आंतों की सफाई कैसे करें?

आंतों में जमा मल कैसे निकाले?

हमारी आंते हमारे लिए बहुत जरूरी होती हैं। यह आप सब जानते हो अगर हमारी आंख में कोई दिक्कत आ जाए तो हमें बहुत ज्यादा शारीरिक कष्ट उठाने पड़ सकते हैं।

इसीलिए सबसे जरूरी है आंतों की सफाई इसके बारे में बात करने से पहले हम यह जान लेते हैं कि आंतों की सफाई करनी क्यों जरूरी है।।

आंतों का हमारे शरीर में क्या काम है और अगर हमारी आंते खराब हो जाए तो इसके लक्षण हमें कैसे पता लगेंगे
?

दोस्तों सबसे पहले यह जान लें कि आपका हमारे शरीर में क्या फंक्शन है। मुंह से लेकर गुदा द्वार तक हमारा डाइजेस्टिव ट्रैप है तो जो मेन अबजोपशन वाला काम है।

वो हमारे शरीर की आंते करती हैं। फिर चाहे वह अब्जॉर्प्शन किसी न्यूट्रिशन का हो या पानी का हो, चाहे इलेक्ट्रोलाइट्स का हो।

यह सारा काम हमारी आंतें करती हैं तो अगर दोस्तों हमारे शरीर में आंतों का फंक्शन अच्छे से नहीं होगा अगर हमारी आंतें अच्छे से काम नहीं करेगी।

तो इसके सिम्टम्स कैसे पता लगेंगे?

अब हम यह जानते हैं
सबसे पहली बात हमारे आंतों में अगर कोई खराबी आ जाती है तो हमारा खाना अच्छे से नहीं पचेगा हमें हमारा पेट फुला फुला सा दिखेगा या महसूस होगा।

आपको भूख नहीं लगेगी और पेट में हल्का हल्का सा मरोड़ महसूस होगा कब्जी की शिकायत आपको होगी खाना अच्छे से नए पचने के कारण आपको खट्टी डकार आएंगी या आपको बद हजमी महसूस होगी और सीने में जलन जैसी दिक्कतें आपको आपके शरीर में देखने को मिलेंगी ।।

साथ ही साथ अगर आपको कॉन्स्टिपेशन हो गया और वह लंबे समय तक चल रहा है तो आपको पाइल्स की शिकायत या फिशर की शिकायत हो सकती है।

जो कि एक जटिल समस्या है सीरियस कॉन्स्टिपेशन हो जाने के कारण कभी-कभी आपके इंटेस्टाइन में जो मोशन है या जो वेस्ट मेटेरियल है उसको बाहर निकालना काफी मुश्किल हो जाता है।

क्योंकि वह बहुत हार्ड हो जाता है और उसको मशीनों की सहायता से बाहर निकाला जाता है। क्योंकि वह आपकी आत को बिल्कुल ब्लॉक कर देती है।

उसको बोलते हैं intestinal obstruction

अगर ऐसी सिचुएशन है तो आपको सर्जरी तक करानी पड़ सकती है। तो यह परिस्थिति हमारी न बने इसके लिए जरूरी है कि हमें अपने शरीर को समय-समय पर डीटॉक्सिफाई करना चाहिए।

हमें अपनी आंतों को साफ करते रहना चाहिए। दोस्तों अगर आपके इंटेस्टाइन अच्छे से वर्क नहीं कर रही है तो इसका असर आपको अपने स्किन पर भी दिखाई देगा।

आपको आपका चेहरा बिल्कुल डल दिखाई देगा। आपके चेहरे पर बार-बार एक्ने की समस्या होगी। आपके चेहरे पर काफी सारे पिंपल होंगे। यह सारी तमाम समस्याएं आपको दिखाई देंगी आपकी स्किन पर।

तो अब हम बात कर लेते हैं कि हमें अपनी आंतों को डिटॉक्सिफाई कैसे करना है?

