंखे की सीधी हवा बच्चे पर ना पड़े एसी और कूलर को बिल्कुल ना चलाएं अगर बेबी को ठंड लगी है तो तो यह तो आपको करना है गर्मी के मौसम में।
यह तो सेंधा नमक और तेल मैंने छाती के लिए बताया है और ऐसे ही आप सेंधा नमक और तेल को उसके हाथों पर मालिश कर सकते हैं। थोड़ा सा पैरों पर रगड़ सकते हैं और जो बेबी की पीठ है उस पर भी आप माली अच्छे से कर सकते हैं। इससे क्या होगा कि बेबी को तो ठंड लगी है वह ठीक हो जाएगी और जो उसके सीने में जो बलगम जमा हुआ है वह भी धीरे-धीरे ठीक हो जाए और पॉटी के रास्ते से वो धीरे धीरे निकल जाएगा और गले की जो खर खर की आवाज है वह भी ठीक हो जाएगी।
इसके अलावा विक्स वेपरब जो है वह भी यूज करते हैं वह भी काफी अच्छी है और एक उपाय और मै बताती हूं जो कि सर्दी के लिए है आपको एक गिलास पतीले में गर्म पानी करके उसको उबाल लीजिए। उसके बाद उसमें थोड़ी सी विक्स वेपरब डाल दीजिए और उसके ऊपर बच्चे की गर्दन को थोड़ा सा झुका के उसके ना को पतीले के ऊपर कर दीजिए और ऊपर से कोई तो लिया या फिर कोई सूती कपड़ा ढककर थोड़ी देर उसको विक्स के बाप दीजिए ध्यान रहे कि पानी ज्यादा गर्म ना हो।
पानी इतना गुनगुना हो कि बच्चे को ज्यादा गर्म ना लगे। क्योंकि छोटे बच्चे बहुत ही नाजुक होते हैं। 2 से 3 मिनट तक बच्चे को आप ऐसे विक्स के भाप दे सकते हैं। उसके बाद बच्चे को किसी गर्म कपड़े से ढक कर पांच 7 मिनट के लिए अपने गोद में लेकर बैठ जाएं। बच्चे को भाप की वजह से पसीना आएगा और इससे बच्चे की सर्दी जुखाम में बहुत जल्दी आराम मिल जाता है। यह नुस्खा मेरा काफी बार आजमाया हुआ है और इससे बहुत ही अच्छा रिजल्ट आता है।
इस तरह से आप विक्स वेपरब भी यूज कर सकते हैं विक्स को सीधे आप बेबी की नाक पर या गर्दन पर ना लगाएं। अगर आपको भी लगानी है तो बच्चे की चेस्ट पर और हाथों पर और थोड़ी सी उसके पैर के तलवों पर लगा दे। लेकिन नाक और माथे पर ना लगाएं हल्के हल्के हाथों से बच्चे की मालिश कर दें और यह भी सर्दी में बहुत उपयोगी है। बहुत लाभदायक है।
यह उपाय बच्चे की बंद नाक में बहुत ज्यादा फायदा करता है बंद नाक को खोल देता है और उसको सांस लेने में बिल्कुल भी तकलीफ नहीं होती और बच्चे को सर्दी से आराम मिलता है
एक लास्ट उपाय और बताती हूं आपको बच्चे की बंद नाक के लिए।
कुछ लहसुन की कलियां लीजिए और थोड़ी सी अजवाइन लीजिए इन दोनों को तवे पर हल्का सा भून लीजिए।
बहुत ज्यादा नहीं भूनना है बस हल्का हल्का भून दीजिए और भुनने के बाद आप इन दोनों को कॉटन के कपड़े में किसी सूती कपड़े में बांधकर के बच्चे के तकिए के नीचे रख दीजिए। इससे क्या होगा कि इसकी हल्की-हल्की जो खुशबू आएगी उससे बच्चे की जो बंद नाक है वह धीरे-धीरे खुल जाएगी और बच्चे को सांस लेने में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होगी।
इस तरह से आप बच्चे की बंद नाक को खोल सकते हैं। ध्यान रहे बच्चा उस पोटली में से उसको निकाल कर खाने ना लग जाए। अगर बच्चा थोड़ा सा बड़ा है तो लहसुन को भुने हुए लहसुन को खाने में भी कोई दिक्कत नहीं है। जब बड़े बच्चों को ठंड लग जाती है तो हम लहसुन को भून के उन को खिलाते हैं और उनको सर्दी में बहुत आराम मिलता है।
तो आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद करती हूं आज की दी हुई जानकारी आपको बेहद पसंद आई आई होगी। मिलते हैं एक नई और इंटरेस्टिंग जानकारी के साथ अब तक के लिए अपना ख्याल रखना।
अपने चारों तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। ऐसी ही इंटरेस्टिंग और महत्वपूर्ण स्टोरी पढ़ने के लिए आप मेरी वेबसाइट पर आए।
आपकी दोस्त
पुष्पा डाबोडिया ।।
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