बुद्धिमान इंसान के लक्षण क्या होते हैं?

गूगल

आज हम कोशिश करेंगे आपके अंदर जीनियस निकलने की अगर इन 5 लक्षण में से अगर आपके पास 3 लक्षण भी है तो आप समझ जाये की आप जीनियस है बस आपको अपने उपर विश्वास करना होगा की मै सब कुछ कर सकता हु।

पूरी दुनिया बुद्धिमान लोगों की कायल है और जो अपनी बुद्धि से दुनिया को झुका सकता है उसके कहने की क्‍या। हम सभी तो बुद्धिमान नहीं हो सकते लेकिन हां हममे में से कुछ लोग बुद्धिमान जरूर होते हैं जिन्‍हें हम आसानी से नहीं पहचान पाते हैं।

हैलो दोस्तों thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आप कि पुष्पा।

आज हम आपको बुद्धिमान लोगों की अजीब आदतें बताने जा रहे हैं। जानते हैं कि बुद्धिमान लोगों में ऐसा कौन-सा गुण होता है जो उन्‍हें दूसरों से अलग बनाता है।

आज मै आपके लिए लेकर आई हूं 11 साइन किसी भी इंटेलिजेंट पर्सन के। अगर इन में से पांच भी आप से मैच होते है तो आप भी एक इंटेलिजेंट पर्सन हो ।।

आइये इन signs की ओर मूव करे इस लेख के नीचे कमेंट करके ये जरूर बताएं कि आपसे कितने साइन मैच हुए।।

सबसे पहला साइन होता है बुद्धिमान व्यक्ति का कि वह कभी भी सामाजिक नहीं रहता। बुद्धिमान व्यक्ति ज्यादा सोशल नहीं होते इनको सबके साथ यूं ही रहना पसंद नहीं होता।। ऐसे लोग बिना किसी कारण के किसी के साथ नहीं रहते और ना ही बेकारण किसी के साथ रहना पसंद करते।

ऐसे लोग बहुत ही कम दोस्त बनाते है इन्हे ज्यादा दोस्ती पसंद नहीं होती किसी के साथ भी। ये ज्यादा से ज्यादा दो या चार दोस्त ही बनाते है और ये जो भी दोस्त बनाते हैं वे सब खास होते हैं। अपने दोस्तों के लिए ये लोग कुछ भी करने के लिए तैयार रहते है और कभी कभार तो अपनी जान देने के लिए भी तैयार रहते हैं अपने दोस्तों के लिए।।

ऐसे लोग दूसरों से भी आशाएँ रखते हैं कि उनके दोस्त भी उनके काम आए।।

लेकिन होता बिल्कुल इसका उल्टा है। जब ऐसे लोगों को अपने दोस्तों की जरूरत होती है तो वे इनका साथ छोड़ देते हैं। यह लोग हेल्पफुल होते हैं ऐसे लोग दूसरों की भलाई करना चाहते हैं और इनको दूसरों की भलाई करना अच्छा लगता है। जरूरी नहीं है कि आप जब इनकी भलाई करें तो ही ये आपकी भलाई करेंगे। किसी भी अनजान व्यक्ति की भी भलाई कर देते हैं यूं ही बेकारण ऐसे लोगों को सब की बुराई करना बहुत अच्छा लगता है। लेकिन रिटर्न में इनको भलाई नहीं मिलती ये आपकी तब भी मदद कर देते हैं चाहे आप इनके कितने ही बड़े दुश्मन क्यों ना हो।। ऐसे लोग जब कभी भी आपको मुसीबत में देखेंगे तो आपकी भलाई करने के लिए आगे आ जाते हैं।।

ऐसे लोग किसी को दुख में नहीं देख सकते। यह बहुत ही दयालु होते हैं। इनको बहुत जल्दी दया आ जाती है। किसी पर भी ये किसी को परेशानी में नहीं देख सकते। यही एक कारण है कि ये हेल्पफुल होते हैं ऐसे व्यक्ति अकेले में ज्यादा रहना पसंद करते हैं। जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया ऐसे लोगों को ज्यादा मिल जुल कर रहना अच्छा नहीं लगता।

यह ज्यादातर अकेले ही रहना पसंद करते हैं। यह तभी बोलते हैं जब इनको कोई काम पड़ता है या किसी को इनकी जरूरत होती है। सवाल उठता है कि ये लोग अकेले में करते क्या हैं? खुद से क्या सोचते रहते हैं
पुराना, नया , या अभी का?