इसके लिए मैं आपको दो-तीन स्टेप्स बताऊंगी जो आपको सूटेबल लगे वह आप अप्लाई कर सकते हो।

तो सबसे पहले बात करते हैं कि हमारा डाइजेशन खराब होने के कारण हमारे पेट में कीड़े भी होने शुरू हो जाते हैं और वे कीड़े हमारे इंटेस्टाइन को खराब कर के रख देते हैं। अब मैं आपको एक जूस बताने वाली हूं जो आपके पेट के कीड़े को मार सकता है। इस जूस को बनाने के लिए सबसे पहले आपको 250ml पानी लेना है।

इस पानी में आपको शुद्ध नीम की पत्तियां जो होती हैं वह डालनी है। जो पत्तियां बिल्कुल कच्ची कोपल जैसी होती हैं उन्हीं को ले। नीम की पत्तियों को पानी में डालकर उबाल लें और उबालने के बाद उसको ठंडा कर लें पानी इतना लें कि उबालने के बाद भी आपके पास आधा गिलास बचे सारा न जले।

सब से ध्यान देने योग्य बात यह है कि आप जब पानी को उबाल रहे हो तो उसको ढक कर उबालें। ताकि जो नीम की पत्तियों के भाप बनेंगे वह बाहर न जाएं क्योंकि उनमें ही सबसे ज्यादा क्वालिटी होती है जो आपके पेट के कीड़ों को मार सकती है।

अब आपको इस पानी में दो चुटकी हींग डालनी है। हींग डालने के बाद आपको आधा चम्मच काला नमक उस पानी में मिलाना है।

इन सब को अच्छे से मिला लें और आपको यह कैसे लेना है यह मैं बताती हूं।

सबसे पहले आपको सुबह उठकर ब्रश करने के बाद अपने पेट को साफ करना है रोजाना की तरह टॉयलेट जाकर। क्योंकि जब आपका पेट साफ हो जाएगा तो यह पानी और भी ज्यादा अच्छे से आपके इंटेस्टाइन को साफ करेगा।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको इस पानी को लेने से पहले एक गिलास सादा पानी पीना है। इस पानी को लेने के बाद आपको काफी बेनिफिट आपकी बॉडी में दिखाई देंगे।

आप सब जानते हैं कि नीम कितनी अच्छी औषधि है यह पेट के कीड़ों को ही नहीं मारती बल्कि हमारी स्किन को भी निखारती है। इस मे anti-fungal गुण पाए जाते हैं।

आप इस पानी को हर हफ्ते पिए इसके बहुत ही अच्छे परिणाम आपको देखने को मिलेंगे और धीरे-धीरे इसकी डोज कम करनी शुरू कर दें। जैसे 15 दिनों के बाद आप इस पानी को ले। फिर अगले 15 दिनों के बाद इस पानी को ले फिर 1 महीने बाद ले।

इस साइकल में आपको यह पानी लेना है। कहने का मतलब यह है कि आपको शुरू में इस पानी की डोज बढ़ानी है। उसके बाद धीरे-धीरे असर होने पर कम करते जाना है। इस पानी से आपका intestine बिल्कुल क्लीन होता चला जाएगा।

अगर आपके पेट में कोई गंदगी रुकी हुई होगी तो इस पानी की सहायता से वह बाहर आने शुरू हो जाती है।

अगला टिप्स यह है कि आपको एक गिलास भर के गुनगुना पानी लेना है और उसमें दो चम्मच apple cider vinegar डालना है। यह मार्केट में आसानी से आपको मिल जाएगा ,और एक चम्मच शहद डालकर मिलाना है बिल्कुल अच्छे से।

इस पानी को भी आपको फ्रेश होने के बाद ही पीना है। जब आप इस पानी को धीरे-धीरे पीना शुरू करेंगे तो आपको महसूस होगा कि आपके शरीर की सफाई होनी शुरू हो गई है और आपके शरीर से सारी गंदगी हट रही है।

यह भी आपको हफ्ते में एक बार लेना है पहले महीने तक और अगले महीने में दो बार लेना है फिर आप इसको छोड़ सकते हो लेना आपको खुद इसके अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे।

जैसे आपकी भूख बढ़नी शुरू हो गई है। आपको यह भी महसूस होगा कि जो आपके गैस बनने की समस्या थी या ब्लोटिंग की प्रॉब्लम थी वह भी धीरे-धीरे ठीक होनी शुरू हो गई है और आपका मोशन भी पहले से बेहतर हो गया है।।

