जीवन में सफलता पाने के लिए क्या करें?

जीवन में सफलता पाने के लिए क्या करें?

जीवन में सभी व्यक्ति सफल होना चाहते है। इसके लिए वह बहुत से प्रयास करते है, जिनमे से वह कुछ में सफल हो जाते है और कुछ में असफल हो जाते है, असफल होने पर वह इसके लिए वह दूसरों को दोष देते है, लेकिन वास्तव में अपनी ही कुछ गलतियों की वजह से हम असफल होते है।

असफलता का स्वाद चखने वाले ज्यादातर लोग अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देते है, लेकिन वास्तव में उनकी असफलता के लिए उनके ही द्वारा की गई कुछ गलतियां जिम्मेदार होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं सफलता हासिल करने के वो 5 आसान मंत्र, जो हर व्यक्ति को सफलता हासिल करने में मदद करते हैं।

हैलो दोस्तो thebetterlives.com में आपका स्वागत है। आज मै आपके लिए लेकर आई हूं पांच टिप्स जो आपको सक्सेसफुल बना देगी।

आपकी आने वाली जिंदगी के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी ये पांच टिप्स ।

आइए शुरू करे:

सबसे पहली चीज ये है कि हमें किसी को ये कभी नहीं बताना चाहिए कि हमें लाइफ में क्या बनना है। यह आपको किसी को नहीं बताना है। लेकिन आप सोचोगे कि अपनी लाइफ गोल के बारे में किसी को बताएंगे तो वह हमें अच्छी सलाह ही देगा और हमें कुछ ना कुछ नया बताएगा। पर ऐसा नहीं है लोग दूसरों का भला नहीं चाहते। वे उल्टा आपको डिमोटिवेट करेंगे वे आपको कंफ्यूज करेंगे और आपको अपने गोल से दूर हटाएंगे।

वह आपको कहेंगे कि तू पागल है क्या? यह मत कर। ये तेरे लिए सही नहीं है। लोग आपको कहेंगे कि तू यह नहीं कर सकता। तू वह कर जो दुनिया के सभी लोग करते है। आपका जो भी फोकस होगा अपने गोल पर उसको हटा देंगे।

आपको डिमोटिवेट करेंगे तो जितना हो सके किसी को भी अपने गोल के बारे में मत बताओ। केवल उन्हीं को बताएं जो आपको बहुत अच्छे से जानते और समझते हैं लेकिन सबको मत बताओ।

दूसरी चीज यहां पर यह है की अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में सबको नहीं बताना चाहिए। आज मेरे घर में यह हुआ। आज मेरे घर में वह हुआ। आज हमारे बीच में लड़ाई हो गई। आप जब भी किसी से बात करें अपनी पर्सनल लाइफ को अपनी बातों के बीच में न लाए। बेशक आपको यह लगता हो कि लोग आपकी प्रॉब्लम का सलूशन बताएंगे। अगर आप उन्हें अपनी प्रॉब्लम बताएंगे तो यह गलत है लोग तो ऐसा बिल्कुल नहीं चाहेंगे कि आपका भला हो।

लोग आपके सामने तो आपको सिंपैथी दिखाएंगे मुझे यह सुनकर बहुत बुरा लगा, तुम्हारे साथ ये नहीं होना चाहिए था। यह सारी बातें वह कहेंगे, अरे यार तुम्हारे साथ ऐसा हो गया। लेकिन आपकी पीठ पीछे वह दूसरों से कहेंगे कि वह मैं तो पागल हो गया है। वह तो हमेशा परेशान रहता है। वह मेरे से यह कह रहा था वह मेरे से वो कह रहा था। अरे वह तो है ही ऐसा। यह दुनिया ऐसी है साहब कब समझोगे तुम।

तीसरी चीज या पर यह है की अपनी अच्छाइयों को कभी किसी को मत बताओ। बड़े बूढ़ों ने कहा है कि नेकी कर और दरिया में डाल। आपने जो अच्छाइयां की है उसको बांटो मत। खुद की तारीफ क्या करना तारीफ वही अच्छी होती है जो लोग आपकी करें अगर आप खुद की ही तारीफ खुद कर रहे हो तो क्या फायदा। मैंने यह कर दिया है। मैंने वह कर दिया है। मैंने उसको इतने रुपए उधार दिए थे ,मैंने उसकी हेल्प करी थी। अगर मैं उसकी हेल्प नहीं करता तो उसका यह हो जाता , उसका वो हो जाता।

अरे यह चीज बिल्कुल गलत है अगर आपको सुनाना ही था तो आपने उसकी हेल्प की ही क्यों की। किसी ने जबरदस्ती तो की नहीं थी।