ऐसे लोग बहुत ही सिलेक्टिव होते हैं। चुनिंदा होते हैं। यह लोग चुनाव बहुत ही सोच समझकर करते हैं। किसी भी चीज का। चाहे दोस्ती का या किसी और चीज का। ये लोग ऐसे ही किसी चीज को नहीं चुनते।। ये यू ही किसी से दोस्ती या प्यार नहीं करते। ऐसा नहीं है कि आप इनके पास दोस्ती करने आए और ये आपसे ऐसे ही दोस्ती कर लेते है। नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है ऐसा सोचिएगा भी मत। ये काफी सोच समझकर,आपको परख कर ,काफी टाइम के बाद दोस्ती का हाथ बढ़ाते है। लेकिन एक बार दोस्ती कर लेते हैं ना तो समझ जाइए कि आपको बहुत ही अच्छा दोस्त मिल गया है।।

दूसरा साइन बुद्धिमान व्यक्ति का यह होता है। यह लोगों से ज्यादा खुद से बातें करते हैं और बहुत ज्यादा सोचते हैं। यह उनकी बहुत ही अच्छी आदत होती है बुरी नहीं। क्यों होती है यह मैं आपको बताती हूं?

मान लीजिए कि आपके साथ किसी की लड़ाई हो गई, बहस बाज़ी हो गई या थोड़ी बहुत नोक झोक हो गई और इस सिचुएशन में अगर आप उनसे अपनी भड़ास निकालेंगे, तो आपकी दुश्मनी और बढ़ जाएगी और हो सकता है, आने वाले समय में यह दुश्मनी आप पर ही भारी पड़ जाए। ऐसे लोग उस टाइम पर रिएक्ट नहीं करते और घर आकर सोच रहे होते हैं मैं उसको यह भी बोल सकता था जब उसने ऐसा बोला था। तो मैं उसको यह भी कह सकता था, अगर मैं उसको ऐसा बोल देता तो उसको करारा जवाब मिल जाता और कितना मजा आ जाता। तो अगर उसने अगली बार यह कहा तो मैं उसको यह कहूंगा।। फिर अगर उसने ऐसा कहा तो मैं उसको ऐसा जवाब दूंगा कि उस की बोलती बंद हो जाएगी।

ऐसे लोग पुरानी चीजों को भी याद करते हैं और नई चीजों को भी याद करते हैं पुराने समय में क्या हुआ था। कैसे हुआ था? कब हुआ था? उस के बारे में विचार कर रहे होते हैं और ऐसा ही फ्यूचर के बारे में भी कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं। जैसे कि कल अगर मैं यहां जाऊंगा, तो मै ऐसे जाऊंगा, मैं यह करूंगा, मैं वह करूंगा, मैं उसके साथ जाऊंगा, मैं उसके साथ नहीं जाऊंगा, मैं उसके साथ वहां जाऊंगा, ऐसे बातें करूंगा बहुत सोचते हैं ऐसे लोग।।

ऐसे लोग मुसीबत से दूर ही रहना पसंद करते हैं। नए लड़ाई झगड़े से दूर रहना ही पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को ज्यादा भीड़भाड़ वाला इलाका भी पसंद नहीं होता है और लड़ाई झगड़े तो बिल्कुल भी नहीं। ये शांत वातावरण में रहना पसंद करते हैं। ये लोग ज्यादा च-च -ब ब में नहीं रहते।।