तीसरा टिप्स आंतों को साफ करने का यह है कि एक गिलास गुनगुना पानी ले और एक नींबू लें। इस नींबू के पतले पतले स्लाइस काटकर छिलके सहित पानी में डालकर उबालें।

10 से 15 मिनट तक इस पानी को उबालें। उसके बाद इसको छान ले। आपको नींबू पानी में डालकर उबालने से पहले इसको अच्छे से धोना है। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि नींबू पर कोई डस्ट न लगी हो।

इस पानी को छानने के बाद आपको इसमें एक चुटकी हींग डालनी है। उसके बाद इसमें आधा चम्मच नमक डालें एक सब्सीट्यूट की तरह है क्योंकि बहुत सारे लोगों को नीम नहीं मिलता तो आप यह वाला भी ट्राई कर सकते हैं।

इस पानी को भी आपको फ्रेश होने के बाद सुबह लेना है। इसको भी आप शुरू में हफ्ते में ले फिर 15 दिनों के बाद फिर 1 महीने बाद ऐसे करके आप ले सकते हैं। यह आप पर डिपेंड है कि आप इसको किस साइकिल के हिसाब से लेना चाहते हैं।

कुछ अन्य विकल्प:

हरी सब्जियां खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरी होती हैं जो शरीर को विषाक्त पदार्थ के संपर्क में आने से बचाती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपकी पाचन क्रिया अक्सर खराब रहती है तो कच्ची सब्जियां खाने से बचें। इसके बजाय हमेशा सब्जी पकाकर खाएं। पकी सब्जियां आसानी से पच जाती हैं। आप हरी सब्जियों का सूप पी सकते हैं, भूनकर खा सकते हैं या फिर उबालकर खा सकते हैं। उबली हरी सब्जियां भी सेहत के लिए फायदेमंद है।

दलिया स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें। अगर सामान्य दलिया खाना पसंद न हो तो इसकी रेसिपी के साथ अलग-अलग तरह के प्रयोग कर सकते हैं। आप इससे मीठी, नमकीन और तरह-तरह की डिशेज तैयार कर सकते हैं। हालांकि कुछ लोगों को दलिया बनाने में ज्यादा समय लगता है, लेकिन इस वजह से इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। दलिया फाइबर से भरपूर है।

अगर आप इस प्रकार से यह पानी लेंगे तो आपको पता लगेगा कि आपके पेट में जो समस्याएं चलती आ रही थी वे धीरे-धीरे कम होनी शुरू हो गई हैं। ऑलमोस्ट खत्म ही हो गई हैं।

अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न:

आंतों की कमजोरी कैसे दूर करें

आंतों को स्वस्थ रखने की बात हो तो आपको खाने में प्रोटीन का सेवन जरूर करना चाहिए. प्रोटीन बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. आप दिन की दो मील में प्रोटीन जैसे पनीर, दालें, साबुत अनाज या अंडा जरूर शामिल करें. इसके अलावा आप डाइट में फल-सब्जियों को भी शामिल करें.

आंतों में जमा मैल कैसे निकाले?

आंतों में जमी गंदगी को दूर करने के लिए सबसे पहले आपको नींबू और पानी पीना चाहिए अगर आप ऐसा करते है तो आपको कभी भी पेट से जुड़ी परेशानियां नहीं होंगी। और सबसे बड़ी बात ये है कि आपको ये सुबह सो कर जागने के बाद पीना है।


तो दोस्तो आशा करती हूं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। मेरी दी हुई जानकारी आपके किसी काम आई होगी ऐसे ही नई नई जानकारियां प्राप्त करने के लिए मेरे वेबसाइट पर आएं thebetterlives.com

धन्यवाद दोस्तों।

2 टिप्पणियाँ

Thanks for writing back

  1. उत्तर
    1. जी बहुत-बहुत धन्यवाद वेबसाइट पर आते रहिएगा और अगर आप इस लेख को शेयर कर देंगे तो मैं आपकी बहुत-बहुत आभारी रहूंगी।

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