आप उस टाइम मना भी कर सकते थे अगर आपने उसकी हेल्प की तो यह अच्छी बात है। पर यह चीजें बोलने की नहीं होती। इससे आप सेल्फ स्टैंडर्ड लगते हो, सेल्फिश लगते हो कि जो बंदा अपने में ही केंद्रित रहता है। यह मैंने किया वो मैंने किया, मैं ऐसा हूं और सब बेकार हैं।

आपने किसी की भलाई की तो आपको आगे भी करते रहनी है। लेकिन उसको गाना नहीं है लोगों के सामने इस चीज को बार बार लोगों को सुनाओ मत।

चौथा टिप्स यह है कि कुछ हमारे बहुत ही डार्क सीक्रेट्स होते हैं जो हमें किसी को नहीं बताने चाहिए। लेकिन कई बार हम बातों के फलों में बैठकर यह भी बता डालते हैं और बाद में हमको याद आता है कि हमें यह चीज उसको नहीं बतानी चाहिए थी। फिर हमें डर लगता है कि अगर उसने किसी को बता दिया तो बाद में हम उससे यह कहते हैं कि जो बात मैंने तुझसे बताई थी वह किसी और को मत बताना। अब आपने उसको बताने से मना कर दिया तो वह जरूर किसी ना किसी को वह बात बताएगा।। वो यह सीक्रेट जरूर किसी ना किसी को बताएगा ताकि आपका मजाक बने।

आप ही सोचिए जिसको आपने सीक्रेट बताया है क्या वह आपके साथ हमेशा रहने वाला है कोई हमेशा नहीं रहता। कभी ना कभी तो दुश्मनी होगी ही वाद विवाद होगा ही। फिर इस सिचुएशन में वह कह सकता है कि मैं तेरी यह सीक्रेट किसी को बता दूंगा और अगर नहीं दिखाए तो भी एक आप से छुपा कर बता सकता है। क्योंकि उसको अपनी दुश्मनी निकालनी है।

अगर वह नहीं बताएगा तो भी आपको यह डर लगा रहेगा कि कहीं वह यह बात किसी को बता न दे ये न कर दे वो न करदे तो ऐसे में नुकसान आपका ही है।


अब आते हैं लास्ट पांचवी टिप्स पर वह है आपकी फाइनेंस।

लोग अपने पैसे को लेकर इतने बावले हो गए हैं अपनी जायदाद और संपत्ति को लेकर मेरे पास इतने रुपए है। मेरे पास इतने रुपए हैं। मेरे पास इतनी जायदाद है। कितनी जमीन है हाय क्या बताऊं औरतें तो औरतें यहां पर आदमी भी इतने बावले हो चुके हैं। पहले कहते थे कि औरतें तो चुगल खोर होती हैं वे तो चुगलियां करती है लेकिन अब आज के टाइम में तो आदमी भी नहीं बचे हैं चुगली करने से।

जैसे कि मेरी बीएमडब्ल्यू ऐसी है कितनी महंगी है मेरा आईफोन इतना महंगा है करोड़ों का है लाखों का है। लोग यहां पर अपनी तारीफ करने में कसर नहीं छोड़ते। देखो अच्छी बात है अगर आपने मेहनत करी है तो आप चाहेंगे कि आपकी तारीफे हो। परंतु आपके मुंह से ही तारीफ करवाना यह गलत है। आपके पास रुपया है दौलत है शौहरत है इज्जत है। आपके पास यह है तो दिखेगा और अगर लोग देखेंगे तो तारीफ भी करेंगे।

तो इसमें आपको अपने मुंह से तारीफ करने की जरूरत नहीं है। इसकी बजाय अगर आप यह ढोल पीट रहे हो कि मेरे पास इतना पैसा है। इसका मतलब आप के पास नहीं है जिनके पास पैसा होता है वह कभी दिखाते नहीं है और ना ही अपने मुंह से तारीफ करते हैं। अगर आप यह कहते हो कि आपके पास इतना ज्यादा पैसा है। मेरे पास बहुत पैसा है। इसका मतलब आप उतने ही पैसों से सेटिस्फाई हो गए और आपको आगे कुछ नहीं कमाना।

तो आपको लगेगा कि बस आपकी इतनी ही भूख थी जिस दिन भूख शांत हो जाती है उस दिन पता है क्या होता है। पैसा जो है वह कम होने लगता है। पैसा इकट्ठा करने में बहुत दम लगता है साहब। लेकिन जब लक्ष्मी जी जाती है ना तो पता भी नहीं लगता।

लास्ट में यही कहना चाहूंगी कि अपने पैसों पर घमंड मत करें या किसी भी चीज पर घमंड मत करें।


ओवरकॉन्फिडेंस में न होय अगर आपको मेरी सजेशन पसंद आई हो तो शेयर करें और इसके बारे में अपना कमेंट करें ।

थैंक यू सो मच

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