आपने कभी ना कभी किसी ना किसी जगह पर यह देखा होगा कि एक ग्रुप के लोग बहुत ज्यादा बोल रहे होते हैं। कुछ ना कुछ बकर बकर कर रहे होते हैं। लेकिन ये लोग उन सब से दूर रहना ही पसंद करते हैं। इन को ज्यादा मुसीबत झेलना पसंद नहीं है। ऐसे लोगों का यह रूल होता है की बेशक मैं अकेला या अकेली रहूंगी लेकिन सुखी रहूंगी या रहूंगा। बेशक मुझे अकेला रहना पड़े लेकिन मुझे खुश रहना है।।

समझदार लोगों का तीसरा साइन यह होता है कि ऐसे लोग पॉजिटिव माइंडेड होते हैं। सकारात्मक विचारों वाले होते हैं। ये लोग हर चीज में कुछ ना कुछ पॉजिटिव ढूंढ ही लेते हैं। चाहे वह कितनी ही नेगेटिव क्यों ना हो। इन लोगों की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि आप कितने ही बुरे क्यों ना हो। ये आपने कुछ ना कुछ पॉजिटिव ढूंढ ही लेते हैं। ऐसे लोगों को ज्यादा चुगली करना पसंद नहीं होता।। अगर आप ऐसे लोगों के सामने किसी की चुगली करते हो तो यह आप को चुप करा देंगे। यह कह कर कि छोड़ ना यार यह उनकी लाइफ है हम उनकी लाइफ में क्यों इंटरफेयर करें।।

वो जैसे भी हो उनको रहने दो हमें उन से क्या लेना देना है।।

हमें अपनी लाइफ पर फोकस करना चाहिए।
ऐसे लोग किसी की चुगली तब करते हैं जब हद से ज्यादा पानी सर पर से गुजर जाता है। यह लोग सिर्फ दूसरों की भलाई चाहते हैं और उनकी अच्छाइयां ही कहते हैं। ऐसे लोग दूसरों में अच्छाई तो देखते ही हैं और दूसरों से भी एक्सेप्ट करते हैं कि वह भी इनमें अच्छाई ही देखें। लेकिन होता बिल्कुल उसका उल्टा ही है। लोग इन में अच्छाई देखने की बजाए बुराई देखते हैं और इनको बुरा समझ लेते हैं और इनकी यह शिकायत हमेशा रहती है कि लोग इनको समझते ही नहीं है।

मैं उनके लिए कितना कुछ कर जाता हूं या कर जाती हूं।इनकी सबसे बड़ी परेशानी है होती है कि लोग इनको समझते नहीं, मेरा पार्टनर मुझको समझता नहीं मेरे बारे में यह कहता रहता है।। यह लोग हमेशा परेशान रहते हैं कि लोग इन्हें समझे जैसे वो हैं। ये लोग चाहते हैं जैसे मैं दुनिया में अच्छाई देखता हूं या देखती हूं वैसे ही दुनिया के लोग भी मेरे अंदर अच्छाई ही देखे। लेकिन कोई अच्छा है ही नहीं इनके अनुसार।।

समझदार लोगों का चौथा साइन यह होता है कि इनकी हैंड राइटिंग ज्यादा अच्छी नहीं होती। लेकिन हो सकता है कि आपकी अच्छी हो आपके अंदर दिमाग भी हो या आपका कोई मित्र बिल्कुल ऐसा ही हो।। ऐसा हो सकता है लेकिन कम केसेस में कम मामलों में। अस्सी से नब्बे परसेंट लोगों की हैंड राइटिंग अच्छी नहीं होती जो लोग बुद्धिमान होते हैं। एक और यह बात भी है कि यह लोग ज्यादा ज्ञानी होते हैं। जैसे क्लास में किसी बच्चे की हैंडराइटिंग अच्छी नहीं होती लेकिन वह वैसे बुद्धिमान होता है। याद करने में किसी भी चीज को और पढ़ने में ऐसे लोगों की ज्यादा तर सब चीजें बिखरी हुई होती हैं।


इनके घर के आस पास भी इनकी ज्यादातर चीजे बिखरी हुई होती है। ऐसे लोगो की चीजें ज्यादातर टेबल पर या बेड पर या फर्श पर बिखरी हुई होती हैं। यह लोगों उसको समटते नहीं।। बाकी लोगों के लिए इनकी चीजे बिखरी हुई होती है। पर इनके लिए ये उनके अनुसार सही जगह पर रखी हुई होती है। ऐसी बिखरी हुई चीजें इनको जल्दी मिल जाती हैं। अगर यह लोग सारी चीजों को समेट कर रखना शुरु कर देते हैं। तो इनको अधिकतर चीजें मिलती ही नहीं। यह थोड़े भुलक्कड़ भी होते हैं जब यह चीजों को समेट कर रखने लग जाते हैं। उनके बेड पर ज्यादातर खाने पीने की चीजें या और सामान रखा हुआ रहता है जैसे लैपटॉप टी या कॉफी।

अब है साइन नंबर 5 बुद्धिमान व्यक्तियों के यह लोग बहुत ही इमोशनल होते हैं। यानी भावुक बहुत जल्दी हो जाते हैं। ऐसे लोग किसी भी बात का बहुत जल्दी बुरा मान जाते हैं। छोटी सी तारीफ इनको बहुत बड़ी लगने लग जाती है। इन को किसी भी बात का बहुत जल्दी धक्का लग जाता है चाहे किसी ने यूं ही कोई बात कह दी हो। लेकिन इनको यह बात बहुत बड़ी लग जाती है और बहुत जल्दी चुभ जाती है। ऐसे लोग छोटी-छोटी बातों पर आंसू बहाना जानते हैं ये लोग चाहते है कि लोग इनको समझे।।

कई लोग तो इतने भावुक होते हैं कि जब तक रात को आशु बहाएं उनको नींद ही नहीं आती। लोगों का मानना है कि आंसू बहा कर नींद अच्छी आती है। तो ध्यान रखें कि ज्यादा रोना अच्छी बात नहीं होती। इसलिए ज्यादा रोइए मत ।।

छटा साइन समझदार लोगों का यह होता है कि वे लोग जल्दी विश्वास नहीं करते। इन लोगो का मानना है कि लोग विश्वास तोड़ ही देते हैं तो विश्वास करें ही क्यों ,ये फिर भी विश्वास कर ही लेते हैं और कितनी ही बार तूड़वा भी लेते हैं।

लेकिन का दिल ना टूटे ना टूटे पर फिर भी लोग इनका दिल तोड़ देते हैं ये लोगों को ऐसे दिखाते हैं की यह कितने कठोर हैं। बहुत नाजुक से हैं, भावुक हैं। यह लोग सोचते हैं कि लोगों को यह पता ना चले कि हम सॉफ्ट है। अंदर से इनका मानना है कि लोगों को यदि है पता चल गया कि हम अंदर से सॉफ्ट से हैं तो मेरा यूज करेंगे। लोग मेरा फायदा उठाने लगेंगे।। तो ये लोगों को दिखाते हैं की मैं कितना कठोर हूं। मुझे फर्क ही नहीं पड़ता।

ऐसे लोगो का एक बहुत अच्छा पॉइंट होता है, कि मुझे तो फर्क ही नहीं पड़ता , कौन क्या कर रहा है क्या नहीं कर रहा।। मैं सच मायने में आपको बताऊं कि इनको बहुत फर्क पड़ता है। आप लोगों को कितना ही दिखा दे ,की आपको छोटी-छोटी बातों से फर्क नहीं पड़ता, कि आप इमोशनल नहीं है, आपको छोटी-छोटी बातें टच नहीं करती। लेकिन आप सच मायने में तो, बहुत नाजुक है , बहुत ही सॉफ्ट।।।

साईं नंबर 7 यह है कि ये बहुत रोमांटिक होते हैं। दुनिया के अनुसार इन्हें रोमांस बिल्कुल अच्छा नहीं लगता , ये प्यार का मतलब नहीं जानते इन्हें कुछ भी समझ में नहीं आता, कई बार ऐसा दिखा ते है कि हां मुझे प्यार मोहब्बत पसंद नहीं है। तो मैं बताऊं क्या होता है कि मुझे नहीं पता लेकिन सच में आपको भी पता है कि आप बहुत रोमांटिक होते हो। बहुत ज्यादा रोमांस पसंद होता है आपको।। रात को सोने से पहले उस सीन में अपने आप को देखते हो जो आपको सबसे ज्यादा पसंद आया हो उस मूवी में। क्यों ऐसा करते हो ना फिर छुपाते क्यो हो। इन्हें शांति वाली मूवी बहुत पसंद होती है। जिनमे कुछ सिखाया जाए ऐसी मूवी जो उनको आने वाली लाइफ के लिए इंस्पायर करें। जो एक अच्छी शिक्षा देकर जाए।।

साइन नंबर 8 यह है कि कुछ नया सीखने का शौक होता है। इनके अनुसार कोई भी ज्ञान वेस्ट या खराब नहीं जाता हर चीज कुछ ना कुछ एक्सपीरियंस जरूर देती है। इनके अनुसार कुछ ना कुछ सीख ही लेना चाहिए। क्योंकि वह कभी ना कभी मुसीबत के टाइम पर काम आ ही जाता है। चाहे वह आपके मतलब का हो या ना हो क्योंकि उनको पता होता है कि क्या चीज इनके लिए अच्छी है और क्या बुरी है और कौन सी चीज नजर अंदाज करने वाली है।

अब आते हैं साईं नंबर 9 पर जो कि थोड़ा अटपटा है। यह लोग बहुत आलसी होते हैं। इनको आलस बहुत पसंद होता है। यह बहुत कामचोर भी होते हैं। हर चीज में शॉर्टकट लगाना जानते हैं। इनको आलस बहुत पसंद होता है। यह नहीं चाहते कि इनको हर वक्त काम करना पड़े। यह लोगों से काम करवाना जानते हैं। लेकिन फिजिकल वर्क से डरते हैं। इनका एक रूल होता है कि किसी से काम करवाने वाला काम करो ना कि खुद काम करने वाला। ऐसा नहीं है कि इनको वह काम आता नहीं है। लेकिन यह आलस की वजह से उस काम को दूसरों से करवाना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को एक और आदत होती है कि वह बार-बार अपने नाखून चबाते हैं।

वे बेशक कम बोलने में यकीन रखते हों परन्तु जब अपनी बात कहते हैं तो श्रोताओं के बुद्धिमत्ता के लेवल को देखकर ही बात करते हैं। वह अच्छे और प्रभाव शाली वक्ता होने के साथ साथ अच्छे श्रोता भी होते हैं। उन्हें ये अच्छी तरह मालूम होता है कि कब बोलना है और कब चुप रहना है। ये बोध उन्हें हम जैसे सामान्य लोगो से ऊपर उठा देता है।

बुध्धिमान व्यक्ति अपना सारा समय अच्छे विचारों का मंथन करने में बिताते हैं। वे आप या मेरी तरह दूसरे व्यक्तियों या घटनाओं के बारे में चर्चा करने में नहीं लगाते।

अगर आपको मेरी दी हुई सजेशन पसंद आई हो तो कमेंट करें कि ऐसी कौन सी पांच बातें हैं जो आप से मिलती-जुलती हैं और आपको एक समझदार आदमी की कैटेगरी में रखती हैं।
 
लेखक: पुष्पा डाबोदिया
थैंक यू सो मच

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